पूजा में घी का दीपक जलाने का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। घी, जिसे पवित्र और शुद्ध माना जाता है, दीपक के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा और शांति का प्रतीक बनता है। घी को सबसे शुद्ध पदार्थों में से एक माना जाता है। दीपक में घी का उपयोग करने से वातावरण पवित्र होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
घी का दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे मन शांत और प्रसन्न रहता है। घी का दीपक जलाने से घर में समृद्धि और खुशहाली आती है। यह माना जाता है कि घी लक्ष्मी को आकर्षित करता है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं।
अब ऐसे में सवाल है कि क्या पूजा में बचे हुए घी का दोबारा से इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से इस लेख में जानते हैं।
दीपक में बचे घी का दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दीपक का घी पवित्र होता है, क्योंकि यह देवताओं और शुभ शक्तियों को आकर्षित करने का काम करता है। अगर दीपक में बचे घी का इस्तेमाल करते हैं तो इस आर वापस उपयोग करने से बचें। ऐसा कहा जाता है कि अगर पूजा में घी का एक बार इस्तेमाल हो चुका है तो उस घी का वापस उपयोग न करें। इससे नकारात्मक उर्जा का संचार हो सकता है और घर की सुख-शांति पर इसका असर पड़ सकता है। इतना ही नहीं,पूजा में हमेशा पवित्रता का ध्यान रखना होता है। क्योंकि आप भगवान की उसी दीपक से आरती कर रहे हैं। अगर कभी घर में घी खत्म हो गया है तो आप ऐसी स्थिति में दीपक में बची घी का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन वह शुद्ध होना चाहिए। पूजा में पवित्रता और शुद्धता का ध्यान रखना बेहद जरूर है। वरना इससे वास्तुदोष भी उत्पन्न हो सकता है और व्यक्ति को मनचाहे परिणाम नहीं मिलते हैं। इसलिए पूजा में सभी नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।
इसे जरूर पढ़ें - धन लाभ के लिए आप भी आजमाएं दीपक के ये 5 उपाय, घर पर बनी रहेगी सुख-समृद्धि
हिंदू धर्म में पूजा में उपयोग घी का महत्व
हिंदू धर्म में पूजा में घी का बहुत महत्व है। घी का उपयोग पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों में विशेष रूप से किया जाता है क्योंकि यह शुद्धता, समृद्धि, और पुण्य का प्रतीक माना जाता है। घी को दिव्यता और तात्त्विक शुद्धता से जोड़ा जाता है, इसलिए इसे पूजा में इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है। घी को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म में इसे एक पवित्र सामग्री माना गया है, जो दैवीय शक्ति को आकर्षित करती है। यज्ञ और हवन में घी का विशेष स्थान है। हवन कुण्ड में घी चढ़ाने से आहुतियाँ देवताओं तक पहुंचती हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इसे जरूर पढ़ें - पूजा में दीपक का महत्व और इसे जलाते समय इन बातों का रखें ध्यान
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- HerZindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों