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Mountain of 900 Temples: दुनिया का इकलौता ऐसा पहाड़ जहां स्थापित हैं 900 से भी ज्यादा मंदिर

हमारे देश में सैंकड़ों मंदिर हैं और हर एक मंदिर की अपनी कई खूबियों और रहस्यों को समेटे हुए है। इसी कड़ी में आज हम आपको एक ऐसे पहाड़ के बारे में बताने जा रहे हैं जहां 900 से भी ज्यादा मंदिर हैं।  
Editorial
Updated:- 2023-03-27, 11:39 IST

900 Mandir Wala Mountain: भारत की गली-गली में अद्भुत और दिव्य मंदिर स्थापित हैं। यही कारण है कि हमारे देश को मंदिरों का गढ़ माना जाता है। हर एक मंदिर की अपनी मान्यता और उस मंदिर से जुड़े कई गहरे रहस्य होते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर दुनिया के इकलौते ऐसे पहाड़ के बारे में बताने जा रहे हैं जहां 900 से भी अधिक मंदिर स्थापित हैं।

  • हम जिस पहाड़ की बात कर रहे हैं वह गुजरात में स्थित पालिताणा है जो जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थान है। पालिताणा भावनगर जिले से 50 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम (दक्षिण-पश्चिम दिशा में न रखें ये चीजें) में शत्रुंजय पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर की सुंदरता और दिव्यता किसी को भी मोहित कर देने वाली मानी जाती है।

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  • पालिताणा तीर्थ स्थान का निर्माण संगमरमर पर सुंदर नक्काशी से किया गया है। शत्रुंजय पर्वत पर मौजूद यह स्थान जैन समुदाय की आस्था का मुख्य केंद्र है जहां 900 से भी ज्यादा जैन मंदिर मौजूद हैं जिनमें पर्वत की चोटी पर जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ (ऋषभदेव) का प्रमुख मंदिर स्थापित है।

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  • जैन धर्म में पालिताणा का मंदिर सर्वाधिक पवित्र और दिव्य चमत्कारी माना गया है। इस स्थान से जुड़ी कथा के अनुसार, पहाड़ों पर स्थित इन मंदिरों का निर्माण भगवान के विश्राम के लिए कराया गया था और तभी से यह जैनियों का तीर्थ स्थान बन गया।

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  • इसी कारण से यहां रात्रि में भक्तों को ही नहीं पुजारी को भी रुकने की अनुमति नहीं है। रात्रि के समय में मंदिरों को खाली कराया जाता है क्योंकि मान्यता के अनुसार जैन धर्म (जैन धर्म के प्रतीक) के 24 तीर्थंकर यहां विश्राम के लिए रात में आते हैं और उनकी नींद में कोई बाधा न हो इसलिए किसी को भी रुकने की अनुमति नहीं होती।

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  • दिन में पुनः सभी 900 मंदिरों के द्वार खोल दिए जाते हैं और भक्तों को दर्शन करने की अनुमति होती है। जैन समुदाय में इस स्थान को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस पर्वत पर मौजूद सभी मंदिर दिव्य फलप्रदायक हैं। यहां तीर्थंकर स्वयं भक्तों की विपदा को हर लेते हैं।

तो ये था वो पहाड़ और उस पहाड़ पर मौजूद 900 मंदिरों से जुड़ी रोचक कथा। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Wikipedia

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