गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। इन दिनों फ्रिज, लोगों के बैग, ऑफिस टेबल या हाथ में पानी की बोतल दिखना बेहद आम बात है। इस मौसम में साथ में पानी रखना एक हेल्दी हैबिट है ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। लेकिन अधिकतर लोग पानी भरने के लिए या साथ में कैरी करने के लिए प्लास्टिक की बोतल इस्तेमाल करते हैं। मार्केट में भी धड़ल्ले से प्यास बुझाने के लिए कई ड्रिंक्स और पानी की बोतल प्लास्टिक में पैक होकर ही मिलती है। प्लास्टिक की बोतल काफी सस्ती और इस्तेमाल करने में आसान होती है। लेकिन ये बोतल ना केवल आपकी सेहत के लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी काफी हानिकारक हो सकती है।
कई लोग इस्तेमाल के बाद प्लास्टिक की बोतलें इधर-उधर फेंक देते हैं। जिससे कि यह प्रदूषण का बड़ा कारण भी बनती हैं। बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण के कारण ही सरकार ने प्लास्टिक की पॉलीथिन को पूरी तरह से बैन कर दिया है। अपने घर की छोटी-मोटी चीजें अगर आप मैनेज करती हैं तो क्यों ना इस बार प्लास्टिक को बोतलों को इन हेल्दी ऑप्शन से करें रिप्लेस। इस बदलाव के साथ आप अपने घर और पूरे समाज को प्लास्टिक फ्री बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम ले सकती हैं। आइए जानते हैं कि आखिर कैसे आप रोजमर्रा में इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक की बोतल को रिप्लेस कर सकती हैं-
आजकल मार्केट में बांस की बनी बोतलें आ रही हैं। आप प्लास्टिक को बोतल को इनसे रिप्लेस कर सकते हैं। इस बोतल में पानी पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी है। बांस में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। इसलिए इस बोतल में पानी पीने से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
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चूहों के ऊपर एक स्टडी की गई थी, जिसके मुताबिक बांस के अर्क से कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। इससे कई हार्ट डिसीज होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। बांस में कई उच्च मात्रा में सिलिका पाई जाती है। ऐसे में बांस की बोतल में पानी पीने से बॉडी में कोलेजन ज्यादा मात्रा में बनता है। इसके सेवन से चेहरे पर झुर्रियों का असर कुछ हद तक कम दिखाई देता है।
मिट्टी का बर्तन पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखता है। शायद यही वजह है कि पुराने समय से लेकर आज तक लोग घड़े का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। मिट्टी के बर्तन में खाना खाने या पानी पीने से मेटाबॉलिज्म रेट भी नियंत्रित रहता है। मिट्टी का घड़ा या सुराही आप हर समय अपने साथ कैरी नहीं कर सकते हैं। इसलिए अब मार्केट में मिट्टी से बनी बोतलें आ गई हैं। ये बोतल मिट्टी के घड़े की तरह ही काम करती है। यानी गर्मी के मौसम में इसमें पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा रह सकता है।
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तांबे में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। शायद यही वजह है कि पुराने समय में लोग तांबे के लोटे में पानी पीना पसंद करते थे। सेहत के लिहाज से ही कुछ लोग आज भी तांबे के बर्तन में रखा सन-चार्ज पानी पीते हैं। ये शरीर के रोग प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है, शरीर के शुगर को एनर्जी में बदलता है, साथ ही ये शरीर में आयरन के अवशोषण में मदद करता है। ऐसे में तांबे की बोतल भी प्लास्टिक की बोतल का एक अच्छा और हेल्दी ऑप्शन है।
प्लास्टिक की बोतल को इन हेल्दी ऑप्शन से रिप्लेस कर आप भी अपने घर और वातावरण को प्लास्टिक फ्री बनाने की दिशा में एक अहम अदम उठा सकते हैं, यह लेख यदि आपको अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें, साथ ही इसी तरह की अन्य जानकारी पाने के लिए जुड़े रहें HerZindagi के साथ।
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