बच्चों में माता-पिता की जान बसती है और वह उन्हें सबकुछ बेस्ट देना चाहते हैं। खासतौर से, इन दिनों हर घर में पैरेंट्स बच्चों के लिए अलग से कमरा डिजाइन करते हैं, जहां वह उनकी जरूरत व खेलने का हर सामान रखने की कोशिश करें। बच्चों का कमरा घर का एक ऐसा स्थान होता है, जिन्हें डेकोरेट करने को लेकर पैरेंट्स अति उत्साहित होते हैं। हालांकि, कई बार ओवर एक्साइटमेंट के कारण वह किड्स रूम को डेकोरेट करते समय कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिसके कारण बाद में बच्चों को ही नुकसान पहुंचता है।
कई बार ऐसा होता है कि हम किड्स रूम को यह सोचकर डेकोरेट करते हैं कि हम उनके रूम को बेहतर बना रहे हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि वास्तव में ऐसा ही हो। किड्स रूम में जरूरत से ज्यादा फैसिलिटी भी उनके लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं। तो चलिए आज हम आपको किड्स बेडरूम को डेकोरेट करते समय की जाने वाली कुछ आम मिसटेक्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको वास्तव में बचना चाहिए-
कमरे को फर्नीचर और अन्य चीजों से जगह भरना
बच्चों के पास अक्सर बहुत सारा सामान होता है, जिसमें उनका बिस्तर, ड्रेसर, खिलौने का डिब्बा, और, एक डेस्क, कुर्सियां और टेबल आदि होते हैं। हालांकि, कमरे में सब कुछ रखते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह वास्तव में एक छोटा कमरा है और इस तरह अगर उनके कमरे में सबकुछ भर दिया जाए तो उन्हें खेलने व मस्ती करने के लिए स्पेस नहीं मिलेगा।
क्या करें- बच्चे के कमरे के स्पेस को स्मार्टली यूज करें। मसलन, आप टॉय बास्केट को फ्लोर पर रखने की जगह उसे दीवार पर हैंग करें ताकि जमीन का स्पेस खाली हो जाए। इसी तरह, आप बिग बेड की जगह सोफा कम बेड को रखें ताकि डे टाइम में उनके पास खेलने के लिए स्पेस हों और रात में वह उसे बेड बनाकर सो सकें।
इसे जरूर पढ़े:अपने बेडरूम को नया लुक देने के लिए अपनाएं ये टिप्स
लाइट का केवल एक ही सोर्स होना
घर की किसी भी जगह को डेकोरेट करते समय लाइटिंग पर विशेष रूप में ध्यान दिया जाना चाहिए और यही नियम बच्चे के कमरे पर भी लागू होता है। कई बार ऐसा होता है कि पैरेंट्स बच्चे के कमरे में एक बिग लाइट और एक छोटी लाइट की व्यवस्था करते हैं। लेकिन, आप कमरे में केवल की लाइटिंग सोर्स को ना रखें।
क्या करें- बच्चे तो अंधेरे से डरते भी हैं तो ऐसे में उनके कमरे में पर्याप्त लाइटिंग को होना आवश्यक है। लाइटिंग के अलग-अलग सोर्स पर फोकस करें। इसके अलावा, यह भी ध्यान दें कि बच्चे के कमरे में खेलने और पढ़ने की जगह पर अतिरिक्त रोशनी की व्यवस्था की जाए।
दीवारों पर ध्यान ना देना
जब आप बच्चे के कमरे को डेकोरेट कर रही हैं तो ऐसे में उनके कमरे की दीवार को अनदेखा कर देना सही नहीं है। कई बार पैरेंट्स केवल दीवारों पर डिफरेंट कलर्स पेंट करवा देती हैं। हालांकि, यह एक ऐसा अच्छा आइडिया नहीं है।
क्या करें- बच्चे के कमरे में वॉल पर उनकी पसंद के कुछ म्यूरल्स लगवाएं जा सकते हैं। यह देखने में भी अच्छे लगेंगे और बच्चों को यह काफी पसंद भी आएंगे। वहीं अगर आप म्यूरल्स नहीं बनवा रही हैं तो आप कम से कम दीवार पर ऐसे पेंट करवाएं, जिस पर बच्चों के क्रेयॉन चलाने के बाद उसे साफ करने में कोई परेशानी ना हो।
इसे जरूर पढ़े:बच्चों के कमरे में रखें Bunk Bed, बदल जाएगा पूरा लुक
चीजों को उनकी पहुंच से दूर रखना
बच्चे के कमरे को डेकोरेट करते समय इस बात का ध्यान दिया जाना बेहद महत्वपूर्ण है कि इसे न केवल आपके लिए, बल्कि विशेष रूप से उनके लिए आरामदायक बनाया जाए। कई बार बच्चे के कमरे में जरूरी सामान को पैरेंट्स काफी उंची हाइट पर रख देते हैं, जिससे बच्चे के लिए उस तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं, इससे उन्हें चोट लगने की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है।
क्या करें- बच्चे का कमरा ऐसा डेकोरेट होना चाहिए कि वह आसानी से मूव कर सके और अपनी चीजों तक उसकी आसानी से पहुंच हो। यह बच्चों की रचनात्मकता को भी प्रोत्साहित करता है। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि उनके खिलौने और किताबें हमेशा उनकी पहुंच के भीतर हों।
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों