Indian Wedding: शादी एक पवित्र बंधन है। यह रिश्ता जोड़े के जीवन में नई खुशियां, प्यार, समर्पण और प्रतिबद्धता लाता है। भारतीय शादियों की बात ही अलग होती हैं। शादी में निभाई जाने वाली रस्म बेहद अनूठी होती है। शादी दो जोड़ों के साथ-साथ परिवार का भी मिलन होता है। इसलिए शादी के दौरान सभी कार्यों को धार्मिक तरीकों से पूरा किया जाता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको भारतीय शादी से जुड़ी अहम रस्मों का महत्व बताएंगे।
शादी से पहले सगाई की रस्म निभाई जाती है। इस रस्म में दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते हैं। इस रस्म के लिए भी तारीख और सही मुहूर्त देखा जाता है। चलिए जानते हैं इस रस्म का महत्व।
शादी से पहले हल्दी की रस्म निभाई जाती है। हल्दी को शुद्ध माना जाता है। हल्दी के उपयोग से त्वचा की रंगत निखरती है। हल्दी बैक्टीरिया से भी लड़ने में मदद करता है। हल्दी में तेल मिलाकर दूल्हा-दुल्हन को लगाया जाता है। इससे त्वचा मॉइश्चराइज भी होती है।
हल्दी के रंग को दूल्हा-दुल्हन के उज्जवल भविष्य से जोड़कर देखा जाता है। हल्दी लगाते वक्त दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया जाता है। (जानें मां क्यों नहीं देखती अपने बेटे के फेरे)
इसे भी पढ़ें: बेहद खास है भारतीय शादियों के रीति-रिवाज, जानें इन राज्यों में होने वाली रस्में
शादी से पहले दुल्हा-दूल्हन को मेहंदी लगाई जाती है। मेहंदी को सौभाग्य से जोड़कर देखा जाता है। साथ ही, माना जाता है कि मेहंदी का रंग जितना गहरा होता है, पति-पत्नी के बीच प्यार ज्यादा होता है। मेहंदी सोलह श्रृंगार का भी हिस्सा है। मेहंदी पत्तों से बनाई जाती है। इसलिए इसे शुभ भी माना जाता है। (जूते चुराई की रस्म का महत्व)
इसे भी पढ़ें: भारतीय शादी की कुछ ऐसी रस्में जो इसे बनाती हैं औरों से जुदा
बिना अग्नि को साक्षी मानें शादी पूरी नहीं मानी जाती है। दूल्हा-दुल्हन 7 फेरे लेते हैं। हिंदू धर्म में 7 नंबर को शुभ माना जाता है, क्योंकि 7 दिन, 7 जन्म और 7 ग्रह होते हैं। इसलिए शादी को 7 जन्मों का रिश्ता कहा जाता है।
विदाई की रस्म निभाई जाती है। यह रस्म बेहद भावनात्मक होती है। इस रस्म में पिता अपनी बेटी को आशीर्वाद देकर नए जीवन के लिए प्रोत्साहित करता है। डोली में बैठने से पहले लड़की चावल फेंकने की रस्म निभाती है। दुल्हन के पास सहेली या बहन हाथ में चावल की थाली लेकर खड़ी होती है। दुल्हन को पांच बार बिना पीछे देखकर चावल फेंकने होते हैं।
जब दुल्हन चावल फेंकती है, तब दुल्हन के पीछे कुछ महिलाएं पल्लू को फैलाकर चावल को समटेती हैं। अब आपके दिमाग में सवाल आ रहा होगा कि केवल चावल का ही क्यों उपयोग किया जाता है? दरअसल बता दें कि चावल धन का प्रतीक है। साथ ही, चावल को पवित्र माना जाता है। इसलिए चावल का इस्तेमाल धार्मिक कामों में किया जाता है।
इन रस्मों के अलावा, जूते चुराई, तिलक, भात, फग फेरे जैसी कई रस्में निभाई जाती हैं। शादी से जुड़ी रस्में राज्य और जाति अनुसार अलग-अलग होती हैं।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit:Freepik & pexel
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।