हिंदू धर्म में कई तीज-त्योहार आते हैं, जब महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करने के लिए व्रत रखती हैं। करवा चौथ का त्योहार भी इन्हीं में से एक है। मगर इस त्योहार को एक उत्सव की तरह मनाया जाता है। करवा चौथ की तैयारियां महीने भर पहले से ही शुरू हो जाती हैं, मगर जिस दिन करवा चौथ का त्योहार होता है उस दिन सुबह से ही महिलाएं रात में चांद निकलने के बाद व्रत खोलने की तैयारियों में जुट जाती हैं।
महिलाओं का पूरा दिन पूजा की सामग्री इकट्ठा करने और पकवान बनाने में ही निकल जाता है, वहीं शाम होते ही महिलाएं अपने श्रृंगार और पूजा की थाली को सजाने में लग जाती हैं। मजे की बात तो यह है कि महिलाएं जितना खुद सजती-संवरती हैं, उतना ही अपनी पूजा की थाली को भी खूबसूरती से सजाती हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि करवा चौथ की पूजा की थाली तैयार करते वक्त आपको कौन-कौन सी सामग्रियां उसमें अवश्य रखनी चाहिए।
आटे का दीपक और रुई की बत्ती
करवा चौथ की थाली में आटे से बना दीपक जरूर रखें। इसमें आप सरसों का तेल भर कर रुई की बत्ती डालें। उसी दिये से आपको चंद्रमा और पति की आरती उतारनी होती है। बहुत सी महिलाएं आटे के दिये की जगह मिट्टी का दिया करवे पर रखती हैं। मगर आपको आटे से बना दिया रखना चाहिए, इससे गृह कलह और पति-पत्नी के बीच (पति-पत्नी के बीच की दूरियों को कम करने के वास्तु टिप्स) का विवाद समाप्त होता है।
कांस की तीलियां
करवा चौथ का त्योहार जैसे ही नजदीक आता है, वैसे ही आपको बाजार में कांस की तीलियां नजर आने लग जाएंगी। इन तीलियों से जुड़ी अलग-अलग मान्यताएं हैं, मगर करवा चौथ की पूजा में इन तीलियों का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार कोई कांस की 11 तीलियां इस्तेमाल करता है, तो कोई 14 तीलियों को करवे में लगाता है।
मिट्टी का टोंटीदार करवा
करवा चौथ का नाम ही करवे पर पड़ा है। इसलिए मिट्टी के करवे का इस पर्व पर बहुत महत्व है। हालांकि, कुछ महिलाएं पीतल का करवा भी इस्तेमाल करती हैं, मगर पूजा की थाली में एक मिट्टी का करवा जरूर होना चाहिए। वैसे तो बाजार में आपको डिजाइनर करवे मिल जाएंगे, मगर करवा कैसा भी हो आपको उस पर चावल का लेप जरूर लगाना होता है। इसे बहुत ही शुभ माना गया है।
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कुमकुम
करवा चौथ की थाली में कुमकुम भी जरूर रखें। पूजा के बाद इसी कुमकुम से अपने पति को मांग भरने के लिए भी जरूर कहें।
फूल
चंद्र देवता की पूजा के वक्त उन्हें फूल अर्पित करने होते हैं। इसलिए पूजा की थाली में फूल भी जरूर रखें। इसके साथ ही, आपको पूजा की थाली में 2 माला भी जरूर रखनी चाहिए। पूजा के बाद एक माला आपको अपने पति को पहनानी चाहिए और दूसरी माला आपके पति आपको पहनाएंगे। यह प्रतीक होता है कि पति-पत्नी आपस में एक दूसरे का सम्मान करते हैं।
रोली-चावल
चंद्रमा की पूजा के वक्त आपको उन्हें रोली और चावल भी अर्पित करना होता है। इन दोनों के बिना हर पूजा अधूरी होती है। इसलिए अपनी पूजा की थाली में आप रोली और चावल जरूर रखें।
छलनी
छलनी का इस्तेमाल हर कोई नहीं करता है। मगर अब यह ट्रेंड बन चुका है, इसलिए अगर आप चाहें तो अपनी पूजा की थाली में छलनी भी रख सकती हैं।
मिठाई
चंद्र देव को मिठाई भी अर्पित की जाती है। वहीं व्रत खोलने के लिए भी आपको दूध से बनी मिठाई को पूजा की थाली (करवाचौथ की थाली खुद सजाने के तरीके) में जरूर रखना चाहिए।
अर्घ देने के लिए तांबे का लोटा
चंद्रमा को अर्घ देने के लिए आपको एक पानी से भरा तांबे का लोटा भी अपनी पूजा की थाली में रखना चाहिए। तांबे की जगह आप स्टील का लोटा भी रख सकती हैं।
पानी से भरा ग्लास
पानी से ही व्रत खोलना चाहिए। इसलिए एक पानी का ग्लास भी थाली में जरूर रखें। बहुत सी महिलाएं जिस लोटे से चंद्रमा को अर्घ देती हैं, उसी से पानी भी पी लेती हैं मगर ऐसा नहीं करना चाहिए। पानी का ग्लास अलग से थाली में जरूर रखें।
उम्मीद है कि आपको यह जानकारी बहुत पसंद आई होगी। ऊपर बताई गई सभी सामग्रियों को अपनी पूजा की थाली में जरूर शामिल करें। आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik
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