इस मौसम में मोगरे और बेला के फूल बहुत ही ज्यादा खिलते हैं। इनकी खुशबू से पूरा घर भर जाता है। पर कई बार ऐसा होता है कि मोगरे का पौधा आप लगा तो लेते हैं, लेकिन फिर भी इसमें ज्यादा फूल नहीं आते। वैसे तो इसकी शुरुआत सर्दियों के बाद ही कर देनी चाहिए। यानी फरवरी-मार्च के महीने में ही पौधे की प्रूनिंग कर इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। हालांकि, अगर आप यह नहीं कर पाए हैं, तो आप अब सॉफ्ट प्रूनिंग करने के बाद पौधे की गुढ़ाई कर सही फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें।
अगर मोगरे का पौधा गमले में लगा है, तो हो सकता है कि उसमें बहुत सारे फूल ना देखने को मिलें। पर कुछ ट्रिक्स से इस पौधे में फूलों की पैदावार बढ़ सकती है।
हमने नोएडा सेक्टर 27 स्थित नर्सरी के माली कमलेश कुशवाहा से बात की। उन्होंने हमें नर्सरी वालों के कुछ सीक्रेट्स बताए जो अधिकतर लोग नहीं जानते।
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क्या है सॉफ्ट प्रूनिंग?
मोगरे के डोरमेंसी पीरियड के बाद आपको पौधे को तैयार करना होता है। आप सॉफ्ट प्रूनिंग जून-जुलाई में भी कर सकते हैं। ऊपर की टहनियों में जहां से पत्तियां उगती हैं वहां से आपको इसे छांट देना है। कोई टहनी अगर बेल की तरह बढ़ रही हो, तो उसे भी कट कर दें। इन्हें हाथ से नहीं तोड़ना, बल्कि इसे कैंची या पौधे काटने वाले किसी अन्य औजार से सीधा काटना है। बरसात के मौसम में यह बहुत तेजी से बढ़ता है और पौधा अपनी सारी एनर्जी बढ़ने के लिए लगाता है ना कि फूल प्रोड्यूस करने पर। ऐसे में कटिंग जरूरी हो जाती है।
आपको सूखे फूल, फ्लावर नॉड्स, सूखी हुई टहनियां भी काट देनी है। ऐसे में ना सिर्फ पौधे का शेप अच्छा रहेगा, बल्कि पौधा हेल्दी भी बना रहेगा। ऐसे ही एक हार्ड प्रूनिंग भी होती है जिसे सर्दियों के बाद करना बेहतर होता है। इसका मतलब मुख्य टहनी को छोड़कर आपको बाकी सभी को छांट देना है और पौधा बहुत छोटा कर देना है, ताकि वह बढ़ने लगे।
प्रूनिंग के बाद आपको इसकी मिट्टी लगभग 1 इंच तक खोदनी है। ध्यान रखें कि मुख्य जड़ को नुकसान ना पहुंचाएं। गुढ़ाई से पौधे की जड़ पर हवा लगती है और बारिश के मौसम में इसका फायदा होता है।
मिट्टी में डालें ये चीजें
कई बार लोग मोगरे के पौधे की रीपॉटिंग करने के बारे में सोचते हैं। ऐसे में आप मिट्टी में वर्मी कम्पोस्ट और गोबर की खाद जरूर मिलाएं। नर्सरी में पौधे रीपॉट होते रहते हैं जिससे मोगरे में नई जान बनी रहती है।
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मोगरे के लिए देसी फर्टिलाइजर
आपको 2 चम्मच चाय की पत्ती को आधा लीटर पानी में उबालना है और उसे तब तक उबालना है जब तक वो आधा ना रह जाए। इसके बाद इस पानी को ठंडा करना है और इसे एक या डेढ़ लीटर पानी में डाइल्यूट करना है। इसे गुढ़ाई करने वाले दिन के अगले दिन आपको पौधे में डालना है। यह बेला, चमेली, मोगरा जैसे सभी सफेद फूलों वाले पौधों के लिए अच्छा फर्टिलाइजर है। आपका पौधा छोटा है तो एक चम्मच चाय की पत्ती ही इस्तेमाल करें।
मोगरे के पौधे को हमेशा धूप में ही रखें। इसे छांव में रखेंगी, तो फूल कम आएंगे। आप इन ट्रिक्स को अपना कर देखिए और अपना एक्सपीरियंस हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताइए। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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