विदाई के वक्त बेटी को चांदी की गाय और बछड़े की मूर्ति क्यों दी जाती है?

पुराने समय में बेटी का कन्यादान करते वक्त उसे गाय और बछड़ा भी दान में दिया जाता था। कन्या दान और गाय के दान को हिंदू धर्म में सबसे बड़ा दान माना गया है। 

 
importance of gifting silver cow and calf

हिंदू धर्म में विवाह को सबसे बड़े संस्कार में से एक माना गया है। माता-पिता अपने बच्चों की शादियों में लाखों रुपये खर्च कर पूरे रीति-रिवाज के साथ उनकी शादी करवाते हैं। हिंदू धर्म में दान-पुण्य और मंत्रोच्चार के साथ शादी संपन्न होती है। शादियों में बेटी को तमाम तरह की चीजें उपहार एवं दान में दी जाती है। वैसे तो कन्या दान को दुनिया का सबसे बड़ा दान कहा गया है। हिंदू शास्त्रों में यह मान्यता है कि जिस व्यक्ति ने कन्यादान कर लिया वह मोक्ष का पात्र होता है और कोई व्यक्ति इस दान का लाभ तभी ले पाता है, जब उसने पिछले जन्म में कोई अच्छा कर्म किया हो।

शादियों में कन्या के माता पिता अपनी बेटी को सोना, चांदी, बर्तन , गाड़ी और तमाम तरह की चीजें उपहार में देते हैं। सालों से बेटी को विवाह में उपहार देने का रिवाज रहा है, अब बहुत से जगहों में बेटी को चांदी की गाय और दूध पीते हुए बछड़े देने का रिवाज सामने आ रहा है। बहुत से लोगों का यह प्रश्न है कि बेटी को चांदी की गाय और दूध पीते हुए बछड़े देने का क्या अर्थ है। ऐसे में इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों किया जाता है और इसके पीछे क्या मान्यताएं हैं।

बेटी को क्यों दिया जाता है चांदी का गाय और बछड़ा

significance of gifting silver cow and calf

बतां दे कि पहले के जमाने में जब कन्यादान होता था तब माता-पिता कन्यादानकरते वक्त बेटी और दामाद को गाय और बछड़ा भी दान में देते थे। शास्त्रों में गाय और कन्या के दान को सबसे बड़े दान में से एक बताया गया है। लेकिन अब ज्यादातर लोग गाय नहीं पालते और व्यवस्था न होने के कारण भी गाय का दान न के सामान हो गया है। इसलिए लोग अब गाय दान के पुण्य को पाने के लिए बेटी को कन्यादान के वक्त चांदी की गाय और बछड़े की मूर्ति दान के रूप में देते हैं।

चांदी के गाय और बछड़े की मूर्ति का महत्व

significance of gifting silver cow and calf in hinduism

  • कामधेनु गाय का संबंध समुद्र मंथन से माना गया है और कहा गया है कि यह जिसके भी पास होगी उसे जीवन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
  • घर में चांदी के गाय और दूध पीते हुए बछड़े रखने से घर में गाय रखने का पुण्य मिलता है, साथ ही जीवन में तरक्की और तमाम तरह के रोग से मुक्ति मिलती है।
  • गाय और बछड़े का यह स्वरूप मां के ममता का प्रतीक है, ऐसी मान्यता है कि गाय की यह मूर्ति जिस तरह से अपने बच्चे से स्नेह करती है उसी प्रकार घर पर रह रहे दूसरे लोगों से भी स्नेह और प्रेम करती है एवं उन पर अपनी कृपा बनाए रखती है।

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Image Credit: Amazon

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