Chhath Puja 2022: छठ महापर्व पर खरना का क्यों है खास महत्व? जानें

आइए जानते हैं छठ पूजा में खरना का क्या महत्व होता है। इस दिन व्रती महिलाएं और पुरुष क्या करते हैं। 

 

chhath puja importance

प्रत्येक वर्ष लोक आस्था का महापर्व छठ मनाया जाता है। छठ के पर्व को आस्था का महापर्व माना गया है। मान्यता है कि छठ पूजा करने वाले भक्तों को सुख-समृद्धि, धन, वैभव, यश और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। कहते हैं जो महिलाएं यह व्रत रखती हैं उनकी संतानों को दीर्घायु और सुख समृद्धि प्राप्त होती है। इसके साथ यह व्रत करने से निरोगी जीवन का आशीर्वाद भी मिलता है।

kharna prashad

36 घंटे का निर्जला वर्त रखती है महिलाएं

बता दें कि छठ करना सभी के बस की बात नहीं होती, ये सभी पर्व से काफी अधिक कठिन होता है। यह पर्व 4 दिनों तक चलता है। ऐसे में व्रती महिला एवं पुरुष 36 घंटे निर्जला व्रत रख सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करते है और उन्हें अर्घ्य देते हैं।

खरना का है खास महत्व

छठ में खरना का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रत करने वाले व्यक्ति छठ पूजा पूर्ण होने के बाद ही अन्न-जल ग्रहण करते हैं। ऐसे में यह दिन महिलाओं एवं पुरषों को लिए बेहद खास होता है।

इसे भी पढ़ेंःChhath Puja 2022 Wishes In Hindi: छठ पूजा पर इन चुनिंदा संदेशों से दीजिए अपनों को बधाई

खरना का अर्थ क्या होता है

खरना के अर्थ की बात करें तो इसका अर्थ है शुद्धिकरण। यह शुद्धिकरण केवल तन का न होकर बल्कि मन का भी होता है। खरना के बाद व्रती 36 घंटे का व्रत रखकर सुबह अघर्य देता है।

खरना के दिन बनती है खीर

खरना के दिन खीर गुड़ तथा साठी का चावल इस्तेमाल कर शुद्ध तरीके से बनायी जाती है । इसके अलावा प्रसाद में घी की रोटियां और मठाई के साथ भगवान को भोग लगाया जाता है। ऐसे में शाम में सभी लोग एक दूसरे के घर खरना का प्रसाद भी खाने जाते है।

इसे भी पढ़ेंःChhath Puja 2022: छठ पूजा की डलिया में क्‍या- क्‍या महत्‍वपूर्ण सामग्री होती हैं?

नए चूल्हा पर बनाएं खाना

छठ के दिन जिस चूल्हा पर खीर बनता है वह नया होता है। ऐसे में इस चूल्हे की एक खास बात यह होती है कि यह मिट्टी का बना होता है। प्रसाद बनाते समय चूल्हे में इस्तेमाल की जाने वाली लकड़ी आम की ही होती है। इस दिन खाना बनाने के लिए दूसरे पेड़ों की लकड़ियों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

इस प्रकार छठ पूजा का हिंदुओं में विशेष महत्व है और इन चार दिनों में छठ माता की पूजा विधि विधान से की जाती है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP