छोटी-छोटी बातों में होता है सास के साथ झगड़ा तो अपनाएं ये तरीके, बंद हो जाएगी रोज़ाना की बहस

अगर आपकी और आपकी सास की लड़ाई ज्यादा होती है तो इसके पीछे अपने रिश्ते को खराब करने की जगह कुछ टिप्स से रिश्ते को सुधारने की कोशिश करें। 

How to deal with mother in law

शादी के बाद लड़कियों के मन में बहुत सी शंकाएं होती हैं। किसी नए घर में जाना और उसके माहौल में ढल जाना बहुत ही अनोखा अनुभव हो सकता है, लेकिन अगर जाते ही आपको अपनापन ना लगे तो रिश्ते के शुरुआती दौर में ही समस्याएं होने लगती हैं। कई नई-नवेली दुल्हनों को इससे शिकायत होती है कि उनकी सास उन्हें बहुत परेशान करती है। असल में जब किसी नए घर में जाते हैं तो एडजस्टमेंट हर तरह का होता है और नए माहौल में मिसअंडरस्टैंडिंग होना स्वाभाविक है।

सास-बहु की लड़ाई को लेकर कई जोक बनते हैं और कई तरह की कहानियां लिखी जाती हैं। टीवी सीरियल की दुनिया में तो सास-बहु सीरियल्स ही दिखाए जाते हैं। सास-बहु के झगड़े समाज में मज़ाक के तौर पर लिए जाते हैं, लेकिन ये एक बहुत ही सीरियस इशू है जिसके बारे में बात करनी जरूरी है।

अगर किसी घर में बार-बार झगड़े हो रहे हैं तो ये घर की शांति के लिए सही नहीं है और इसलिए ये जरूरी है कि उन्हें सुलझाने के लिए कदम रखे जाएं। हमने इसके बारे में जानने के लिए फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट की सीनियर चाइल्ड और क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और हैप्पीनेस स्टूडियो की फाउंडर डॉक्टर भावना बर्मी से बात की। उन्होंने अपनी मदर इन लॉ से रिश्ता सुधारने के लिए कुछ टिप्स के बारे में बताया।

डॉक्टर भावना का कहना है कि रौबदार मदर इन लॉ के साथ डील करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। आपको शायद इसे जानकर थोड़ा अजीब लगे, लेकिन इसके पीछे के साइकोलॉजिकल कारण भी होते हैं।

mother in law and her dealing

इसे जरूर पढे़ं- सास-ससुर के कठोर व्यवहार से हो चुकी हैं परेशान, इन टिप्स से रहें टेंशन फ्री

साइकोलॉजी के अनुसार क्यों सास हो जाती है टफ?

इसके पीछे के साइकोलॉजिकल कारण भी हैं और उनके बारे में बात करते हैं।

असुरक्षा की भावना- सबसे पहला कारण जो सास को थोड़ा असहज बना सकता है वो है असुरक्षा की भावना। बेटे की जिंदगी में मां की जगह बीवी ले लेगी इस बात का डर अधिकतर महिलाओं को रहता है। यही कारण है कि स्वभाव ना होने के बाद भी सास कई बार कंट्रोलिंग हो जाती है।

पोजेसिव एटिट्यूड- कई बार मां को ये लगने लगता है कि वो अपने बेटे की जिंदगी का पूरा संसार थी पर शादी के बाद उसे बेटे को बांटना पड़ेगा और इस कारण चिड़चिड़ाहट बढ़ती है और सास थोड़ी सी पोजेसिव हो जाती है।

अपने पसंद की बहू का ना होना- ये बहुत ही रिग्रेसिव कारण है और इसे परेशानी की वजह नहीं होना चाहिए, लेकिन कई बार वजह यही होती है। मां अपने बेटे की पत्नी से इसलिए खुश नहीं हो पाती।(बहू के साथ अपने रिश्ते कैसे सुधारें)

mother in law and relationship

बदलाव का डर- बदलाव का डर ह्यूमन नेचर का एक अहम हिस्सा है। इसी कारण कई बार इंसान वो चीज़ें करने लगता है जो उसे सही नहीं लगती हैं।

ये सारे कारण वाजिब नहीं कहे जा सकते हैं, लेकिन अगर ऐसा किसी के साथ हो रहा है तो इस समस्या से उबरने का भी तरीका सोचना चाहिए। ऐसी समस्याएं कई बार पारिवारिक कलह का कारण बन जाती हैं और इसलिए ये जरूरी है कि इन कारणों को हल किया जाए।

अपनी सास से इसके बारे में बात करें

बात करने से कई समस्याएं हल हो जाती हैं। हो सकता है कि आपको जो बातें बुरी लग रही हों उनके बारे में आपकी सास को पता ही ना हो। हो सकता है कि उनका व्यवहार जान बूझकर ना किया गया हो। उन्हें ये बताने की कोशिश करें कि क्या चीज़ें आपको बुरी लगती हैं। इस बारे में बात बहुत ध्यान से करनी चाहिए क्योंकि हो सकता है कि कोई चीज़ उन्हें बुरी लग जाए। उन्हें उदाहरण देकर साफतौर पर बताएं ताकि आपका रिश्ता बेहतर हो सके।

पति और सास के साथ एक्टिविटीज प्लान करें

कई बार किसी का व्यवहार समझने के लिए ये जरूरी होता है कि आप उसके साथ समय बिताएं। ऐसे ही आप कुछ एक्टिविटीज प्लान करें जिसमें आप अपने पति और सास के साथ समय बिताएं। लंच पर जाना, किसी ट्रिप पर जाना, अपने पसंदीदा स्टोर पर जाना, शॉपिंग प्लान बनाना आदि बहुत अच्छा हो सकता है आपकी बॉन्डिंग को बेहतर बनाने के लिए।

mother in law issues

पति से बात करें और बाउंड्री सेट करने की कोशिश करें

देखिए कुछ महिलाओं की समस्या होती है कि उनकी सास उन्हें प्राइवेसी नहीं देती। ये थोड़ी पेचीदा समस्या हो सकती है। ऐसे समय में आप अपने पति की मदद ले सकती हैं। ध्यान रखें कि उन्हें ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप उनकी शिकायत कर रही हैं। बात का लहजा शिकायती नहीं होना चाहिए।

इसे जरूर पढे़ं- दिल खोल कर सास करेंगी आपसे प्यार, बस इन बातों का रखें ध्यान

उनकी बातों को दिल से ना लगाएं

आपको ये समझना चाहिए कि वो जो कर रही हैं शायद इसमें उनकी गलती ना हो। आपको ये समझना चाहिए कि कई बार लोगों का स्वभाव अलग होता है। वो कुछ कहें तो उसे दिल पर लगाकर उसके बारे में सोचते रहना सही नहीं होगा।

हर चीज़ को बुराई में ना लें और लड़कर जवाब ना दें

किसी का कुछ निगेटिव बोलना हमें बुरा लग सकता है, लेकिन ये जरूरी नहीं होता कि हर बात पर जवाब भी सख्त अंदाज़ में दिया जाए। अगर आपकी सास कोई सजेशन दे रही हैं तो उसे समझने की भी कोशिश करें।

आपके रिश्ते को सुधारने के लिए कंस्ट्रक्टिव तरीका चुनें। आपका क्या ख्याल है सास-बहु के झगड़े को लेकर इसके बारे में हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Movie Screen Grabs

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP