क्या संसद की कार्यवाही कोई आम आदमी देख सकता है? जानें दर्शक दीर्घा में कैसे मिलती है एंट्री

संसद भवन की कार्यवाही भारत की आम जनता देख सकती है, लेकिन इसके लिए आपको सांसद की सिफारिश की जरूरत पड़ती है। जानिए संसद भवन में एंट्री का पूरा प्रोसेस

  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2023-12-14, 16:08 IST
loksabha security breach

Parliament Security Breach: बुधवार यानी के बीते दिन संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर एक बार फिर से सुरक्षा में बड़ी चूक हुई। दर्शक दीर्घा में मौजूद दो लोग लोकसभा के अंदर कूद गए और वहां पर जमकर हंगामा किया। साथ ही कलर बम से पूरे संसद में धुआं धुआं हो गया। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल हो गया। भले ही ये 22 साल पुराने हमले जैसा न हो लेकिन जब यह हादसा हुआ तब वह मंजर दोबारा से याद आ गया। अब सवाल है कि इतनी बड़ी चूक हुई कैसे?क्या आम लोग भी संसद की कार्यवाही देख सकते हैं। आखिर दर्शक दीर्घा में एंट्री मिलती कैसे है। इसका प्रोसेस क्या है। इन सभी सवालों का जवाब हम जानेंगे

क्या संसद की कार्यवाही कोई आम आदमी देख सकता है?

इसका जवाब है हां... भारतीय संसद की कार्यवाही आम जनता देख सकती है। इसके लिए अलग से विजिटर गैलरी बनाई गई है, जहां लोग बैठकर सदन की कार्यवाही देख सकते हैं। यहां जाने के लिए पास बनवाना जरूरी होता है। इसी पास के जरिए अंदर एंट्री मिलती है। लोकसभा हैंडबुक के मुताबिक संसद भवन में घूमने का पास संसद सचिवालय की ओर से बनाए जाते हैं। (पुराने संसद से जुड़ी कुछ रोचक बातें)

दर्शक दीर्घा में एंट्री कैसे मिलतीहै।

  • सिर्फ संसद ही विजिटर पास के लिए आग्रह कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें एक घोषणा पत्र देना होता है कि वह गेस्ट को व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं और उनकी पूरी जिम्मेदारी लेते हैं।
  • सांसदों को गेस्ट के लिए एक आवेदन पत्र में विजिटर का पूरा नाम, उम्र, पिता या पति का नाम, नेशनलिटी, कामकाज, पासपोर्ट नंबर जैसे विवरण देने होते हैं।
  • सांसद के कहने पर कई लोगों के समूह के लिए भी ग्रुप विजिटर पास बनाया जाता है जब पास जारी होता है तो उस व्यक्ति की इंटेलिजेंस जांच होती है।
  • संसद के गेट पर सब कुछ चेक किया जाता है। वहां सबसे पहले फोन और अन्य गैजेट्स जमा किए जाते हैं। उसके बाद एंट्री मिलती है। अंदर दो लेयर की चेकिंग होती है। मशीन के अलावा मैन्युअल स्तर पर भी जांच होती है। पूरी बॉडी को चेक किया जाता है। जूते मोजे या अन्य जगह कोई सामान छुपा कर लाते हैं तो वह मेटल डिटेक्टर मशीन ही पकड़ लेती है।

यह भी पढ़ें-अरेंज मैरिज के लिए हां करने से पहले खुद से करें ये जरूरी सवाल

  • लोकसभा में एंट्री के लिए जो पास दिया जाता है वह सीमित वक्त तक के लिए ही होता है।
  • दर्शक दीर्घा में भी बेंच के दोनों सिरों पर सादे कपड़ों में सुरक्षाकर्मी बैठते हैं जिनकी नज़र हर वक्त बनी रहती है।

यह भी पढ़ें-Paid Menstrual Leave: 'पीरियड कोई बाधा नहीं, फिर कैसी छुट्टी?' स्मृति ईरानी के इस बयान पर क्यों मचा बवाल?

अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

Image Credit Social Media

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP