इस साल चैत्र नवरात्रि का आरंभ 22 मार्च से होने वाला है। इस दौरान माता के विभिन्न स्वरूपों का पूजन करने का विधान है। लोग इन नौ दिनों में विशेष तरीकों से माता का पूजन और व्रत करते हैं और मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।
नवरात्रि के दौरान माता दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना भी की जाती है और उसका पूजन किया जाता है। माता की मूर्ति के सामने अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाती है और कलश स्थापित किया जाता है। यदि हम माता की मूर्ति स्थापित करते हैं तो इसके कुछ वास्तु नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है।
वास्तु की मानें तो सही दिशा और स्थान पर स्थापित की गई माता दुर्गा की मूर्ति की पूजा आपके लिए विशेष रूप से फलदायी हो सकती है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया जी से जानें कि किस तरह से मूर्ति की स्थापना करना आपके लिए शुभ होगा और कौन ये वास्तु नियम जरूरी हैं।
माता दुर्गा की मूर्ति की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार माता की मूर्ति स्थापित करते समय दिशा का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी माना जाता है। मूर्ति की स्थापना हमेशा उत्तर पूर्व दिशा यानी कि ईशान कोण में ही करें। यदि आपका मंदिर इस स्थान पर स्थित नहीं है तब भी आप नवरात्रि के दिन में माता दुर्गा की मूर्ति घर के किसी भी साफ़ स्थान इस दिशा में कर सकती हैं।
उत्तर पूर्व दिशा घर के लिए बहुत ही शुभ मानी जाती है साथ ही इस दिशा में मूर्ति स्थापित करने से मानसिक व शारीरिक शांति मिलती है।
इसे जरूर पढ़ें: Chaitra Navratri 2023 Kab Hai: कब है चैत्र नवरात्रि 2023? जानें घटस्थापना मुहूर्त और पूजा विधि
इन दिशाओं में भी कर सकते हैं माता दुर्गा की मूर्ति की स्थापना
अगर ईशान कोण में आप मूर्ति स्थापित नहीं कर पा रही हैं तो उत्तर दिशा या पश्चिम दिशा की ओर मूर्ति को स्थापित करें। ध्यान रखें कि जब आप मूर्ति की पूजा करें तब आपका मुख पूर्व या दक्षिण की ओर होगा। पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजन करने से मन में चेतना जागृत होती है और दक्षिण दिशा की ओर मुख होने से मानसिक शांति मिलती है।
इन दिशाओं में न स्थापित करें माता दुर्गा की मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार माता दुर्गा की मूर्ति कभी भी दक्षिण दिशा की ओर स्थापित नहीं करनी चाहिए। शास्त्रों के अनुसार ये दिशा पूजन के लिए वर्जित मानी जाती है। इस दिशा को यम की दिशा कहा जाता है। मान्यता यह भी है कि इस दिशा में पूजन करने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश घर में हो सकता है। इस दिशा में मूर्ति स्थापित करने से सुख-शांति की हानि हो सकती है और आर्थिक नुकसान भी हो सकता है।
इसे जरूर पढ़ें: Vastu Tips: चैत्र नवरात्रि में वास्तु के ये 5 उपाय घर में लाएंगे सुख-समृद्धि
ऐसी मूर्ति करें स्थापित
जब भी आप घर में माता दुर्गा की मूर्ति की स्थापना करें इस बात का ध्यान रखें कि तीन इंच से बड़ी प्रतिमा न हो। दरअसल इससे बड़ी प्रतिमा का पूजन मंदिरों में करना चाहिए न कि घर में। घर में यदि आप बड़ी मूर्ति की स्थापना करती हैं और उसके नियमों का पालन ठीक से नहीं करती हैं तो आपको पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। मूर्ति का रंग हमेशा हल्का पीला, हरा या फिर गुलाबी होना चाहिए।
कैसे करें मूर्ति की स्थापना
माता दुर्गा की मूर्ति स्थापित करने से पहले घर के मंदिर की अच्छी तरह से सफाई कर लें। मूर्ति स्थापना से पहले एक चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं और माता दुर्गा की मूर्ति जिस स्थान में रख रही हैं उस स्थान पर पहले सिंदूर और फिर अक्षत डालें। उसके बाद मूर्ति की स्थापना करें। ऐसा करने से आपको बहुत लाभ होगा और घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी।
यदि आप चैत्र नवरात्रि के दौरान माता दुर्गा की मूर्ति की स्थापना घर में कर रही हैं तो यहां बताए वास्तु नियमों का पालन जरूर करें जिससे आपके घर में हमेशा समृद्धि बनी रहेगी।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Images: freepik.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों