herzindagi
royal women in mughal empire in hindi

मुगल साम्राज्य की सबसे वफादार महिलाएं जिनकी ईमानदारी पर आज भी कायल है दुनिया

अगर आप इतिहास के प्रेमी हैं और हमेशा नए किस्से को जानने के लिए इच्छुक रहते हैं, तो यह लेख आपको जरूर पसंद आएगा। आज हम आपको उन मुगल शहजादियों के बारे में बताएंगे, जिनकी वफादारी की मिसाल आज भी दी जाती है।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-09-21, 17:08 IST

मुगल साम्राज्य एक ऐसा वंशज रहा है, जिसने हिंदुस्तान पर लंबे समय तक राज किया था। हैरानी की बात तो यह है कि आज भी मुगलकालीन चर्चा का विषय बना रहता है और इसको लेकर लगातार बहस चलती रहती है। ऐसे में मुगल साम्राज्य से जुड़े हर किस्से से वाकिफ होना बहुत जरूरी है, खासकर राजा-महारानियों के बारे में। 

इसलिए मुगलकाल पर विचार-विमर्श करना न सिर्फ इंटरेस्टिंग है, बल्कि हमारे लिए जानना भी बहुत जरूरी है। यही वजह है कि हम अपनी सीरीज 'हिस्ट्री ऑफ क्वीन' में इतिहास और इससे जुड़ी ऐसी महिलाओं के बारे में बताते हैं, जिनकी वफादारी की आज भी दुनिया कायल है। तो देर किस बात की चलिए आइए जानते हैं। 

जगत गोसाई

life of women in mughal rural

इतिहास के अनुसार बादशाह जहांगीर की बीवी हिंदू थीं, जो बहुत वफादार थीं। इनका नाम जगत गोसाई था, जो जोधपुर की मारवाड़ रियासत की राजकुमारी थीं। इनके पिता का नाम राजा उदयसिंह और माता का नाम महारानी मानववती था। 

इसे जरूर पढ़ें- इन तरीकों से अपने पार्टनर के साथ सेलिब्रेट कर सकती हैं करवा चौथ

बता दें कि राजकुमारी का पूरा नाम श्री मानवती बाईजी लाल साहिबा था, जिन्होंने मुगल बादशाह जहांगीर से शादी कर ली थी। रानी को शादी के बाद बिलकिस मकानी के नाम से जाना जाता था।

सलीमा सुल्तान बेगम

यह मुगल साम्राज्य और अकबर की सबसे वफादार बेगम में से एक हैं। इनका नाम सलीमा सुल्तान बेगम है, जो तैमूरी राजवंश से ताल्लुक रखती थीं। इनका जन्म 23 फरवरी 1539 को हुआ था। इनके पिता का नाम नूरुद्दीन था। हालांकि, सलीमा बेगम अकबर की दूसरी पत्नी थीं। 

इससे पहले उनका निकाह बैरम खां से करवा दिया था। सलीमा बेगम दिल की बेहद साफ और सच्चाई पर चलने वाली इंसान थीं। उन्होंने अकबर को कई बार संभाला है। उनकी मृत्यु 15 दिसम्बर 1612 में हुई थी। कहा जाता है कि उनकी कब्र आगरा में मौजूद है।

मासूम सुल्तान बेगम

life of women in mughal rural in hindi

यह एक वफादार मुगल राजकुमारी और पहले मुगल सम्राट बाबर की बहादुर बेटी थीं। इनका नाम हुमायूंनामा में भी रेखांकित किया गया है क्योंकि यह गुलबदन बेगम की बहन थीं, जिन्हें 'बड़ी बहन मून' के नाम से भी जाना जाता था। 

इनका जन्म काबुल में हुआ था। इतिहास के अनुसार मासूम सुल्तान बेगम के जन्म के बाद ही इनकी मां मर गई थीं। साथ ही, यह भी कहा जाता है कि इनका नाम इनकी मा ने ही रखा था। इसके बाद उनकी परवरिश बाबर की पूरी पत्नी ने की थीं।

खानजादा बेगम

women in mughal rural in hindi

इसमें खानजादा बेगम का नाम भी आता है, जो उमर शेख मिर्जा और उनकी पहली पत्नी कुतलुग निगार खानम की सबसे बड़ी बेटी थीं और मुगलिस्तान की राजकुमारी थीं। बता दें कि बाबर खानजादा का छोटा भाई था और 1483 में उसके जन्म के 5 साल बाद पैदा हुआ था। खानजादा, एक शहजादी, जिनका जीवन प्रमुख रूप से बलिदान और आघात से भरा था। 

इसे जरूर पढ़ें- Wedding Rituals: जुरान से लेकर शाही स्नान तक, असम में शादी के समय होती हैं ये खास रस्में

मुगल साम्राज्य की प्रारंभिक स्थापना के निर्णयों के पीछे अपनी दादी ऐसन दौलत बेगम के साथ शामिल थीं। उन्हें मुगल साम्राज्य की सबसे शक्तिशाली महिला के रूप में जाना जाता है।

 

इन महिलाओं के अलावा भी मुगल साम्राज्य तमाम महिलाएं वफादार थीं, जिनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। आपको लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर और लाइक ज़रूर करें, साथ ही, ऐसी अन्य जानकारी पाने के लिए जुड़े रहें हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit- (@Freepik) 

 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।