साइबर ठग ऐप से पैसे उड़ाने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। इनमें से कुछ सबसे आम तरीके हैं, साइबर ठग फर्जी ऐप्लिकेशन बनाते हैं, जो दिखने में असली होते हैं। जब लोग इन ऐप को डाउनलोड करते हैं, तो ठग उनके बैंक खाते से पैसे चुरा लेते हैं। साइबर ठग फिशिंग ईमेल और मैसेज भेजते हैं, जो ऐसे दिखते हैं कि वे बैंकों या भरोसेमंद ऑर्गनाइजेशन से भेजे गए हैं।
इन ईमेल और मैसेज में अक्सर लिंक होते हैं, जो लोगों को अपने बैंक खाते की जानकारी या अन्य निजी जानकारी मांगते हैं। एक बार जब लोग अपनी जानकारी दर्ज कर देते हैं, तो ठग इसे चुरा लेते हैं और इसका इस्तेमाल पैसे चुराने के लिए करते हैं।
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क्या है एनीडेस्क ऐप से साइबर ठग होने का मामला
असल में दिल्ली के दक्षिण पश्चिमी जिले के वसंत विहार इलाके में ठगों ने खुद को बीएसईएस राजधानी का बिजली कर्मचारी बताकर एक शख्स के खाते से 15 लाख रुपये उड़ा दिए। जिला साइबर थाना पुलिस 64 वर्षीय अजय मेहरा की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 18 सितंबर को आरोपियों ने पहले अजय मेहरा को कॉल करके उनके घर में हाल ही में लगाए गए बिजली मीटर का अपग्रेडेशन करवाने को कहा। इसके लिए जालसाजों ने उनके मोबाइल फोन में एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करवाया। इसके बाद, मीटर अपग्रेडेशन के लिए जरूरी बताकर पीड़ित की एनीडेस्क आईडी और अन्य जानकारी ले ली। इस दौरान आरोपियों ने अपनी बातों में उलझाकर उनके खाते की जानकारी के लिए एक लिंक भेजी और पीड़ित से 13 रुपये भी ट्रांसफर करवाए।
अगले दिन बुजुर्ग के खाते से चार किस्तों में पैसे निकाले गए। जालसाजों को सारी जानकारी देने के बाद अगले ही दिन पीड़ित को खाते से लगातार चार बार में करीब 15 लाख रुपये खाते से ट्रांसफर होने का मैसेज आया तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने बैंक जाकर मामले की जानकारी मांगी तो पता चला कि उनके खाते से तीन बार में 4,99,900 रुपये दो लाख और तीन लाख की राशि निकाली गई है। इसके बाद, पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
क्या है एनीडेस्क ऐप
एनीडेस्क एक सॉफ्टवेयर है, जो आपको किसी दूसरे कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस को रिमोट से कंट्रोल करने की सुविधा देता है। इसका मतलब है कि आप अपने कंप्यूटर से किसी दूसरे व्यक्ति के कंप्यूटर या फोन को देखने के साथ-साथ इसको रिमोटली कंट्रोल भी कर सकते हैं, जैसे कि वह आपका अपना डिवाइस हो।
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एनीडेस्क ऐप यूज करने के लिए इन सावधानियों को बरतने की है जरूरत
- एनीडेस्क ऐप यूज करने के लिए इन सावधानियों को बरतने की है जरूरत
- किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर एनीडेस्क ऐप फोन में इंस्टॉल न करें।
- अपने नौ अंकों की एनीडेस्क वीपीएन आईडी को अंजान लोगों से साझा न करें।
- अगर किसी को एनीडेस्क आईडी दे दी है, तो फिर सिस्टम एक्सेस रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें।
- सभी मोबाइल बैंकिंग ऐप और इंटरनेट बैंकिंग सॉफ्टवेयर को अलग-अलग पिन कोड से लॉक करके रखें।
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