भारत में घरों से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं और इनमें से एक सबसे बड़ी समस्या है दीवारों की सीलन। मानसून का सीजन आते ही दीवारों में इस तरह से सीलन शुरू हो जाती है कि कुछ घरों में तो दीवारों की पपड़ी तक निकल जाती है। लगभग हर पुराने घर में इतनी सीलन दिखने लगती है कि घर वालों का रहना भी मुश्किल हो जाता है। अगर घर में बहुत ज्यादा सीलन हो तो दीवारें तो खराब होती ही हैं, लेकिन साथ ही साथ बहुत सारे कीड़े भी घर में आ जाते हैं।
दीवारों की सीलन हाइजीन के हिसाब से अच्छी नहीं होती है। ऐसे में अपने घर को मानसून के लिए तैयार करने के लिए क्या किया जाए? बारिश के सीजन के दौरान दीवार की बाहरी परत से होते हुए अंदरूनी हिस्से में आ जाता है। यही कारण है कि सीलन बहुत ज्यादा होती है। ये लगभग हर घर में फंगस और काई का कारण बन जाता है।
ऐसे में आप मानसून से पहले ही अपने घर को बारिश के लिए तैयार करवा सकते हैं। तो चलिए आज इसके बारे में विस्तार से बात करते हैं।
बारिश में सीलन का कारण क्या होता है?
घरों में सीलन कई कारणों से हो सकती है और उनमें से कुछ ये हैं-
- जमीन के अंदर का मॉइश्चर ऊपरी हिस्से में आ जाता है और दीवारों को डैमेज कर देता है।
- बारिश का पानी अगर लगातार कमजोर दीवार पर गिरे तो वो दीवार में सीलन पैदा कर देता है।
- घरों की छत में पानी इकट्ठा होता है तो वो सीलन का कारण बन सकता है।
- ड्रेनेज पाइप ब्लॉक होने से पानी इकट्ठा हो सकता है और वो सीलन का कारण बन सकता है।

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सीपेज को रोकने का तरीका क्या है?
अपने घर को मानसून से पहले ही सीपेज से बचाने के लिए आप इनमें से कुछ तरीके अपना सकते हैं।
1. सीपेज वाली जगह पर वाटर प्रोटेक्शन
पिछली बार जहां सीपेज हुआ था उस जगह पर आप वाटर प्रोटेक्शन कर सकते हैं। करना ये है कि आप अपने घर के उस हिस्से का प्लास्टर रगड़कर हटा दें। ये बहुत आसानी से निकल जाएगा क्योंकि ये फूला हुआ था। इसके बाद इस जगह पर आप कोई वाटर प्रोटेक्शन केमिकल जैसे Zorrocrete 008W आदि को सीमेंट के साथ मिक्स करके लगा दें। आप कोई भी वाटर प्रोटेक्शन केमिकल ले सकते हैं जो हार्डवेयर स्टोर पर आसानी से मिल जाएगा।
अब आप इसे सूखने दें और फिर यहां पेंट करवा दें। आप खुद करने की जगह ये किसी मिस्त्री से कर सकते हैं।
2. जहां-जहां पानी रुकता है वहां प्लास्टर करवाएं-
जहां-जहां पानी रुकता है यानी छत पर, घर के आंगन में, दीवारों के आस-पास आदि तो आप वहां पर सफाई करवा कर घर पर प्लास्टर करवा दें या फिर मोम घिसवा दें। आप इसके अलावा भी कई ऑप्शन चुन सकते हैं जैसे कोई अच्छी क्वालिटी वाली वाटरप्रूफ कोटिंग करवा दें। ये तरीका आपके घर की उस जगह को काफी प्रोटेक्ट कर सकता है।
3. पाइप की मरम्मत अभी करवा लें-
गर्मियों में ही ऐसे पाइप्स की मरम्मत करवा लें जिनसे छत का पानी बाहर जाता है या फिर आंगन, किचन आदि का पानी बाहर जाता है। ये पाइप्स दीवारों में सीलन का सबसे बड़ा कारण बन जाते हैं। इन पाइप्स की मरम्मत अगर अभी से हो जाएगी तो इन्हें सेट होने का समय मिल जाएगा और पानी ब्लॉकेज नहीं होगा। इनकी सफाई गर्मियों के समय में ही हो जानी चाहिए।
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4. दीवारों के क्रैक्स को सील कर दें-
आपके लिए ये बहुत जरूरी है कि दीवारों के क्रैक्स को सील कर दिया जाए। वाटर लीकेज सबसे ज्यादा यहीं से होता है। इस दौरान घर की मरम्मत करवाई जाएगी तो सीमेंट आदि को सूखने के लिए समय मिल जाएगा और ऐसे में बारिश का समय आने तक आपके घर को ज्यादा बेहतर सपोर्ट मिलेगा।
ये कुछ तरीके आपके घर को सीलन से बचाने में मदद करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik/ Shutterstock/ housing/Laurent Fabius
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