हिमालय की घाटी में फूलों का अद्भुत संसार बसा हुआ है, यही वजह है कि यहां ऐसे कई फूलों के बागवान है जो आज भी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र है। ये बागवान सालों साल हरे-भरे और अनोखे-अनोखे फूलों के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध माने जाते हैं। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से हिमालय में खिलने वाले फूलों में से एक फूल की चर्चा जोरों से हैं।
इस फूल का नाम है 'ब्रह्मकमल फूल'। इस फूल को लेकर कई लोग बोल रहे हैं कि इसे देखने का मौका बार-बार नहीं मिलता और ना ही ये सालों भर खिले रहते हैं। तो चलिए आज इस फूल के बारे में और करीब से जानते हैं और ये भी मालूम करते हैं कि क्या खास है इस ब्रह्मकमल फूल में-
साल में सिर्फ एक बार खिलाता है ये फूल
#WATCH Uttarakhand: Brahma Kamal flowers begin blooming in Rudraprayag. pic.twitter.com/dLLcyVweEe
— ANI (@ANI) October 10, 2020
ब्रह्मकमल फूल के बारे में कहा जा रहा है कि ये साल में सिर्फ एक बार ही खिलता है। कुछ लोगों का तो ये कहना है कि ब्रह्मकमल फूल एक ही रात खिलता और अगले दिन मुरझा जाता है। इसे रहस्यमयी ब्रह्मकमल फूल भी कहा जाता है। कहा जाता है कि उत्तराखंड के चमोली इलाके में खिलने वाले ये फूल जुलाई से लेकर अक्टूबर में ही खिलते हैं।
क्या है मान्यता इस फूल को लेकर
कहा जाता है कि ये फूल ब्रह्म देव का प्रिय फूल है। ब्रह्मकमल फूल को भगवान ब्रह्मा जी का आसन भी माना जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिन्दू मान्यता में ब्रह्मा जी को कमल के फूल पर बैठा दिखाया जाता है वो यहीं फूल है। कई पौराणिक कथाओं में भी इस फूल का जिक्र किया गया है। ऐसा भी कहा जाता है कि रामायण में लक्ष्मण के बेहोश होने के बाद जब ठीक हुए थे तो स्वर्ग से यही फूल बरसाए गए थे। (ये फूल कर सकते हैं कई बीमारियों का इलाज)
ऊंचाई पर ही होते हैं
ब्रह्मकमल फूल आमतौर पर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पाई जाती है। खास कर ये फूल बेहद ही ऊंचाई वाले जगहों पर खिलते हैं। कहा जाता है कि लगभग 45 हज़ार मीटर से अधिक की ऊंचाई पर ही दिखता है ये फूल। कई लोगों का ये भी कहना है कि ये फूल किसी औषधि से कम नहीं है।
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तिब्बत में भी मिलते हैं
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कहा जा रहा है कि भारत के अलावा तिब्बत में भी इस इसी तरह के मिलते-जुलते फूल मिलते हैं। ये भी कहा जा रहा है कि हिमाचल और उत्तराखंड में इसकी खेती भी होने लगी लगी। इसी तरह नील कमल, फेन कमल को भी एक रहस्यमयी फूल माना जाता है।(गेंदे के फूल से बने फेस मास्क)
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