आजकल लोगों के लिए ऑनलाइन शॉपिंग करना बहुत आसान हो चुका है। अब छोटी से छोटी चीज 8-10 मिनट में आपके घर पर डिलीवर कर दी जाती है। ऐसे में ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज लोगों के सिर पर चढ़कर बोल रहा है, लेकिन डिजिटलीकरण ने हमारी जिंदगी जितनी आसान बना दी है, इसके नुकसान भी उतने ही ज्यादा हैं। ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए भी अब साइबर क्राइम के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। अब साइबर अपराधी लोगों को शिकार बनाने का नया तरीका ढूंढ चुके हैं। अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, तो आपको हमेशा इन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
आमतौर पर, जब हम ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, तो हमें प्रोडक्ट पार्सल बॉक्स में ही डिलीवर किया जाता है। इस बॉक्स पर हमारा नाम, पता, फोन नंबर और ईमेल जैसी कई पर्सनल डिटेल्स भी लिखी होती हैं। इन डिटेल्स को इसलिए लिखा जाता है, ताकि डिलीवरी बॉय आपका पार्सल सही जगह पर डिलीवर कर पाए। लेकिन, आजकल नया स्कैम सामने आ रहा है, जिसमें स्कैमर्स ई-कॉमर्स कंपनियों के डिलीवरी बॉक्स से पर्सनल डिटेल्स लेकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
इसे भी पढ़ें - फ्रॉड करने के लिए स्कैमर्स कहां से निकालते हैं नाम, नंबर और तमाम डिटेल्स? आप भी जान लीजिए
ऑनलाइन डिलीवरी बॉक्स से कैसे होता है स्कैम?
आमतौर पर लोग ऑनलाइन कोई सामान ऑर्डर करते हैं और सामान को बॉक्स से निकालने के बाद बॉक्स को सीधे कूड़े में डाल देते हैं। वहीं, स्कैमर्स कूड़े में फेंके गए पार्सल बॉक्स से लोगों के नाम, पते, मोबाइल नंबर्स जैसी तमाम डिटेल्स निकाल लेते हैं। इसके बाद, वे लोगों से फोन, ईमेल या व्हाट्सऐप के जरिए कॉन्टैक्ट करते हैं और अपनी सोशल इंजीनियरिंग स्किल्स का उपयोग करके बाकी दूसरी जानकारी भी निकाल लेते हैं। कई बार स्कैमर्स लोगों को फर्जी ऑफर, नौकरी के अवसर, लॉटरी के जरिए लुभाते हैं। स्कैमर्स आपके बारे में जितना ज्यादा जानते होंगे, उनके जाल में आप उतनी ही आसानी से फंसने का जोखिम भी रखते हैं।
स्कैम से कैसे बचें?
- ऑनलाइन डिलीवरी पार्सल बॉक्स को फेंकने से पहले उसके शिपिंग लेबल को जरूर हटाएं। शिपिंग लेबल से अपना नाम, फोन नंबर और पता जरूर मिटा दें।
- अगर आपको पार्सल बॉक्स के अंदर कोई रसीद, चालान या कागज मिला है, तो उसे अपने पास रख लें या फाड़कर फेंक दें।
- अगर संभव हो तो पार्सल बॉक्स को कचरे में फेंकने के बजाय रीसाइकिल करें।
- अगर आपको किसी अनजान नंबर से कॉल या मैसेज आता है, तो आपको इग्नोर करना चाहिए। इसके अलावा, अगर किसी संदिग्ध नंबर से कॉल आता है और सामने वाला आपको ऑफर, नौकरी या गिफ्ट का लालच देता है, तो सावधान हो जाएं। कभी भी किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।
- इन सावधानियों को बरतकर आप धोखाधड़ी का शिकार होने से काफी हद तक बच सकते हैं।
क्या है ब्रशिंग स्कैम?
वहीं, आजकल मार्केट में एक और स्कैम चल रहा है, जिसमें आपको कोई ऐसा पार्सल मिलता है, जिसे आपने कभी ऑर्डर ही नहीं किया होता है। इस तरह के फ्रॉड को ब्रशिंग स्कैम कहते हैं। इस स्कैम में कोई कंपनी या व्यक्ति किसी व्यक्ति के पते पर फेक ऑनलाइन रिव्यू के लिए अनचाहे प्रोडक्ट को भेजता है। स्कैमर्स पहले आपका नाम, पता और मोबाइल नंबर जैसी डिटेल्स को ढूंढते हैं और फिर पार्सल बॉक्स पर आपका नाम, पता और मोबाइल नंबर जैसी पर्सनल डिटेल्स के शिपिंग लेबल को चिपकाकर आपके घर के सामने पार्सल रखकर चला जाता है। कई बार हम एक साथ कई सामान को ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं, तो हमें याद भी नहीं रहता है। ऐसे में जब हमें कोई प्रोडक्ट मिलता है, तो हम प्रीपेड देखकर रख लेते हैं।
इसे भी पढ़ें - सिर्फ एक फोन कॉल कर सकता है आपका बैंक अकाउंट खाली, जानिए इस फ्रॉड से बचने के तरीके
क्यों किया जाता है यह स्कैम?
आमतौर पर ब्रशिंग स्कैम के जरिए स्कैमर्स आपके नाम और पर्सनल डिटेल्स का इस्तेमाल करके एक फेक पॉजिटिव रिव्यू लिखते हैं, जिससे ऐसा लगता है कि आपने सच में ऑर्डर बुक किया था और आप उससे संतुष्ट हैं।
अगर आपको किसी भी ई-कॉमर्स वेबसाइट के नाम से पार्सल मिलता है, तो आपको ऐप्स पर जाकर एक बार ऑर्डर जरूर चेक करना चाहिए। अगर आपने ऑर्डर बुक नहीं किया है, तो इसकी जानकारी कंपनी को देनी चाहिए। अगर पैकेज में आपको कोई संदिग्ध सामग्री मिलती है, तो इसकी जानकारी पुलिस थाने में जाकर जरूर देनी चाहिए।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit - freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों