हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण वैजयंती की माला धारण करते हैं। इतना ही नहीं, भगवान का नाम जपने के लिए भी वैजयंती की माला का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, क्या आप जानती हैं कि वैजयंती की माला के मोती एक पौधे में उगते हैं। जी हां, इस पौधे का नाम वैजयंती ही है। वैजयंती का पौधा बगिया में हरियाली बढ़ाने के साथ-साथ वास्तु की दृष्टि में भी शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि वैजयंती का पौधा घर में लगाने से सुख-समृद्धि और शांति रहती है।
वैजयंती का पौधा बहुत ही आसानी से घर पर गमले में उगाया जा सकता है। इस पौधे की पत्तियां चौड़ी होती हैं और इसमें उगने वाले फलों से ही मोती बनते हैं। अगर आप भी वैजयंती का पौधा अपनी घर की बालकनी या छत पर लगाना चाहती हैं, तो यहां हम एक गार्डनिंग एक्सपर्ट के टिप्स लेकर आए हैं। गार्डनिंग एक्सपर्ट रानी अंशु ने वैजयंती पौधा की केयर कैसे की जा सकती है, इस बारे में सोशल मीडिया पर एक वीडियो में भी बताया है। आइए, यहां जानते हैं वैजयंती का पौधा किस तरह उगाया जा सकता है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, वैजयंती का पौधा मोती और कटिंग दोनों से लगाया जा सकता है। अगर आपके पास वैजयंती के मोती हैं, तो इन्हें आसानी से मिट्टी में दबाकर पौधा लगाया जा सकता है। लेकिन, पौधा लगाने से पहले आपको मिट्टी को तैयार करना होगा।
वैजयंती का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले एक मिट्टी का गमला लें और उसे आधा गार्डनिंग सॉयल भर दें। अब गमले के आधे हिस्से में वर्मीकम्पोस्ट और रेतीली मिट्टी डालें। तीनों मिट्टी को एक बार गमले से बाहर निकालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दें और फिर वापस डाल दें। अब मिट्टी में एक से 2 सेंटीमीटर की गहराई में वैजयंती के मोती डाल दें। इसके बाद मोतियों को मिट्टी से हल्का ढक दें और पानी का छिड़काव करें। अगर आप कटिंग से पौधा लगा रही हैं, तो भी गमले में इसी तरह मिट्टी तैयार करना फायदेमंद रह सकता है।
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एक्सपर्ट के मुताबिक, वैजयंती का पौधा में पानी जमा नहीं होना चाहिए। ऐसे में गमले में छेद जरूर करें, जिससे कभी एक्स्ट्रा पानी डालने पर भी वह जमा न हो। ऐसा इसलिए, क्योंकि कई बार ज्यादा पानी की मात्रा की वजह से भगवान श्रीकृष्ण का प्रिया पौधा खराब या गल सकता है।
वैजयंती के पौधे में तब ही पानी दें, जब मिट्टी पूरी तरह से सूख जाए। ऐसे में जब आप पानी दें, तो एक बार हाथ लगाकर मिट्टी जरूर चेक कर लें। अगर मिट्टी में नमी लगे, तो आप एक दिन छोड़कर भी पौधे में पानी दे सकती हैं।
भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय वैजयंती का पौधा कम या ज्यादा कितनी भी धूप में ग्रो कर सकता है। ऐसे में अगर आपकी छत या बालकनी में कम या ज्यादा धूप आती है, तो पौधे की ग्रोथ को लेकर टेंशन लेने की जरूरत कम ही होती है।
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वैजयंती के पौधे को भी अन्य प्लांट्स की तरह समय-समय पर पोषण की जरूरत होती है। ऐसे में आप वैजयंती के पौधे में नेचुरल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल कर सकती हैं। वैजयंती के पौधे में आप चाहें तो एलोवेरा जेल का पानी या सरसों की खली के पानी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। ध्यान रहे, वैजयंती का पौधा हिंदू धर्म में खास मान्यता रखता है ऐसे में इस पौधे में प्याज या अंडे के छिलकों वाली खाद का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
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