जानें दादा साहेब फाल्के अवार्ड से जुड़े रोचक फैक्ट्स के बारे में

दादा साहेब फाल्के अवार्ड को भारतीय सिनेमा जगत का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है, ऐसे में आज हम आपको इस अवार्ड से जुड़ी रोचक बातें बताएंगे। 

dadasaheb phalke awards

20 फरवरी साल 2022 को दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड का समारोह आयोजित किया गया। बता दें, कि इस साल यह कार्यक्रम मुंबई में हुआ था, जिसमें बॉलीवुड इंडस्ट्री से लेकर छोटे पर्दे के कई नामी सितारों ने हिस्सा लिया था। इस साल के दादासाहेब फाल्के अवार्ड की लिस्ट में कई बेहतरीन फिल्मों और सितारों को शामिल किया गया है। जिनमें साउथ की फिल्म 'पुष्पा' और 'शेरशाह' जैसी दमदार फिल्मों को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारतीय फिल्म जगत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध अवार्ड से जुड़े कई रोचक तथ्यों के बारे में बताएंगे। तो देर किस बात की, आइए जानते हैं दादासाहेब फाल्के अवार्ड से जुड़े बेहद इटंरेस्टिंग फैक्ट्स के बारे में-

क्या है दादासाहेब फाल्के अवार्ड-

history of dadasaheb phalke award

आप में से कई लोगों ने दादासाहेब फाल्के अवार्ड का नाम सुना होगा, मगर शायद बहुत कम लोग ही इस अवार्ड के इतिहास के बारे में जानते होंगे। बता दें कि यह एक भारतीय अवार्ड है, जिसे भारत सरकार द्वारा सिनेमा के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार फिल्म इंडस्ट्री के सबसे सर्वोच्च पुरस्कार में से एक माना जाता है।

इस पुरस्कार की शुरुआत साल 1969 में हुई थी, तब से लेकर आज तक हर साल दादासाहेब फाल्के अवार्ड समारोह आयोजित किया जाता है।

कौन थे दादासाहेब फाल्के-

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भारतीय फिल्म जगत से जुड़ा हर व्यक्ति दादासाहेब फालके(Dadasaheb phalke award) के बारे में जानता है। दादासाहेब फाल्के का जन्म 30 अप्रेल 1870 में नाशिक के पास स्थित त्रंबकेश्वर नामक तीर्थ स्थल पर हुआ था। दादासाहेब फाल्के का पूरा नाम धुडिराज गोविंद फाल्के था। वह एक मराठी ब्राहमण परिवार से ताल्लुक रखते थे। दादासाहेब के पिता नाशिक के जाने-माने विद्वान थे और मुंबई के एलफिस्टन कॉलेज में शिक्षक के तौर पर पढ़ाया करते थे। यही कारण था कि दादासाहेब फाल्के हमेशा से ही पढ़ने -लिखने और कला में खास रुची रखते थे।

साल 1885 में दादासाहेब फाल्के ने मुंबई में स्थित ‘जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स’ में अपना दाखिला लिया। कॉलेज में चित्रकला सीखने के बाद साल 1890 में उन्होंने कलाम भवन युनिवर्सिटी में फोटोग्राफी और चित्रकला की पढ़ाई की। पढ़ाई पूरी करने के बाद दादासाहेब फाल्के फिल्म बनाने की कला सीखने के लिए जर्मनी चले गए।

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इस तरह से तैयार हुई पहली मूक फिल्म-

जर्मनी से लौटने के बाद दादासाहेब फाल्के ने भारत को उसकी पहली फिल्म दी। 3 मई 1913 को भारत की पहली फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ पर्दे पर आई, तकनीकी सुविधा न होने के कारण यह मुक फिल्म थी।

जहां आजकल फिल्मों को अलग-अलग लोगों द्वारा मिलकर बनाया जाता है, वहीं हरिश्चंद्र फिल्म के निर्माता, निर्देशक, लेखक और कैमरामैन खुद दादासाहेब फाल्के ही थे। इतना ही नहीं फिल्म के नायक हरिश्चंद्र और रोहिताश्र्व की भूमिका भी उनके सात वर्षीय पुत्र भालचंद्र फाल्के ने ही निभाई थी। फिल्म में तारामती के की भूमिका के लिए कोई भी महिला कलाकार तैयार नहीं हुई, इस वजह से फिल्म में पुरुष ने ही महिला का किरदार निभाया था। बता दें कि दादासाहेब फाल्के ने अपने जीवन काल में कुल 125 मिल्मे बनाई थी। उनके इस अहम योगदान के बाद ही असल मायनों में बॉलीवुड की शुरुआत हुई। भारत को फिल्मी दुनिया से परिचित कराने वाले दादासाहेब फाल्के ने 16 फरवरी 1944 में देश को अलविदा कहा।

इस वर्ष हुई थी पुरस्कार की घोषणा-

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फिल्म मेकिंग में उनके महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए 1969 नें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार की घोषणा की गई। इतना ही नहीं दादासाहेब फाल्के को भारतीय सिनेमा का पिता कहा गया, तब से लेकर अभी तक हर साल यह अवार्ड समारोह आयोजित किया जाता है।

सम्मानित व्यक्ति को क्या-क्या मिलता है-

दादासाहेब फालके अवार्ड पाने वाले सम्मानित व्यक्ति को एक स्वर्ण कमल, शॉल और 10 लाख का कैश प्राइज दिया जाता है। इसके साथ ही 'दादा साहेब फाल्के अकादमी' के द्वारा हर साल दादा साहेब फाल्के के नाम पर कुल तीन पुरस्कार दिए जाते हैं। जिनमें फाल्के रत्न अवार्ड, फाल्के कल्पतरु अवार्ड और दादासाहेब फाल्के अकादमी अवार्ड शामिल हैं।

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सबसे पहले इन्हें दिया गया था दादा सहेब फाल्के अवार्ड-

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देविका रानी के बारे में आप में से कई लोग जानते होंगे, बता दें कि इन्हें भारतीय सिनेमा(Indian Cinema) का पहला सुपरस्टार माना जाता है। साल 1969 में पहला दादासाहेब फालके अवार्ड देविका रानी को मिला था। उन्हें 17वें नेशनल फिल्म अवार्ड समारोह में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

तो ये थे दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से जुड़े रोचक तथ्य, जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए। आपको हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

image credit- instagram

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