जब हम टीवी की बात करते हैं तब हमें ये लगता है कि लगभग सभी सीरियल एक जैसे ढरर्रे पर चल रहे हैं। कहानियां एक ही जैसी हो गई हैं, लेकिन कुछ सालों पहले एक ऐसा टीवी शो आया था जिसने अपने कॉन्सेप्ट और अपनी अनोखी विचारधारा से सभी को फैन बना लिया था। वो शो था बालिका वधु। इस शो के साथ सबसे अच्छी बात थी इसके किरदार जिन्हें बहुत ही खूबसूरती से पिरोया गया था। 21 जुलाई 2008 को इस शो का पहला एपिसोड टेलिकास्ट हुआ था और 31 जुलाई 2016 तक 8 सालों के सफर में इसके 2245 एपिसोड हो गए थे। बालिका वधु सबसे सफल टेलिविजन शो में से एक रहा था।
बालिका वधु के सभी किरदार बहुत फेमस हुए थे, लेकिन जिस किरदार को लोगों का सबसे ज्यादा प्यार मिला था वो था बालिका वधु की आनंदी। आनंदी आम टीवी शो और सास-बहु सीरियल से अलग थीं और उनका किरदार भी। आनंदी का किरदार निभाने वाली थीं अविका गौर जो शो की स्टार थीं और इस शो से उन्होंने लाखों फैन्स बना लिए थे। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण भारत लॉकडाउन की स्तिथि में है और पुराने टीवी शो वापस कमबैक कर रहे हैं। कलर्स चैनल ने हाल ही में बालिका वधु सीरियल को फिर से शुरू किया है। बालिका वधु यानी वो सीरियल जिसने भारत में बाल विवाह को लेकर एक पहल की थी और लोगों को उसकी बुराइयां दिखाई थीं।
बालिका वधु के फैन्स तो काफी खुश हैं और इसी बीच HerZindagi की कंटेंट हेड मेघा मामगेन ने बालिका वधु की छोटी आनंदी यानी अविका गौर से एक्सक्लूसिव बात की है।
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सवाल- जब आप बालिका वधु को देखती हैं, तो ऐसी कौन सी याद है या ऐसी कौन सी फीलिंग है जो आपके दिल को छू जाती है?
जवाब- आभार! मैं इस शो के लिए आभारी हूं और यही भावना मेरे अंदर है। मैं ये बता नहीं सकती कि मैंने इससे कितना कुछ सीखा है। मैं इस भावना को शब्दों में बयान नहीं कर सकती क्योंकि मैं किसी ऐसी चीज़ का हिस्सा थी जो सबसे अलग थी। ये हमेशा सबसे खास और सबसे जरूरी रहेगा मेरे लिए। बालिका वधु मेरे लिए टीवी शो से बढ़कर कुछ है।
अविका ने बताया शो से जुड़ा एक डरावना किस्सा-
सवाल- एक कम उम्र की लड़की होने के बाद आपने वधु बनने के लिए कैसे खुद को तैयार किया, क्या वो खयाल डराने वाला था?
जवाब- हां बिलकुल, मैं 10 साल की थी और मुझे कोई आइडिया नहीं था कि चाइल्ड मैरिज क्या होती है जब तक ये मेरे साथ नहीं हुआ। ये मेरे लिए ऐसा था कि मैंने इसे इतिहास की किताबों में पढ़ा था कि राजा राम मोहन रॉय जी ने इसका विरोध किया था। मुझे ये नहीं पता था कि उस समय भी होता था जब बालिका वधु आया था, यही नहीं ये अभी भी कई हिस्सों में होता है। मेरे लिए ये बहुत ही भयावह था जब मैं लोगों से मिली थी और उनकी कहानियां सुनी थीं। मुझे याद है कि मैं एक इंसान से मिली थी जिसने कहा था कि वो ये शो अपने परिवार वालों के साथ नहीं देख सकता क्योंकि उसके परिवार में भी ये हुआ है। मैं शॉक हो गई थी, लेकिन फिर उसी इंसान ने कहा कि ये रिवाज अब नहीं आगे बढ़ाया जाएगा उनके परिवार में। मैं ये सुनकर खुश भी हुई थी।
एक लड़की की शादी इतनी कम उम्र में हो जाए ये सोचकर अजीब लगता है, मैं उम्मीद करती हूं कि लोग ये समझें जो हम सभी उन्हें शो के जरिए बताने की कोशिश कर रहे हैं। ये सामाजिक संदेश देता हुआ टीवी सीरियल है। हम ये चाहते हैं कि लोग समझें और मैं चाहती हूं कि बालिका वधु वैसा ही जादू वापस लाए जो सालों पहले लाया गया था।
सवाल- ये शो आम सास-बहु सीरियल की तुलना में बदलाव और आंदोलन का एक नया नाम बन गया था, क्या आप इसे तारीफ या सफलता का हिस्सा मानती हैं?
जवाब- मुझे ये पता ही नहीं चला कि ये शो बदलाव का नया नाम बन गया था। ऐसा था उस शो के साथ, बालिका वधु बहुत ही ब्रिलियंट शो था और उसकी मेकिंग भी काफी कुछ टीवी सीरियल से अलग थी। टीवी उस दौर में बहुत अलग था और बालिका वधु ने बदलाव जरूर लाया था। वो टीवी इंडस्ट्री में एक सफल बदलाव था। वो एक सच्ची और संवेदनाभरी कहानी थी जो उतनी ही सच्चाई से दिखाई गई थी और ये यकीनन बदलाव ही था। टीवी में कई अच्छे शो थे लेकिन बालिका वधु ने उस समय टीवी पर कहानी बताने का अंदाज़ ही बदल दिया था।
मैं उम्मीद करती हूं कि ऐसे शो आगे भी बनेंगे। लोगों को वो शो पसंद आया था क्योंकि उसमें से कुछ अर्थ निकाला जा सकता था। लोग सिर्फ कहानी से नहीं बल्कि कहानी के किरदारों से भी जुड़े हुए थे। यही बालिका वधु की सबसे जरूरी चीज़ थी। मैं इसे सफलता मानती हूं क्योंकि अगर लोग उस समय ये नहीं समझे होते कि ये किस तरह का कंटेंट है तो ये इतना बड़ा हिट नहीं होता। ये ऑडियंस और मेकर्स की सफलता है जिन्होंने शो को इतनी अच्छी तरह से बनाया कि वो लोगों की समझ आया।
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सवाल- आपके फैन्स आपको काफी पसंद करते हैं... क्या आप ऐसी उम्मीद करती हैं कि इस शो की वापसी आपके प्रति लोगों के प्यार और लगाव को बढ़ाएगी? आप अपने बचपन के किरदार को टीवी पर देखकर कैसा फील करती हैं ?
जवाब- मैंने पहला एपिसोड अभी देखा और मैं हंस रही थी। मैं अपने आप को देख रही थी, कूल बनने की कोशिश करती हुई, डायलॉग बोलती हुई छोटी लड़की। मुझे आशा है कि लोगों को ये पसंद आएगा। मैं उस वक्त एक बिलकुल ही अलग इंसान थी। बहुत छोटी। मुझे उम्मीद है कि लोगों को मेरा वो साइड पसंद आएगा। लोगों ने आनंदी को काफी पसंद किया है और इतने सालों तक सराहा था। लोग मुझे अभी भी आनंदी कहकर पुकारते हैं जबकि अब 12 साल हो गए हैं। उस किरदार में कुछ था जो लोग उसे अभी भी पसंद करते हैं। आनंदी में एक भावुकता थी, एक मासूमियत थी, उसमें कॉन्फिडेंस भी था कि वो लॉजिकल सवाल पूछ सके। तो ऐसा बहुत कुछ है जो आनंदी और उस शो के लिए है। मुझे उम्मीद है कि लोग उस शो को देखेंगे और पसंद करेंगे।
शो से जुड़ी मेरी कई यादें हैं। बालिका वधु मेरे लिए बहुत जरूरी है। उसने यकीनन मेरी जिंदगी बदल दी। ये मेरा पहला बड़ा शो था मैं लीड एक्ट्रेस थी और मैं खुश हूं कि लोगों ने इस कैरेक्टर को पसंद किया था। मैं उन सभी को धन्यवाद कहना चाहूंगी जो इस शो को देखते हैं और मुझे इतना प्यार करते हैं। मेरा कैरेक्टर खास था क्योंकि ये कोई आम शो नहीं था। इसमें काफी डेप्थ थी और लोग इसे समझ रहे थे। ये उस शो और उस चैनल के कारण है जो मैं आज ऐसी हूं। मैं बहुत भावुक हो जाती हूं शो के एपिसोड देखकर। आज शो देखकर मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैं बता नहीं सकती कि ये कैसा फील होता है।
आनंदी तो अपने पुराने दिनों में जी रही हैं और यकीनन हम भी उस शो को काफी पसंद करते हैं। उम्मीद है कि बालिका वधु का रीटेलिकास्ट काफी सफल होगा। ऐसी ही एक्सक्लूसिव स्टोरी के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
All Image credit: Avika gor Instagram/fanpage
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