मुगल साम्राज्य एक ऐसा वंशज रहा है, जिसने हिंदुस्तान पर लंबे समय तक राज किया था। हैरानी की बात तो यह है कि आज भी मुगलकालीन चर्चा का विषय बना रहता है और इसको लेकर लगातार बहस चलती रहती है। ऐसे में मुगल साम्राज्य से जुड़े हर किस्से से वाकिफ होना बहुत जरूरी है, खासकर राजा-महारानियों के बारे में।
इसलिए मुगलकाल पर विचार-विमर्श करना न सिर्फ इंटरेस्टिंग है, बल्कि हमारे लिए जानना भी बहुत जरूरी है। यही वजह है कि हम अपनी सीरीज 'हिस्ट्री ऑफ क्वीन' में इतिहास और इससे जुड़ी ऐसी महिलाओं के बारे में बताते हैं, जिनकी वफादारी की आज भी दुनिया कायल है। तो देर किस बात की चलिए आइए जानते हैं।
जगत गोसाई
इतिहास के अनुसार बादशाह जहांगीर की बीवीहिंदू थीं, जो बहुत वफादार थीं। इनका नाम जगत गोसाई था, जो जोधपुर की मारवाड़ रियासत की राजकुमारी थीं। इनके पिता का नाम राजा उदयसिंह और माता का नाम महारानी मानववती था।
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बता दें कि राजकुमारी का पूरा नाम श्री मानवती बाईजी लाल साहिबा था, जिन्होंने मुगल बादशाह जहांगीर से शादी कर ली थी। रानी को शादी के बाद बिलकिस मकानी के नाम से जाना जाता था।
सलीमा सुल्तान बेगम
यह मुगल साम्राज्य और अकबर की सबसे वफादार बेगम में से एक हैं। इनका नाम सलीमा सुल्तान बेगमहै, जो तैमूरी राजवंश से ताल्लुक रखती थीं। इनका जन्म 23 फरवरी 1539 को हुआ था। इनके पिता का नाम नूरुद्दीन था। हालांकि, सलीमा बेगम अकबर की दूसरी पत्नी थीं।
इससे पहले उनका निकाह बैरम खां से करवा दिया था। सलीमा बेगम दिल की बेहद साफ और सच्चाई पर चलने वाली इंसान थीं। उन्होंने अकबर को कई बार संभाला है। उनकी मृत्यु 15 दिसम्बर 1612 में हुई थी। कहा जाता है कि उनकी कब्र आगरा में मौजूद है।
मासूम सुल्तान बेगम
यह एक वफादार मुगल राजकुमारी और पहले मुगल सम्राट बाबर की बहादुर बेटी थीं। इनका नाम हुमायूंनामा में भी रेखांकित किया गया है क्योंकि यह गुलबदन बेगम की बहन थीं, जिन्हें 'बड़ी बहन मून' के नाम से भी जाना जाता था।
इनका जन्म काबुल में हुआ था। इतिहास के अनुसार मासूम सुल्तान बेगम के जन्म के बाद ही इनकी मां मर गई थीं। साथ ही, यह भी कहा जाता है कि इनका नाम इनकी मा ने ही रखा था। इसके बाद उनकी परवरिश बाबर की पूरी पत्नी ने की थीं।
खानजादा बेगम
इसमें खानजादा बेगम का नाम भी आता है, जो उमर शेख मिर्जा और उनकी पहली पत्नी कुतलुग निगार खानम की सबसे बड़ी बेटी थीं और मुगलिस्तान की राजकुमारी थीं। बता दें कि बाबर खानजादा का छोटा भाई था और 1483 में उसके जन्म के 5 साल बाद पैदा हुआ था। खानजादा, एक शहजादी, जिनका जीवन प्रमुख रूप से बलिदान और आघात से भरा था।
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मुगल साम्राज्य की प्रारंभिक स्थापना के निर्णयों के पीछे अपनी दादी ऐसन दौलत बेगम के साथ शामिल थीं। उन्हें मुगल साम्राज्य की सबसे शक्तिशाली महिलाके रूप में जाना जाता है।
इन महिलाओं के अलावा भी मुगल साम्राज्य तमाम महिलाएं वफादार थीं, जिनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। आपको लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर और लाइक ज़रूर करें, साथ ही, ऐसी अन्य जानकारी पाने के लिए जुड़े रहें हरजिन्दगी के साथ।
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