करवा चौथ वाले दिन चांद की पूजा की जाती है और उसे छलनी से ही देखा जाता है। शाम में चांद की पूजा करते टाइम छलनी को पूजा की थाली में रखा जाता है। करवा चौथ के फास्ट में चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व होता है। बॉलीवुड में जिस तरीके से चंद्रमा की पूजा करते हुए दिखाया जाता है जिस वजह से कई महिलाओं को अपने पहले करवा चौथ पर इसी तरह से पूजा करने का मन होता है। शाम को स्त्रियां पूजा करके चंद्रमा को अर्क देकर अपने पति की पूजा करती हैं और उनके हाथ से पानी पीकर व्रत खोलती हैं।
चांद की छलनी से पूजा की वजह
पहला करवा चौथ बहुत खास होता है और शगुन का भी बहुत ध्यान रखा जाता है। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक चंद्रमा को भगवान ब्रह्मा का रूप माना जाता है और चांद को लंबी आयु का वरदान मिला हुआ है। चांद में सुंदरता, प्रेम और लंबी आयु जैसे गुण पाए जाते हैं इसीलिए सभी महिलाएं चांद को देखकर ये कामना करती हैं कि ये सभी गुण उनके पति में आ जाएं। चांद की छलनी से पूजा करने के पीछे एक कथा है। तो चलिए आपको वो कथा सुनाते हैं।
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पौराणिक कथा के अनुसार एक साहूकार के सात लड़के और एक बेटी थे। बेटी ने अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। रात के समय जब सभी भाई भोजन करने लगे तो उन्होंने अपनी बहन को भी खाने के लिए बुलाया लेकिन बहन ने कहा, "भाई! अभी चांद नहीं निकला है, उसके निकलने पर अर्घ्यच देकर भोजन करूंगी।“ बहन की इस बात को सुन भाइयों ने बहन को खाना खिलाने की योजना बनाई। भाइयों दूर कहीं एक दिया रखा और बहन के पास छलनी ले जाकर उसे प्रकाश दिखाते हुए कहा कि चांद निकल आया है और तुम अर्घ्य देकर भोजन कर लो। इस प्रकार छल से उसका व्रत भंग हो गया। किसी और शादीशुदा महिला का व्रत भंग ना हो इसलिए छलनी में दिया रखकर चांद की पूजा करना शुरू हुआ।
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करवा चौथ पूजा व्रत की थाली
शादी के बाद पहली दिवाली, पहली होली, पहला बर्थडे और पहले करवा चौथ की बात ही कुछ और होती है। सुहागनों के लिए सभी व्रत और त्योहार खास होते हैं लेकिन करवा चौथ का व्रत सबसे खास होता है।
- सिंदूर
- चंदन
- मेहंदी
- महावर
- शहद
- पुष्प
- कच्चा दूध
- शक्कर
- शुद्ध घी
- दही
- मिठाई
- गंगाजल
- चावल
- बिंदी
- चुनरी
- चूड़ी
- बिछुआ
- दीपक
- रुई
- कपूर
- गेहूं
- शक्कर का बूरा
- हल्दी
- पानी का लोटा
- छलनी
- आठ पूरियों की अठावरी और हलवा
इस साल करवा चौथ का पर्व देशभर में 4 नवंबर को मनाया जा रहा है। इस दिन हर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करते हुए उपवास रखती है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य रोचक लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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