All Woman Delhi Police Contingent On Republic day: गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ी पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च करेगी। यह टुकड़ी 194 महिला कांस्टेबलों और हेड कांस्टेबलों की है, जो दिल्ली पुलिस की सशस्त्र इकाई से चुनी गई हैं। आईपीएस अधिकारी श्वेता के. सुगंथन 26 जनवरी को इस टुकड़ी का गणतंत्र दिवस परेड में कमान संभालेंगी। इनमें से ज्यादातर महिला पुलिस पूर्वोत्तर राज्यों से हैं।
गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ी पहली बार करेगी मार्च
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के महिला पाइप बैंड का नेतृत्व भी एक महिला अधिकारी करेंगी, जिनका नाम रुयांगुनुओ केन्से है, जबकि पिछले साल गणतंत्र दिवस परेड में इसका नेतृत्व एक इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह पुरुष अधिकारी ने किया था। टुकड़ी का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा की महिला अधिकारी श्वेता के. सुगंथन करेंगी। सुगंथन दिल्ली पुलिस की सशस्त्र इकाई में तैनात हैं।
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गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ी का मार्च करने के पीछे क्या है मकसद
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (सशस्त्र पुलिस) रॉबिन हिबू ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा कि यह टुकड़ी दिल्ली पुलिस की महिला शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। साथ ही बताया कि पुलिस बल में महिलाओं और पुरुषों के बीच अंतर को कम करने और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के कौशल को प्रदर्शित करने के लिए ऐसा किया जाएगा।
दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ी की मार्च के लिए कैसे चल रही तैयारी?
टुकड़ी में शामिल महिला अधिकारियों ने पिछले कुछ महीनों से कड़ी मेहनत की है। उन्होंने मार्चिंग, फील्ड ड्रिल और हथियार चलाने का अभ्यास किया है। गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ी की मार्चिंग को देखने के लिए लोग उत्साहित हैं। यह टुकड़ी महिला सशक्तिकरण और समानता का एक संदेश देगी।
महिला पाइप बैंड हर साल दिल्ली पुलिस का गाना बजाना करती है, जिसमें इस साल 135 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल शामिल हैं। गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस को 15 बार सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल के तौर पर घोषित किया गया है। आखिरी बार 2021 में दिल्ली पुलिस की टुकड़ी विजयी हुई थी। इसका आदर्श वाक्य "शांति, सेवा और न्याय" है।
हर साल 26 जनवरी को क्यों होता है गणतंत्र दिवस परेड?
गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन भारत गणराज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। गणतंत्र दिवस परेड भारत की सेना, नौसेना, वायु सेना, अर्धसैनिक बलों और कई राज्यों की झांकियों का प्रदर्शन होता है।
गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत राष्ट्रपति भवन से होती है। राष्ट्रपति भवन के सामने राजपथ पर परेड निकलती है। परेड में शामिल सभी सैनिक और अधिकारी बहुत ही सुसज्जित होते हैं। वे अलग-अलग प्रकार के हथियारों और उपकरणों का प्रदर्शन करते हैं।
परेड में शामिल झांकियां भारत के कई राज्यों की संस्कृति और विरासत को दर्शाती हैं। झांकियों में शामिल लोग पारंपरिक परिधानों में होते हैं और वे अनेक प्रकार के नृत्य और संगीत का प्रदर्शन करते हैं।
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किसके सामने किया जाता है गणतंत्र दिवस परेड?
गणतंत्र दिवस परेड का समापन राष्ट्रपति भवन के सामने होता है। राष्ट्रपति परेड का निरीक्षण करते हैं और राष्ट्रगान गाया जाता है। गणतंत्र दिवस परेड भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक माना जाता है। यह परेड भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता को भी दर्शाती है।
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