Clapping in Bhajan: अक्सर मंदिरों में, घरों में या हर उस जगह पर जहां भजन-कीर्तन चल रहा हो, ताली बजाने की परंपरा है। इसे परंपरा भी नहीं कहेंगे लेकिन ये कह सकते हैं कि ताली बजाकर ही भजन-कीर्तन का आनंद उठाया जाता है। इसके अलावा, भगवान की आरती के समय भी ताली बजाई जाती है।
अब सवाल ये उठता है कि ऐसा करने के पीछे का कारण क्या है। तो हमने उठाया अपने सवालों का पोटला और पहुंच गए हमारे एक्सपर्ट ज्योतिषाचार्य डॉ राधाकांत वत्स के पास।
हमारे एक्सपर्ट ने ताली बजाने की शुरुआत कैसे हुई, भजन-कीर्तन के दौरान ताली क्यों बजाई जाती है और ताली बजाने के लाभ क्या क्या हैं, इस बारे में विस्तार से जानकारी दी जो आज हम आप तक पहुंचाने जा रहे हैं।
इसे जरूर पढ़ें: शनिवार के दिन जपें शनिदेव की इन 8 पत्नियों के नाम, दूर हो सकती है बड़ी से बड़ी बाधा
इसे जरूर पढ़ें:पूजा-पाठ में सिंदूर और कुमकुम का होता है अलग-अलग प्रयोग, बिना अंतर जानें न करें ये भूल
तो ये था भजन-कीर्तन में ताली बजाने के पीछे का कारण और लाभ। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Shutterstock, Pinterest, Twitter
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।