भारत में खाना दाल के बिना अधूरा माना जाता है। दोपहर के खाने में चावल के साथ दाल का होना बेहद जरूरी माना जाता है, इसके बिना कई लोगों का खाना हजम नहीं होता है। यही नहीं भारतीय दाल का उपयोग कई तरीके से करते हैं। कुछ दाल को स्प्राइट बनाने या फिर पकौड़े, सूप, खिचड़ी आदि जैसी चीजों को बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। यही वजह है कि इसे हेल्दी डाइट का मुख्य हिस्सा माना जाता हैं।
वहीं भारत में मसूर की दाल बेहद कॉमन है जो आसानी से मिल जाती हैं। भारत के अलावा कई देशों में मसूर की दाल की खेती की जाती है। टेस्टी होने के साथ-साथ इसमें कई ऐसे पोषक तत्व हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। यही नहीं मसूर की दाल में मीट के मुकाबले अधिक आयरन होते हैं, इसके अलावा इसमें फोलिक एसिड(फोलेट), पोटैशियम और प्रोटीन भी अधिक होते हैं। खास बात है कि इसे झटपट पकाया जा सकता है और फाइबर से भरपूर होने की वजह से पेट भी जल्दी भर जाता है। इस आर्टिकल में बताएंगे मसूर की दाल को झटपट पकाने के कुछ स्मार्ट ट्रिक्स और टिप्स।
मसूर की दाल की वैरायटी
मसूर की दाल कई तरह के होते हैं, जो अपने न्यूट्रिशन की वजह से काफी पसंद किए जाते हैं। इसके अलावा यह कई रंग और साइज में भी काफी अलग होते हैं, जिसमें काले, हरे, पीले, लाल ब्राउन आदि कलर शामिल हैं। यही नहीं कुछ दाल सूप के लिए बेस्ट माने जाते हैं तो कुछ को कच्चा या फिर सलाद के रूप में डाइट में शामिल किया जाता है।
- ब्राउन मसूर की दाल जिसे हम साबुत मसूर के रूप में भी जानते हैं। यह सबसे कॉमन दाल है जो मार्केट में आसानी से मिल जाएंगे। मसूर के दाल से आप करी, सूप या फिर पकौड़े बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं। यही नहीं साबुत के अलावा इसके छिलके को हटाकर भी खाने में इस्तेमाल किया जाता है। यही नहीं इसमें पॉलीफेनोल्स नामक तत्व होते हैं जो हृदय रोग के साथ-साथ कई बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं। वहीं हरे मसूर की दाल अपने अलग स्वाद के लिए जाने जाते हैं।
- फ्रेंच ग्रीन लेंटिल्स की खेती फ्रांस में की जाती है और यह शेप और साइज में अन्य मसूर की दालों की तुलना में काफी अलग होते हैं। यही नहीं इसका उपयोग सलाद या सूप बनाने के लिए अधिक किया जाता है।
- वहीं लाल और पीले रंग की मसूर दाल का उपयोग अक्सर भारतीय व्यंजनों में किया जाता है। इन दालों का स्वाद थोड़ा मीठा होता है, और यह पकने के बाद काफी नरम हो जाती हैं। इसका उपयोग सलाद, हम्मस, दाल या फिर अन्य चीजों को बनाने में खूब किया जाता है।
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झटपट दाल बनाने के स्मार्ट ट्रिक्स
- मसूर की दाल बनाने से पहले उन्हें अच्छी तरह धो लें। धोने के बाद किसी बर्तन में छान लें और उनमें से पत्थर या फिर कंकड़ आदि को बाहर निकाल लें।
- कुछ लोग मसूर की दाल को सोक होने के लिए भी छोड़ देते हैं, लेकिन इसकी जरूरत नहीं है। ज्यादातर दाल 20 से 30 मिनट में आसानी से पक जाती हैं। हालांकि आप इससे भी कम समय में पकाना चाहती हैं तो रातभर सोक होने के लिए छोड़ दें, इससे झटपट बन जाएगी।
- मसूर की दाल पकाने से पहले उसे अधिक पानी या स्टॉक से ढक दें। ध्यान रखें एक कप दाल के लिए लगभग 3 कप पानी की आवश्यकता होती है। वहीं दाल साइज में फुल जाती है, लेकिन अतिरिक्त पानी को अवशोषित नहीं करते हैं, ऐसे में जब पक जाएं तो उन्हें बाहर निकाल लें।
- दाल पकाते वक्त जब उसमें एक बार उबाल आ जाए तो पैन को कवर कर दें और फिर गैस के फ्लेम की मीडियम कर दें। मीडियम या फिर लो फ्लेम में पकाई गई दाल अधिक टेस्टी होती हैं। वहीं अधिक उबाले जाने की वजह से यह टेस्टी नहीं लगेंगे और देखने में भी अच्छे नहीं लगेंगे।
- दाल में किसी भी अन्य चीज को शामिल करने से इसका स्वाद बढ़ जाता है। ऐसे में पानी के बजाय कुछ सब्जियों को मिक्स कर सकती हैं। यही नहीं दाल में लहसुन(लहसुन की रेसिपी), प्याज, कुछ नैचुरल हर्ब, करी पत्ता जैसी चीजों का उपयोग कर दाल की खुशबू के साथ-साथ स्वाद को भी दोगुना कर सकती हैं।
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कुछ जरूरी बात
मसूर की दाल को आप जितनी देर तक पकाएंगी वह उतनी नरम हो जाएगी। अगर आप हल्का कच्चा या पका खाना चाहती हैं तो उसे अधिक न पकाएं। हम्मस या दाल बनाने के लिए इसे गाढ़ा करना चाहती हैं तो लंबे समय तक पकाएं। कुकिंग और बनावट दाल की वैरायटी पर निर्भर करता है। इसके अलावा इसमें इस्तेमाल होने वाली पानी से भी फर्क पड़ सकता है। अगर पानी हार्ड है तो हर एक कपल दाल के लिए लगभग एक चम्मच बेकिंग सोडा मिक्स करें। वहीं इंस्टेंट पॉट दाल पकाने के लिए एक और शानदार तरीका है। इसके लिए आपको सिर्फ टाइमर सेट करना होगा। टाइम पूरा होने पर गैस बंद कर दें।
वहीं एक कप ब्राउन मसूर की दाल में 3 कप पानी मिक्स करें और पकाएं। 9 मिनट के लिए इसे हाई प्रेशर में पकाएं और फिर तुरंत ढक्कन खोल दें। आमतौर पर ब्राउन और ग्रीन मसूर की दाल को बनने में 30 से 40 मिनट लगते हैं, जबकि ग्रीन लेंटिल्स को बनने में 25 से 35 मिनट लग जाते हैं। वहीं लाल, येलो मसूर की दाल 15 से 20 मिनट में पक जाते हैं और काली बेलुगा दाल को 20 से 25 मिनट का समय लगता है।
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