दुनिया हाईटेक हो रही है और इसी कड़ी में हमारी पुलिस भी हाईटेक हो रही है। पहले ही वर्चुअल एफआईआर की तारीफ हो रही थी और अब तो फिरोज़ाबाद पुलिस ने “Police Complaint on Block Chain” नामक एक पोर्टल भी लॉन्च कर दिया है जो पब्लिक को अलग-अलग तरह की शिकायतें ऑनलाइन दर्ज करने की सुविधा देगा। ये वेबपोर्टल Polygon Blockchain पर बनाया गया है।
वैसे आपको लग रहा होगा कि इस तरह के बहुत से पोर्टल हैं जिनकी बातें आपको सुनने को मिलती हैं फिर इसमें क्या खास है? सबसे पहली बात ये है कि इस पोर्टल में किसी भी तरह के डेटा के खराब होने की उम्मीद नहीं है और दूसरा ये यूजर्स को बहुत ही आसानी से शिकायत दर्ज करवाने का मौका देता है।
फिरोज़ाबाद में लगभग 24 लाख लोग रहते हैं और 21 पुलिस स्टेशन के अंतर्गत ये इलाका आता है। इस तरह के पोर्टल से पुलिस द्वारा यूजर्स को सुविधा दी जाएगी कि वो बिना किसी पक्षपात के आसानी से शिकायत दर्ज करवाई जा सके। ये नई तकनीक का सहारा लेकर किया जाएगा और इससे पुलिस डिपार्टमेंट को भी ये सुविधा मिलेगी कि वो आसानी से शिकायतों का लेखा-जोखा रख सकें।
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देश के बाकी हिस्सों में भी की जा रही है ऐसी पहल
देश के बाकी हिस्सों में भी इस तरह की पहल की जा रही है। असम और दिल्ली पुलिस भी इस तरह के पोर्टल लॉन्च करने को लेकर काम कर रही है। आउटलुक की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पोर्टल में अतिक्रमण जैसी स्थिति को लेकर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
कहां करनी है शिकायत?
- फिरोज़ाबाद से जुड़े नागरिकों को policecomplaintonblockchain.in में लॉगइन कर शिकायत करनी है।
- इस पोर्टल द्वारा शिकायत कोई भी व्यक्ति दर्ज करवा सकता है।
- सबसे पहले वेरिफिकेशन करना होगा जिसके बाद आपको ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवानी होगी।
- इसके बाद आपकी शिकायत को चेक किया जाएगा।
- इसके बाद आपके लिए टोकन नंबर जनरेट किया जाएगा जिसके बाद शिकायत का स्टेटस आप ऑनलाइन देख पाएंगे।
- ये शिकायत संबंधित थाने पर पहुंचा दी जाएगी।
- इस पोर्टल में शिकायत से संबंधित दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा भी है।
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क्या है ब्लॉकचेन?
इसे एक सिस्टम की तरह समझिए जो पीयर टू पीयर नेटवर्क यानी यूजर टू यूजर नेटवर्क है जो क्रिप्टोकरंसी के ट्रांजैक्शन के लिए बनाया गया था। ये अब अलग-अलग तरह के प्रोजेक्ट्स के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका फायदा ये है कि इसके जरिए डेटा सिक्योर रहता है और किसी भी तरह से उसमें छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। यही कारण है कि इसे वर्चुअल एफआईआर के सिलसिले में ज्यादा बेहतर माना जा रहा है।
इस तरह के पोर्टल काफी सुविधाजनक होते हैं उन लोगों के लिए जिन्हें फिजिकली पुलिस स्टेशन में जाने में दिक्कत महसूस होती है। इस तरह की चीज़ें हमेशा ही लोगों की बेहतरी के लिए बनाई जाती हैं और ये बेहतर स्थिति भी पैदा करती हैं। पुलिस की ये पहल तारीफ के काबिल है। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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