Krishna Janmashtami 2023: इस फूल को कहा जाता है Rakhi Flower, भगवान श्री कृष्ण को भी है बेहद प्रिय

Krishna Kamal Flower: हिंदू धर्म में कमल के फूल का बहुत महत्व बताया गया है। एक या दो नहीं बल्कि चार तरह के कमल होते हैं। जिनमें से एक कमल के पुष्प के बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं।  

 
Passion Flowers

Passion Flowers: हिंदू धर्म में पेड़, पौधे और फूलों का बहुत महत्व बताया गया है। फूलों में सबसे श्रेष्ठ और खास कमल, अपराजिता, पारिजात, मदार और शमी के पुष्प को माना गया है। इन फूलों में सबसे श्रेष्ठ कमल को माना गया है जो कि सभी देवी देवताओं को बेहद प्रिय है। ऐसे में जब कमल के फूल के बारे में बात हो रही है तो बता दें कि देवताओं को ये चार तरह के कमल बेहद प्रिय है। ये चार कमल हैं सफेद कमल, नील कमल, ब्रह्म कमल और कृष्ण कमल। कृष्ण कमल को राखी फूल भी कहा जाता है, क्योंकि यह दिखने में एकदम राखी की तरह ही दिखता है। इस शुभ फूल को जुगनू फूल के नाम से भी जाना जाता है।

भगवान श्री कृष्ण को है बेहद प्रिय

Krishna Janmashtami

कृष्ण कमल का यह फूल भगवान कृष्ण को बहुत पसंद है। इसलिए आप इस फूल को आने वाले जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण जी को जरूर चढ़ाएं। दिखने में बेहद खूबसूरत इस फूल का साइंटिफिक नाम Passiflora है। यह राखी फूल अन्य कमल के फूल की तरह तालाब या पानी में खिलने के बजाए बेल में खिलते हैं, इसलिए इसका दूसरा नाम झुमका लता है। यह फूल ज्यादातर ईस्ट अमेरिका और साउथ अमेरिका में पाया जाता है।

कृष्ण कमल के बारे में

krishna kamal

कृष्ण कमल का यह फूल कई रंगों में खिलता है जैसे, बैंगनी, सफे और लाल। बता दे कि इस फूल की एक या दो नहीं बल्कि 500 से ज्यादा प्रजातियां हैं। वास्तु और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में इसका बेल लगाना बहुत शुभ माना गया है। इस बेल को घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा (घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए उपाय) का प्रवाह होता है। फूल को घर में लगाने से जीवन में सुख समृद्धि और उन्नति होती है।

क्यों कहा जाता है कृष्ण कमल

rakhi flower

कृष्ण कमल की बाहरी संख्या 100 से ज्यादा होती है, फिर उसके ऊपर पांच कली निकलती है। जिसे लोग कौरव और पांडव भाइयों से जोड़ाते हैं। पांच कलियों के ऊपर 3 कलियां होती हैं, जिसे ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक कहा जाता है और जो केंद्र में कली है उसे भगवान कृष्ण(भगवान श्री कृष्ण के जिंदा सबूत) का स्वरूप माना जाता है। इसलिए इसे कृष्ण कमल कहा जाता है।

इसे भी पढ़ें - शिव जी को बेहद प्रिय हैं ये पंच पुष्प, जल्द होंगे प्रसन्न

नोट- यह केवल लोक मान्यताओं पर आधारित बाते हैं।

अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।

Image Credit: Shutterstocks, Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP