आज के समय में ह्यूमिडिफायर और डिफ्यूजर दोनों का ही इस्तेमाल घरों में किया जाता है। इनकी मदद से घर को महकाने के लिए एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जब घर के लिए ह्यूमिडिफायर या डिफ्यूजर खरीदने की बात आती है तो महिलाओं को यह समझ ही नहीं आता कि वास्तव में इन दोनों में क्या अंतर है और अपने घर की जरूरत के अनुसार उन्हें क्या खरीदना चाहिए। हो सकता है कि आपको भी ऐसा ही लगता हो कि दोनों का काम एक ही है। यकीनन यह दोनां ही प्रॉडक्ट लगभग एक तरह से काम करते हैं, लेकिन फिर भी यह अपने आप में अलग हैं। इनकी खासियतें ही इन्हें एक-दूसरे से जुदा करती हैं। ऐसे में किसी भी एक को सलेक्ट करने से पहले आपको इन दोनों की खासियतों व इनके बीच के अंतर के बारे में जान लेना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बताते हैं कि ह्यूमिडिफायर और डिफ्यूजर में क्या फर्क होता है और आपको इन दोनों में से किसे चुनना चाहिए-
क्या होता है डिफ्यूजर?
डिफ्यूजर का मुख्य काम कमरे को महकाकर उसे फ्रेशअप करना होता है। अधिकतर महिलाएं अपने कमरे को तरोताजा करने के लिए डिफ्यूजर का इस्तेमाल करती हैं। इस डिफ्यूजर में एसेंशियल ऑयल को डाला जाता है, जिससे कमरा महकने लगता है। मार्केट में अल्ट्रासोनिक, नेबुलाइज़िंग, हीट और एवेपोरेट टाइप के डिफ्यूजर मिलते हैं। जब डिफ्यूजर का इस्तेमाल किया जाता है तो एसेंशियल ऑयल की महक सिर्फ आपके कमरे को ही सुंगधित नहीं बनाती, बल्कि यह आपकी स्किन में भी अवशोषित हो जाती है, जिससे आपका काफी रिलैक्सड महसूस करती हैं। इतना ही नहीं, कमरे में बैक्टीरिया और फंगस को भी कम करते हैं। अगर आप सही तरह के तेल का उपयोग करती हैं, तो यह कई हेल्थ इश्यू को रोकने में मददगार है।
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क्या होता है ह्यूमिडिफायर?
ह्यूमिडिफायर का मुख्य उद्देश्य एक कमरे में ह्यूमिडिटी लेवल को बढ़ाना है। यह उन महिलाओं के लिए एकदम सही है जो शुष्क जलवायु में रहती हैं। इतना ही नहीं, सर्दियों के मौसम में भी इसका इस्तेमाल करना अच्छा होता है, क्योंकि यह हवा में नमी के स्तर को बनाए रखता है। वार्म मिस्ट, अल्ट्रासोनिक, इंपेलर, और इवेपोरेट ह्यूमिडिफायर के मुख्य प्रकार हैं। यह ड्राई स्किन, नकसी और खर्राटे आदि जैसी कई समस्याओं को हल कर सकता है। इतना ही नहीं, इसका उपयोग सर्दी, फ्लू, साइनस कंजेशन आदि के लक्षणों के उपचार के लिए भी किया जा सकता है।
डिफ्यूज़र और ह्यूमिडिफायर के बीच ऐसे करें चयन
डिफ्यूज़र और ह्यूमिडिफायर के बीच चयन करते हुए आपको अपनी जरूरतों का ख्याल रखना होगा। मसलन, अगर आप अपने कमरे में ह्यूमिडिटी लेवल को बढ़ाना चाहती हैं तो आपको ह्यूमिडिफायर का चयन करना चाहिए। हालांकि, यदि आपका घर पहले से ही नम है और आप केवल अरोमाथेरेपी से लाभ चाहती हैं, तो एक डिफ्यूज़र बेहतर विकल्प है।
वहीं अगर बजट की बात हो तो डिफ्यूज़र और ह्यूमिडिफायर दोनों की अलग-अलग ब्रांड में डिफरेंट रेंज में आते हैं। हालांकि, ह्यूमिडिफायर दाम में कम होते हैं और इन्हें मेंटेन करना भी अपेक्षाकृत आसान होता है, जबकि डिफ्यूज़र महंगे और इन्हें अधिक मेंटनेस की जरूरत होती है।
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इनका चयन करते हुए आपको अपने कमरे के साइज पर भी फोकस करना चाहिए। याद रखें कि जितना बड़ा कमरा होगा, उतनी बड़ी डिवाइस की जरूरत होगी। ह्यूमिडिफ़ायर आमतौर पर बड़े कमरों के लिए बेहतर होते हैं क्योंकि वे आमतौर पर डिफ्यूज़र की तुलना में अधिक पानी रखते हैं। डिफ्यूज़र छोटे कमरे या डेस्क के लिए बेहतर है क्योंकि वे लिक्विड को दूर तक फैलाने के लिए डिज़ाइन नहीं किए गए हैं।
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