बागवानी का शौक रखने वाले लोग अपने घर पर अलग-अलग प्रकार के पौधे लगाना पसंद करते हैं। इसके साथ ही लोग उन पौधों पर तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट भी करते हैं ताकि वह उन्हें लंबे समय तक अपने पास रख सकते हैं। इन प्लांट्स में बोनसाई प्लांट्स की भी मांग है। लोग बड़े से बड़े प्लांट को बोनसाई प्लांट में बदलकर अपने बगीचे की शोभा बढ़ाते हैं। बोन्साई बड़े प्लांट का एक छोटा रूप है जो देखने में बेहद आकर्षक और मन को आकर्षित करने वाले होते बैं। ऐसे में अगर आप भी अपने घर में इन प्लांट को तैयार करना चाहते हैं तो इन बातों का रखें ध्यान।
बोनसाई प्लांट देखने में जितने खूबसूरत हैं। लोगों को इन्हें देखकर ऐसा लगाता है कि इनकी देखभाल करना और इन्हें तैयार करना उतना मुश्किल है। लेकिन आपको बता दें कि आप कुछ बातों का ध्यान रखकर इन्हें आसानी से तैयार कर सकती हैं।
बोनसाई बनाने के लिए कोशिश करें कि आप इसे बीज से तैयार करें। अगर आप घर लगे पौधे से इसे तैयार करना चाहते हैं तो पेड़ को चौड़े गमले में लगाएं। इसके साथ ही समय-समय पर इसकी कटाई करें। बोनसाई प्लांट का आकार ज्यादा से ज्यादा 3 फीट तक ही होता है ऐसे में प्लांट की टहनियों की समय पर छंटाई करें। बोनसाई की मिट्टी का खास ख्याल रखें। पौधों को समय पर रि-पॉट करें।
इसे भी पढ़ें- तुलसी के पौधे को हरा-भरा रखने के सरल उपाय
बोनसाई के लिए मिट्टी को तैयार करने के लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है। इसके लिए आप नर्सरी से मिट्टी को खरीदें। अगर आप घर पर तैयार कर रहे हैं तो 15 प्रतिशत मिट्टी, 10 प्रतिशत गोबर, 3 प्रतिशत नीम की खाद, 10 प्रतिशत रेत, ईट के कुछ टुकड़ें, कच्चे कोय़ले के टुकड़े इत्यादि को मिक्स करते हुए तैयार करें। इसके बाद इस छलनी की मदद से छाड़ लें। बोनसाई प्लांट के लिए मोटी मिट्टी की जरूरत होती है। (पौधे को हरा-भरा रखने के लिए करें ये काम)
किसी भी पौधे की ग्रोथ के लिए उनके हिसाब से वातावरण का होना बेहद जरूरी है। ऐसे में आप जिस पौधे का बोनसाई तैयार कर रहे उनके हिसाब से प्लेस को चुनें।
इसे भी पढ़ें-मोगरा के पौधे में डालें बस एक चीज, भर-भर के आने लगेंगे फूल
बोनसाई प्लांट के लिए पानी अहम भूमिका निभाता है। किसी पौधे को कितनी बार पानी देना है इसके बारे में पता होना बेहद जरूरी है। आप किस प्रकार के प्लांट को बोनसाई में तैयार कर रहे हैं उसे कितना पानी देना है इसके बारे में पहले से जान लें।
आप अपने प्लांट को किसी बर्तन में लगा रहे हैं इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। पेड़ और गमले के बीच के सामंजस्य होने से बोनसाई प्लांट बनता है।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
Image credit- Freepik, Sutterstock
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।