तोरई जिसे गिलकी के नाम से भी जाना जाता है। तोरई की सब्जी वैसे तो हर मौसम घरों में बनाई जाती रहती है। इसे भरवां से लेकर मसाले वाली तक कई तरह से बनाया जाता है। तोरई की सब्जी को आप बहुत कम समय में बहुत ही स्वाद के साथ बना सकते हैं। घरों में भी तोरई की सब्जी को खाना सभी कोई पसंद करते हैं। आजकल यह सब्जी हर मौसम उपलब्ध है, लेकिन यह पहले के समय में सितंबर अक्टूबर में ही मिलती थी। तोरई की सब्जी को पहले गांव में श्राद्ध पक्ष में इस्तेमाल करने के लिए पहले से लगाया जाता था। तोरई के पत्ते, फूल और सब्जी तीनों का इस्तेमाल श्राद्ध पक्ष के दौरान किया जाता है। ऐसे में चलिए जानें तोरई की सब्जी को बनाने की विधि और कुछ आसान टिप्स।
श्राद्ध पक्ष में तोरई का महत्व?
सभी देवी-देवताओं को कोई न कोई फल, फूल और चीज प्रिय है। वैसे ही पितृ देवताओं को तोरई बहुत पसंद है। तोरई के पत्ते से ही रोजाना तर्पण किया जाता है। तोरई के फूल को आंगन की डेहरी में बने चौक के ऊपर सजाया जाता है। इसके अलावा हवन के लिए तोरई की सब्जी बनाई जाती है। हवन के लिए बनाए गए तोरई की सब्जी को पहले छीलकर काट लिया जाता है और एक पैन में एक चम्मच घी डालकर भून लिया जाता है। जब तोरई पक जाता है तो उसे उतारकर उससे हवन किया जाता है। बता दें कि ब्राह्मणों को परोसा जाने वाला तोरई अलग तरह से बनाया जाता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में।
तोरई की सब्जी बनाने के लिए सामग्री
- 2-3 चम्मच घी
- चना दाल 3-4 चम्मच भीगा हुआ
- हरी मिर्च कटा हुआ
- जीरा, सरसों और लहसुन (लहसुन वैकल्पिक है, यदि ब्राह्मण देव लहसुन नहीं खाते हैं तो इसका उपयोग न करें)
- नमक स्वादानुसार
- हल्दी आधा चम्मच
- आधा किलो तोरई कटा और छीला हुआ
तोरई की सब्जी बनाने की विधि
- तोरई की सब्जी बनाने के लिए एक पैन में 3-4 चम्मच घी डालकर गर्म होने दें।
- अब उसमें जीरा, राई, मिर्च और लहसुन डालकर सुनहरा होने दें।
- एक तरफ कुकर में चना दाल और तोरई को डालें और उसमें आधा कटोरी पानी डालकर तीन सीटी में पकने दें।
- तीनी सीटी आने पर कुकर के ढक्कनको खोल दें और उसे घी वाले तड़का में मिक्स करें।
- तोरई के पानी को अच्छे से सूखने तक पकाएं और नमक, हल्दी डालकर मिला लें।
- सब्जी के पकने पर आंच से उतार लें और गरमा गरम पूड़ी, पराठा और चावल के साथ खाने के लिए सर्व करें।
तोरई बनाने के लिए टिप्स
- तोरई बनाने के लिए तोरई को ताजा छीलकर काटें और पानी में धोकर कुकर में दाल के साथ उबाल लें।
- तोरई को पहले से काटकर रखने से स्वाद बिगड़ जाएगा।
- तोरई और दाल को पकाते वक्त कुकर में आधा से एक कटोरी पानी जरूर डालें नहीं तो तोरई जल जाएगी।
- तोरई में करी पत्ते से भी अच्छी महक और स्वाद आएगी।
- तोरई के छिलके को अच्छे से निकाल लें नहीं तो सब्जी में कड़वाहट रह जाएगी।
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