घर की हर एक चीज को सही स्थान पर रखने के लिए वास्तुशास्त्र बहुत ज्यादा मायने रखता है। ऐसा माना जाता है कि यदि आप चीजों को करीने से सही दिशा में सजाते हैं तो यह आपको हर एक तरह से लाभ पहुंचाती हैं और वहीं वास्तु का ध्यान न रखते हुए चीजें रखने से घर की आर्थिक स्थिति तो खराब हो ही सकती है और घर में व्यर्थ के कलह कलेश भी बढ़ने लगते हैं। वास्तु की मानें तो घर में सुख समृद्धि के लिए सभी दिशाओं का बहुत ज्यादा महत्व होता है। गतत दिशा में बना किचन, सही दिशा का ध्यान न रखते हुए बेड का होना या फिर जूते चप्पल रखने की गलत दिशा आपके घर के विनाश का कारण तक बन सकती है।
Vastu Tips:घर की दक्षिण दिशा में भूलकर भी न रखें ये 6 चीजें, हो सकते हैं कंगाल
वास्तु शास्त्र में हर एक दिशा का अलग महत्व बताया गया है। इन सभी दिशाओं में वास्तु का ध्यान रखते हुए ही कोई भी सामान रखना चाहिए।
अक्सर लोग घर में कोई भी सामान किसी भी जगह पर रख देते हैं और वास्तु का ध्यान नहीं दे पाते हैं। मुख्य रूप से जब बात घर की दक्षिण दिशा की आती है तब इस दिशा में कोई भी सामान सोच समझ कर रखना चाहिए। आइए न्यूमेरोलॉजिस्ट, वास्तु एक्सपर्ट और टैरो कार्ड रीडर, मधु कोटिया जी से जानें कि आपको घर की दक्षिण दिशा में कौन सी चीजें भूलकर भी नहीं रखनी चाहिए क्योंकि ये चीजें आपके घर में परेशानियों का कारण बन सकती हैं।
बाथरूम
घर की दक्षिण दिशा में कभी भी स्नानघर नहीं होना चाहिए क्योंकि इस दिशा को यम और पितरों की दिशा माना जाता है। इसके अलावा दक्षिण दिशा में अग्नि तत्व मौजूद होता है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि दक्षिण दिशा से अग्नि यानी शक्ति मिलती है। यदि आपके घर के दक्षिण दिशा में कोई भी पानी का स्रोत होता है जैसे कि बाथरूम या फिर ऐसा कोई पानी का स्रोत जिससे पानी बहता है वो भूलकर भी दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। दरअसल पानी को अग्नि तत्व समाप्त करने का कारण माना जाता है जो घर के विनाश का कारण बन सकता है। यहां तक कि घर के बाहर भी दक्षिण दिशा में कोई गार्डन या फिर तालाब मौजूद नहीं होना चाहिए।
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पूजा का स्थान
घर में कभी भी पूजा का स्थान घर की दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि दक्षिण दिशा में घर में मंदिर (घर के मंदिर में न रखें भगवान की ऐसी मूर्तियां)स्थापित करने से कभी भी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है और घर में आर्थिक स्थिति खराब बनी रहती है। आपको भूलकर भी दक्षिण दिशा में मंदिर स्थापित नहीं करना चाहिए क्योंकि ये मृत पूर्वजों की दिशा मानी जाती है।
किचन
घर की दक्षिण दिशा में कभी भी किचन नहीं रखना चाहिए क्योंकि इस दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यदि दक्षिण दिशा की और किचन या गैस स्टोव रखा जाता है तो ये आपके जीवन को परेशानी में कारण बन सकता है। इस दिशा में खाना बनाने और खाने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य समस्याएं होने पर व्यर्थ ही धन नष्ट होने लगता है। इसलिए किचन का स्थान कभी भी दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए।
शयन कक्ष
दक्षिण दिशा में कभी भी शयन कक्ष यानी कि बेड रूम नहीं होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में बेडरूम होने से नींद में बाधा होने के साथ बीमारियां भी आती हैं। इसके अलावा चूंकि ये पितरों की दिशा है इसलिए इस दिशा में बेडरूम होना पितृ दोष का कारण भी बन सकता है। बेडरूम के साथ ही दक्षिण दिशा में कभी भी मदिरा का पान नहीं करना चाहिए। ऐसा करना सीधे तौर पर पितरों का अपमान होता है और इससे घर में पितृ दोष लगता है।
जूते और स्टोर रूम
दक्षिण दिशा में कभी भी जूते चप्पल और स्टोर रूम नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना पितरों का अपमान करना होता है। इस दिशा में ऐसी कोई भी वस्तु आपके जीवन में आने वाली परेशानियों का कारण बन सकती है और साथ ही ये दिशा पूज्य पितरों की दिशा होती है जिसमें जूते चप्पल रखना घर के विनाश का कारण भी बन सकते हैं।
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किसी भी प्रकार की मशीनरी
दक्षिण दिशा में कोई भी मशीनरी नहीं रखनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के हिसाब से ऐसी कोई भी मशीनरी दक्षिण दिशा में रखना घर के विनाश की सकारात्मक ऊर्जा को रोकने का काम करता है जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है। वैसे दक्षिण दिशा में कोई भारी सामान रखना वास्तु के हिसाब से अच्छा माना जाता है लेकिन किसी भी मशीन को रखने से बचना चाहिए।
क्या है एक्सपर्ट की राय
वास्तु एक्सपर्ट मधु कोटिया जी बताती हैं कि वास्तु वास्तुकला का प्राचीन भारतीय विज्ञान है। वास्तु का मुख्य सिद्धांत यह है कि मनुष्य अपने परिवेश से प्रभावित होता है। इसका मतलब है कि हमारा स्वास्थ्य, धन और खुशी सभी उस पर्यावरण पर निर्भर हैं जिसमें हम रहते हैं। वास्तु में दक्षिण (दक्षिण मुखी घर के लिए वास्तु टिप्स)कोने को शुभ माना जाता है और यह आपकी सबसे मूल्यवान संपत्ति जैसे गहने या पेंटिंग रखने के लिए एक अच्छी जगह हो सकती है।
जब भी आप घर की दक्षिण दिशा की बात करें वहां कोई भी सामान रखने से पहले आपको वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे घर में सुख समृद्धि बनी रहे।
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