अधिकतर लोग अपने घर में अलग से स्टडी रूम बनवाना पसंद करते हैं। खासतौर से, जिन घरों में बच्चे होते हैं या फिर जिनका काम स्टडी से जुड़ा होता है या फिर अगर किसी को पढ़ने का बहुत अधिक शौक होता है तो वह स्टडी रूम डिजाइन करवाते हैं। जिससे वह शांतिपूर्वक स्टडी रूम में अपना कुछ वक्त किताबों के बीच बिता सकें और सुकून पा सकें।
हालांकि, स्टडी रूम को डिजाइन करने का अर्थ यह नहीं है कि आप बस वहां पर शेल्फ बनवाकर किताबें रख दें। स्टडी रूम को सजाने का भी एक तरीका होता है। कई बार हम स्टडी रूम को सजाते समय कुछ ऐसी छोटी-छोटी मिसटेक्स करते हैं, जिसके कारण स्टडी रूम का वास्तविक कार्य पूरा नहीं हो पाता है। ऐसे में स्टडी रूम होने के बावजूद भी आपको उसका पर्याप्त लाभ नहीं मिल पाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको स्टडी रूम डेकोर से जुड़ी कुछ ऐसी ही मिसटेक्स के बारे में बता रहे हैं-
शेल्फ के साइज पर ध्यान ना देना
स्टडी रूम को डिजाइन करवाते समय कमरे में शेल्फ अवश्य बनवाई जाती है। हालांकि, शेल्फ का साइज एक बेहद ही महत्वपूर्ण प्वाइंट है, जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। अधिकतर लोग शेल्फ का स्टैंटर्ड साइज कमरे में बनवाते हैं। अगर आप भी ऐसा कर रही हैं तो हो सकता है कि आप बहुत बड़ी मिसटेक कर रही हों। (स्टडी रूम को सजाने के आइडियाज)
इसे ज़रूर पढ़ें-यह Home Decor Mistakes बिगाड़ देंगी आपके घर का लुक
हमेशा शेल्फ बनवाने से पहले यह अवश्य विचार करें कि आपका स्टडी रूम किस-किस के काम आने वाला है। मसलन, अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो आप एक शेल्फ का साइज उनकी हाइट के अनुसार ही डिजाइन करवाएं ताकि बच्चे भी आसानी से स्टडी रूम में बैठकर पढ़ सकें।
लाइटिंग की व्यवस्था को इग्नोर करना
यूं तो घर के हर हिस्से में लाइटिंग पर ध्यान दिया जाना आवश्यक होता है। लेकिन जब बात स्टडी रूम की आती है तो यह और भी अधिक जरूरी हो जाता है। दरअसल, स्टडी रूम में घर के सदस्य बैठकर पढ़ते हैं। ऐसे में अगर वहां पर लाइटिंग व्यवस्था सही नहीं होगी तो इससे पढ़ते समय उनकी आंखों पर अधिक जोर पड़ेगा। (ऐसे सजाएं अपना कमरा)
इतना ही नहीं, लाइटिंग व मूड का भी आपस में एक गहरा कनेक्शन होता है। अच्छे मूड के लिए बेहतर लाइटिंग होनी चाहिए। कोशिश करें कि आपके स्टडी रूम में अधिक से अधिक नेचुरल प्रकाश आए। इसके लिए आप कमरे में कांच का स्लाइडिंग डोर बनवा सकती हैं या फिर मिरर को ऐसी जगह पर लगाएं, जहां से नेचुरल लाइटिंग पूरे कमरे में रिफलेक्ट करे। वहीं, आप आर्टिफिशियल लाइटिंग पर भी पूरा जोर दें।
बहुत अधिक डेकोरेटिव पीस का इस्तेमाल करना
स्टडी रूम से एकरसता दूर करने के लिए वहां पर डेकोरेटिव पीस रखना अच्छा विचार है। लेकिन कुछ महिलाएं स्टडी रूम को सजाने के लिए वहां पर कई तरह के डेकोरेटिव आइटम्सको जगह देती हैं। जिसके कारण स्टडी रूम का काफी सारा स्पेस यूं ही खर्च हो जाता है। इसलिए कोशिश करें कि आप स्टडी रूम में कम से कम डेकोरेटिव आइटम का इस्तेमाल करें। आप चाहें तो वहां पर कुछ इनडोर हाउसप्लांट रख सकती हैं।
इसे ज़रूर पढ़ें-नया-नया खरीदा है घर तो इसे सजाते समय ना करें यह मिसटेक्स
सिटिंग पर ध्यान ना देना
स्टडी रूम में आपको लंबे समय तक बैठकर पढ़ना होता है या फिर काम करना होता है। इसलिए उस कमरे को सजाते समय सिटिंग पर भी पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। कभी भी स्टडी रूम के फर्नीचर की क्वालिटी के साथ किसी तरह का समझौता ना करें। अन्यथा यह आपके कमर दर्द व गर्दन दर्द आदि की वजह बन सकता है। इतना ही नहीं, कोशिश करें कि स्टडी रूम में पर्याप्त कुर्सी हों, ताकि एक साथ घर के तीन-चार सदस्य भी वहां बैठकर आसानी से पढ़ सकें।
तो अब आप भी अपने स्टडी रूम को सजाते समय इन छोटी-छोटी गलतियों से बचें और उसका पूरा व सही तरह से इस्तेमाल करें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों