शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसे स्ट्रॉबेरीज न पसंद हो। यह एकमात्र ऐसा फल होता है, जिसके बीज फल के बाहर होते हैं और खाने लायक होते हैं। क्या आप जानती हैं कि दुनियाभर में कितने प्रकार की स्ट्रॉबेरी पाई जाती हैं? आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन दुनियाभर में स्ट्रॉबेरी की 600 किस्में पाई जाती आपको जानकर आश्चर्य हो लेकिन दुनियाभर में 600 किस्म की स्ट्रॉबेरी पाई जाती हैं और सभी का स्वाद, आकार और रंग एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होता है। आपको जानकर आश्चर्य हो लेकिन दुनियाभर में 600 किस्म की स्ट्रॉबेरी पाई जाती है, जिनका स्वाद, रंग और आकार एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होता है।
इस खट्टे और मीठे स्वाद वाली स्ट्रॉबेरी के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी, विटामिन ए और के पाया जाता है। इसमें मौजूद लाइकोपीन चेहरे से झुर्रियों और फाइन लाइन्स को कम करता है। इससे चेहरे की रंगत में भी निखार आता है। कील-मुहांसों की समस्या से निजात पाने के लिए भी स्ट्रॉबेरी का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह पाचन शक्ति में सुधार करती है और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है। साथ ही क्या आपको पता है कि इसे घर में उगाना कितना आसान है? इसे बाकी फलों की तरह ज्यादा जगह भी नहीं चाहिए होती। आप इसे घर में कैसे उगा सकती हैं, आइए जानें।
कहां उगाएं स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी को किसी कंटेनर, गमले, पॉट, हैंगिंग पॉट आदि कहीं भी उगाया जा सकता है। सबसे पहले आप यह तय करें कि आपको स्ट्रॉबेरी का पौधा कहां उगाना है। एक चीज का ख्याल रखें कि इसे ऐसी जगह पर रखें जहां धूप पड़ती रहे। अगर आपका ऐसा एरिया है, जहां धूप कम आती है, तो वहां एल्पाइन स्ट्रॉबेरी लगाना बेहतर होगा।
सॉयल डेप्थ का ख्याल रखें
- शुरुआत में, आपको फैंसी कंटेनर या मिट्टी के बर्तनों में निवेश करने की आवश्यकता नहीं है। आप स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए 2-लीटर वाली प्लास्टिक की बोतलें, क्ले पॉट या फिर किसी भी तरह का कंटेनर इस्तेमाल कर सकते हैं। हां, लेकिन इस बात का ख्याल रखें कि आप जो भी पॉट चुनें उसमें सॉयल डेप्थ 12-14 इंच हो, जिससे पौधों की जड़ों को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
- आप कितने पौधे फिट कर सकते हैं, यह कंटेनर की चौड़ाई पर निर्भर करता है। अपने पौधों को 10-12 इंच के स्पेस पर बोना चाहिए, ताकि वह हॉरिजॉन्टली फैल सकें।
स्ट्रॉबेरी के दो मुख्य प्रकार
- ध्यान रखें कि स्ट्रॉबेरी के पौधे रनर्स से उगते हैं, जिन्हें आप नर्सरी से खरीद सकते हैं। स्ट्रॉबेरी के दो मुख्य प्रकार होते हैं, एक जून-बीयरिंग, यह पौधे शुरुआती गर्मियों में फल देते हैं। दूसरा एवर-बीयरिंग, यह पौधे शरद ऋतु तक फल देते हैं।
- जून-बीयरिंग वाली किस्मों को स्थापित होने में एक साल लगता है और एवर-बीयरिंग पौधे आपको पहले ही साल से फल देने लगते हैं।
मिट्टी का खास ख्याल रखें
- स्ट्रॉबेरी को समृद्ध, दोमट मिट्टी चाहिए होती है, जो अच्छी तरह से जल निकासी करती हो। आपके पास जो कुछ भी हो उसी से शुरुआत करें और ढेर सारे कार्बनिक पदार्थ जैसे खाद, छाल, पीट मॉस, रेट और ग्रिट भी डालें। ध्यान रखें कि मिट्टी वीड रूट्स से फ्री हों और कंटेनर या पॉट के तल में जल निकासी के लिए छेद हों।
- अगर आप हैंगिंग बास्केट में स्ट्रॉबेरी उगा रहे हैं, तो पौधों के लिए नमी बनाए रखने के लिए मिट्टी डालने से पहले स्फेगनम मॉस डालें। यह पौधे को पॉट से बाहर ग्रो करने की अनुमति देगा, जो कि अच्छा लगेगा।
पानी और खाद का ख्याल रखें
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- पौधों को सॉयल में अच्छे से सेट करें। ध्यान दें कि हर क्राउन सतह के ठीक ऊपर बैठे और 10-12 इंच की दूरी पर हो। इससे उन्हें पानी देना आसान हो जाएगा। जड़ों के चारों ओर मिट्टी को व्यवस्थित करने के लिए पौधों को पानी दें।
- इवैपोरेशन के कारण पानी की कमी को पूरा करने के लिए रोपण के बाद गीली घास (सूखी पत्तियों के साथ) और अच्छे माइक्रोब्स को खाना पहुंचाएं।
स्ट्रॉबेरी का ऐसे रखें ख्याल
- फूलों को प्रोत्साहित करने के लिए आप प्राकृतिक घरेलू उर्वरकों और नियमित रूप से पानी देते रहें। हां, यह भी ध्यान दें कि पानी ज्यादा नहीं डालना है। शैलो रूट्स को गर्मियों में पानी की जरूरत होती है, मगर उन्हें एकदम गीला न कर दें।
- ध्यान दें कि स्ट्रॉबेरी के पौधे कम से कम 2-3 वर्षों तक उत्पादक बने रहते हैं, लेकिन उसके बाद उन्हें बदलने की आवश्यकता होगी। जून-बीयरिंग पौधों के नवीनीकरण के लिए, उनकी पुरानी पत्तियों को काट लें। बस उनके सेंटर स्टॉक को न काटें।
देखा आपने कितना आसान है स्ट्रॉबेरी को घर पर उगाना। अब आप भी इन तरीकों से घर पर स्ट्रॉबेरी उगा सकती हैं और उनका आनंद ले सकती हैं। ऐसे ही गार्डनिंग टिप्स पाने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी।
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