दिवाली के दिन मुख्य रूप से मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का विधान है। इस दिन लोग मां लक्ष्मी को विशेष रूप से प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय आजमाते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं दिवाली के दिन माता लक्ष्मी जी के साथ भगवान कुबेर की भी पूजा करने की प्रथा है। ऐसी मान्यता है कि मां लक्ष्मी का वास उसी जगह पर होता है जहां कुबेर जी का पूजन किया जाता है। हिन्दू धर्म की मान्यतानुसार दिवाली में कुबेर पूजा का विशेष महत्त्व है। कहा जाता है कि भगवान कुबेर ही दिवाली पर धन की वर्षा कर सकते हैं , लेकिन बहुत कम लोग कुबेर पूजा की सही विधि और महत्त्व जानते हैं, आइए जानें दिवाली में कुबेर पूजा के महत्त्व और विधि के बारे में -
कुबेर पूजन का महत्त्व
भगवान कुबेर को दुनिया के खजांची के रूप में पूजा जाता है हैं और भक्त धनतेरस और दिवाली के दिन उनसे धन वृद्धि की प्रार्थना करते हैं। पारंपरिक रूप से माना जाता है कि दिवाली के दिन और धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी के साथ उनकी पूजा करने से धन लाभ मिलता है । भगवान कुबेर का आशीर्वाद सौभाग्य, अच्छी आय और बेहतर व्यवसाय लाता है। भगवान कुबेर को मां लक्ष्मी का सेवक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि आप दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं और कुबेर जी की पूजा नहीं करते हैं ,तो आपको मां लक्ष्मी का सम्पूर्ण आर्शीवाद भी प्राप्त नही हो सकता है। वहीं दूसरी और ये भी कहा जाता है कि भगवान गणपति और मां लक्ष्मी के साथ कुबेर का पूजन अत्यंत फलदायी होता है घर में धन की वर्षा होती है। इसके अलावा भगवान कुबेर को आभूषणों का देवता भी माना जाता है और कहा जाता है कि अगर आप धन संबंधी परेशानियों से घिरे हुए हैं तो आप इस दिन कुबेर जी का पूजन करके धन संबंधी सभी परेशानियों को दूर कर सकते हैं।
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कैसे करें भगवान कुबेरका पूजन
- दिवाली के दिन कुबेर जी का पूजन करने के लिए एक साफ चौकी लें और उस पर गंगाजल छिड़कें जिससे उसकी पवित्रता बनी रहे ।
- उस चौकी पर एक लाल रंग का साफ़ या नया कपड़ा बिछाएं और उस पर भी गंगाजल छिड़कें।
- उस चौकी पर थोड़े चावल छिड़कें और भगवान गणेश व मां लक्ष्मी के साथ भगवान कुबरे की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- प्रतिमा स्थापित करने के बाद अपने आभूषण, पैसे और सभी कीमती चीजें भगवान कुबेर के आगे रखें।
- इसके बाद भगवान कुबेर को फल और फूल, माला अर्पित करें और आभूषण और पैसों पर भी फूल अर्पित करें।
- भगवान कुबेर की धूप व दीप से आरती उतारें और जल अर्पित करें।
- भगवान कुबेर को हाथ जोड़कर नमन करें और क्षमा प्रार्थना करें, साथ ही कुबेर भगवान से प्रार्थना करें कि हमेशा उनकी कृपा दृष्टि बनी रहे।
इस प्रकार मां लक्ष्मी और गणपति के पूजन के साथ भगवान् कुबेर का पूजन करना अत्यंत फलदायी होता है जिससे घर में धन की वर्षा होती है।
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Image Credit: freepik
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