अगर आप सास से परेशान हैं तो इन कानूनों की लें मदद

अगर आप अपनी सास से परेशान हैं तो आप इस आर्टिकल में दिए गए कानूनों की मदद ले सकते हैं।

Geetu Katyal
how to deal with toxic mother in law

घर में अक्सर अलग-अलग कारणों की वजह से विवाद शुरू हो जाता है। अक्सर आप भी अपने घर में छोटी-मोटी बातों को होते हुए देखती होंगी। कई बार खुद आपके साथ भी परिवार वाले बुरा बर्ताव करते होंगे लेकिन इसका यह मतलब नहीं की कोई भी आपको कुछ भी कह दे।

कई बार सास अपनी बहुओं के साथ कुछ ज्यादा बुरा बर्ताव कर देते हैं जो कि सरासर गलत है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे कानून जिनकी मदद से आप सास द्वारा किए जा रहे किसी भी तरह के शोषण के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं। इस विषय के बारे में हमने बात की दिल्ली हाई कोर्ट के वकीलमनीश से।

क्या कहते हैं आकड़ें

domastic violance

  • नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (2019-2021) के मुताबिक, देश में होने वाली घरेलू हिंसा के मामले आझ भी सामने आ रहे हैं। कुल मामलों में से 77 फीसदी महिलाएं आज भी इस बारे में किसी को बताने से डरती हैं।
  • NHFS-5 Survey Data के मुताबिक, 18 से 49 साल की लगभग 30 प्रतिशत महिलाएं शारीरिक हिंसा का सामना करती हैं।
  • घरेलू हिंसा के मामले में कर्नाटक (48%) देश में सबसे ऊपर है। उसके बाद बिहार (39.6%), मणिपुर (38%), तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्यों का नाम शामिल है। लक्षद्वीप में महिलाओं का साथ सबसे कम (2.1%) घरेलू हिंसा सामने आई है।

डोमेस्किट वायलेंस एक्ट

परिवार द्वारा किए जा रहे किसी भी तरह की प्रताड़ना के लिए आप डोमेस्टिक वाइलेंट एक्ट की मदद ले सकते हैं। इसी एक्ट के तहत आप अपनी सास के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं।

इस एक्ट के अंदर अगर आपकी सास गलत बोलती है, मारती है या किसी तरह की जोर जबरदस्ती करती है आदि हर तरह की शोषण के बारे में शिकायत की जा सकती है। मामला चलने के बाद दोनों पक्षों की बात सुनी जाएगी और फिर अगर आपकी सास गलत प्रूफ होती है तो आप एक्शन ले सकते हैं।

इसे भी पढ़ेंःहर महिला जानें अपने इन कानूनी अधिकारों के बारे में और इस्तेमाल करें क्योंकि अब समझौता नहीं कर सकते

दहेज के लिए होता है शोषण तो क्या करें?

why mother in law fight

आईपीसी की धारा 498A महिलाओं को दहेज से जुड़ी प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठाने का हक देती है। इस धारा के तहत अगर आपकी सास आपको दहेज की मांग करती है या दहेज से जुड़ी किसी भी वजह से आपको परेशान करती है तो आईपीसी की धारा 498A की मदद ले सकते हैं। इस सेक्शन में सिर्फ दहेज से जुड़े मामले दर्ज होते हैं।

इसे भी पढ़ेंःदहेज के बारे में क्या कहता है भारत का कानून? जानने के लिए पढ़ें

क्यों जरूरी है आवाज उठाना

शादी के बाद सास या किसी भी सदस्य के पास कोई हक नहीं है कि वो अपनी बहू पर शोषण करें। अक्सर महिलाओं सास की बातों को सुनते-सुनते अपना जीवन गुजार देती है जो गलत है।

तो ये थे कुछ काननू जिनकी मदद से आप अपनी सास के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं। अगर आप किसी और तरह की कानूनी समस्या के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल के कमेंट सेक्शन में सवाल करें।

अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Photo Credit: Shutterstock