रिलेशन में ओवर पजेसिव होना हो सकता है खतरनाक, जानें इसके नुकसान

अधिकतर लोग अपने रिलेशन व पार्टनर के प्रति बहुत अधिक पजेसिव होते हैं, लेकिन वास्तव में ओवर पजेसिव होने के कई नुकसान है। जानिए इस लेख में।

side effects of being over possessive in hindi

जब हम एक रिश्ते में होते हैं तो पार्टनर को लेकर पजेसिव होना लाजमी है। कई बार हमारे पुराने एक्सपीरियंस या फिर अन्य कुछ चीजें मन में एक डर पैदा करती हैं। अपने पार्टनर को खो देने का डर व्यक्ति को परेशान करने लगता है। ऐसे में पार्टनर के प्रति उनकी केयर पजेसिवनेस में बदल जाती है। लेकिन जब व्यक्ति ओवर पजेसिव हो जाता है तो इससे उनके प्यार भरे रिश्ते पर बुरा असर पड़ता है।

कई बार पार्टनर पर जरूरत से ज्यादा हक जताना या फिर ओवर पजेसिव होने के कारण व्यक्ति का रिश्ता ही टूट जाता है। उसे यह समझ ही नहीं आता है कि आखिर उनके रिश्ते में क्या गलत हुआ। लेकिन एक व्यक्ति का ओवर पजेसिव नेचर दूसरे व्यक्ति को बहुत अधिक परेशान कर सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको रिलेशन में ओवर पजेसिव होने के कुछ नुकसान के बारे में बता रहे हैं-

होती है घुटन की भावना

effects of being over possessive

जब एक व्यक्ति अपने रिलेशन में ओवर पजेसिव होता है तो वह अपने पार्टनर की हर एक्टिविटी पर नजर रखता है। यहां तक कि हर छोटी-छोटी बात को लेकर रोक-टोक करना उसकी आदत होती है। ऐसे में सामने वाले पार्टनर को अपने रिलेशन में घुटन की भावना महसूस होती है। ऐसे में व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ रहने के स्थान पर उससे दूरी बनाने की कोशिश करता है।

ओपन कम्युनिकेशन में आती है मुश्किल

जो लोग अपने पार्टनर को लेकर ओवर पजेसिव होते हैं, वे हर छोटी-छोटी बातों को बहुत बड़ा बना देते हैं। ऐसे में सामने वाले व्यक्ति के लिए ओपन कम्युनिकेशन कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। उसे लगता है कि उसका पार्टनर कभी भी उसे नहीं समझ पाएगा या फिर वह उस पर बंदिशें और भी अधिक बढ़ा दे। ऐसे में वह अपने पार्टनर से कुछ भी शेयर करने से बचता है। जिससे रिश्ते में वह मजबूत बॉन्ड नहीं बन पाता है, जो वास्तव में बनना चाहिए।

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भरोसे को लेकर बहस

किसी भी रिश्ते में भरोसा होना बेहद जरूरी होता है। लेकिन जो लोग ओवर पजेसिव होते हैं, उनके भीतर अक्सर भरोसे की कमी होती है। ऐसे लोग अपने पुराने अनुभवों के कारण वर्तमान रिश्ते पर भी शक करते हैं। लेकिन उनका यही ओवर पजेसिव स्वभाव दर्शाता है कि उन्हें अपने पार्टनर पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं है। जिससे सामने वाले व्यक्ति को भी बहुत अधिक दुख होता है। हो सकता है कि उसे इस रिश्ते में होने का ही मलाल होने लगे।

अकेलेपन की भावना

ओवर पजेसिव स्वभाव रिश्ते में अकेलेपन की भावना को भी पैदा करता है। यह दोनों ही पार्टनर के साथ होता है। जिस व्यक्ति का स्वभाव ओवर पजेसिव होता है, वह अपने पार्टनर के साथ को महसूस करने की जगह हमेशा ही उसे खोने के डर से घिरा रहता है। जिससे वह अक्सर खुद को अकेला पाता है।(रिश्ते में होती है इनसिक्योरिटी, ऐसे करें इसे हैंडल)

वहीं, जिस व्यक्ति को अपने पार्टनर का ऐसा नेचर झेलना पड़ता है, वह इमोशनली अपने पार्टनर के साथ कनेक्ट नहीं हो पाता है। उसके लिए अपने पार्टनर के साथ कुछ भी शेयर करना आसान नहीं होता है। ऐसे में पार्टनर के होते हुए भी उसे अकेलेपन का अहसास होता है।इसे जरूर पढ़ें: ऐसे निभाएंगी अपना रिश्ता तो रिलेशनशिप हमेशा रहेगी मजबूत

रिश्ता टूट जाना

अक्सर लोग अपने रिश्ते को बचाने के लिए अपने पार्टनर के प्रति ओवर पजेसिव हो जाते हैं। लेकिन कभी-कभी उनका यह व्यवहार ही रिश्ता टूटने की वजह बन जाता है। दरअसल, जब एक व्यक्ति ओवर पजेसिव हो जाता है तो वह अपने पार्टनर की हर चीज पर रोक-टोक करता है। जिससे सामने वाले व्यक्ति को अच्छा नहीं लगता है। उसे लगता है कि उसकी आजादी छीनी जा रही है। कभी-कभी उसके इस स्वभाव के कारण व्यक्ति ब्रेकअप भी कर लेता है।

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Image Credit- freepik

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