No Fly List: प्लेन में बैठने वाले यात्रियों को रहना पड़ता है सावधान, ऐसा करने पर हो सकते हैं बैन

फ्लाइट में यात्रा करने के भी अपने अलग नियम होते हैं। अगर उन नियमों में से कोई टूटता है तो पैसेंजर को फ्लाइट में बैन भी झेलना पड़ सकता है। 

no fly list rule in india

आचार और व्यवहार के कुछ नियम होते हैं और लोगों को उनका पालन करना पड़ता है। हर जगह के अपने अलग नियम और कायदे होते हैं। ऐसे ही पब्लिक प्लेस और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में क्या करना चाहिए और क्या नहीं उसके भी अपने नियम होते हैं। फ्लाइट, बस या ट्रेन में ट्रैवल करने वाले यात्रियों के लिए अपने अलग कायदे कानून होते हैं। 2017 में सिविल एविएशन इंडस्ट्री ने 'National No Fly List' नियम बनाए थे। ये लिस्ट उन यात्रियों के लिए है जो एयरट्रैवल करते समय संयम नहीं रखते और अपनी किसी हरकत की वजह से अन्य यात्रियों, स्टाफ या एयरलाइन को किसी तरह का नुकसान पहुंचाते हैं। एयरक्राफ्ट में जाते समय भी हमेशा नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है।

किस तरह से हो सकते हैं आप ब्लैकलिस्ट-

भारतीय एविएशन मिनिस्ट्री ने फ्लाइट में ट्रैवल करने वाले यात्रियों के लिए कुछ नियम बनाए हैं और अगर कोई पैसेंजर इन नियमों में से किसी का उलंघन करता है तो उसे प्लेन में जाने से मना किया जा सकता है। ये तीन लेवल में होता है।

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Level 1: बोलचाल से किसी तरह का हैरेस्मेंट। अगर कोई पैसेंजर अपनी किसी हरकत से या फिर बोलचाल से किसी अन्य यात्री के लिए या स्टाफ के लिए गलत व्यवहार करता है तो उसे लेवल 1 ऑफेंस माना जाता है। ये बैन 3 महीने के लिए होता है।

Level 2: फिजिकल एब्यूज। अगर किसी यात्री ने किसी स्टाफ मेंबर या किसी अन्य यात्री पर हाथ उठाया है या फिर किसी तरह से फिजिकल एब्यूज या किसी तरह का शोषण किया था। इसे लेवल 2 की गलती माना जाता है और इससे आपको 6 महीने का बैन हो सकता है।

Level 3: किसी अन्य यात्री, स्टाफ मेंबर की जिंदगी को किसी तरह का खतरा या प्लेन को किसी तरह का खतरा पैदा करने को लेवल 3 गलती माना जाता है और ऐसे में किसी पैसेंजर पर 2 साल का बैन हो सकता है।

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प्लेन का पायलट इस तरह की किसी भी गलती के लिए शिकायत दर्ज करवा सकता है। इसके बाद ये शिकायत एक इंटरनल कमेटी द्वारा चेक की जाती है और एयरलाइन को बताया जाता है। इस इंटरनल कमेटी में कई लोग होते हैं। इसमें रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट या सेशन जज चेयरमैन के तौर पर होता है। इसके अलावा, कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल फोरम के किसी मेंबर को रखा जाता है। इसके अलावा, इस कमेटी को 30 दिन के अंदर अपना फैसला सुनाना होता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो केस को अपने आप ही ड्रॉप कर दिया जाता है।

indians with flying ban

क्या होगा अगर कोई पैसेंजर ब्लैकलिस्ट हो गया तो?

कई बार इसका कोई अंदाज़ा नहीं होता कि सुकून से ट्रैवल करने की जल्दी में कोई इंसान क्या गलती कर बैठे, लेकिन अगर आप जान बूझ कर कोई गलती कर रहे हैं तो ये वाकई सीरियल मुद्दा होगा और फ्लाइट में इसे खास तौर पर सीरियस माना जाता है क्योंकि एक गलती कई लोगों की जान का खतरा बन सकती है।

अगर कोई एक पैसेंजर किसी एयरलाइन द्वारा No-Fly list में जाता है तो अन्य एयरलाइन्स भी अपनी फ्लाइट में उसे बैन कर सकती हैं। ये बैन सभी एयरलाइन मिलकर भी सोच सकती हैं या हर एयरलाइन का अपना अलग फैसला भी हो सकता है।

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प्लेन में यात्रा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें-

- कभी भी जल्दबाज़ी न करें, साथ ही दरवाज़े के पास किसी भी तरह की कोई मस्ती न करें। इससे अन्य पैसेंजर्स को समस्या हो सकती है

- अगर विदेश में यात्रा कर रहे हैं तो पहले वहां के नियम और खास तौर पर ट्रैवल के नियम जरूर जान लें। हर एयर लाइन और हर देश में अलग तरह के नियम होते हैं।

- अपने एरिया में ही अपना सामान रखें।

- अगर आपको विंडो सीट नहीं मिली है तो हर बार किसी पैसेंजर से सीट बदलने को न कहें।

- लंबी यात्रा के दौरान कुछ सावधानियां बरतें। भले ही ये बोरिंग होती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप अन्य पैसेंजर्स को परेशान करने लगें।

- अगर आपको कोई फिल्म देखनी है या कोई गाना सुनना है तो हेडफोन्स का इस्तेमाल करें।

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