आज नवरात्रि के दूसरे दिन में सुबह ही भक्तजन मंदिर में माता ब्रह्मचारिणी की अर्चना में जुट गए होंगे। नवरात्रि का हर दिन खास होता है और मां के अलग-अलग रूपों की पूजा विधि विधान से की जाती है। पुराणों में जिस तरह से हर माता की पूजा और आरती की विधि बताई गई है, ठीक उसी तरह से उनकी पूजा की जानी चाहिए।
वैसे तो देशभर में नवरात्रि पर पंडाल सजते और मेले लगते हैं, लेकिन बंगाल में इसे खास तरीके से मनाया जाता है। कई सारी स्वीट डिशेज तैयार की जाती हैं। बंगाल की कुछ लोकप्रिय मिठाइयां जैसे मिष्टी दोई से लेकर संदेश और पायेश भी ऐसे खास मौकों पर बनाया जाता है।
खास उत्सव पर बनने वाला नोलन गुड़ पायेश एक ऐसा डेजर्ट है, जो चावल और पाम डेट से बनाई जाने वाली खीर है। इसकी प्राकृतिक मिठास आपके दिन को भी खास बना देगी। अगर आप हमेशा बनने वाली खीर से अलग खास मिठाई बनाना चाहते हैं, तो यह बंगाली रेसिपी प्रसाद के लिए बना सकते हैं।
नोलन गुड़ पायेशन बनाने का तरीका-
- पहले चावल को 30 मिनट तक पानी में भिगोकर रख लें। ध्यान रखें कि चावल को बहुत ज्यादा न धोएं क्योंकि हम बहुत ज्यादा स्टार्च नहीं हटाना है।
- इसके बाद, चावल को छान लें और सूखने के लिए एक परात में फैला दें। इन भीगे हुए चावल के ऊपर घी डालें और मिलाकर अलग रख दें।
- किशमिश को थोड़े पानी में भिगोएं ताकि वे फूल जाएं। अब एक पैन में घी गरम करें और मध्यम आंच पर काजू को सुनहरा होने तक तल लें। पैन से निकालकर काजू अलग रख दें।
- एक पतीले को गर्म करें और उसमें दूध डालकर उसमें एक उबाल आने दें। उबाल आने के बाद, दूध को धीमी आंच पर पकने दें।
इसे भी पढ़ें: शारदीय नवरात्रि के नौ दिन तैयार करें ये रेसिपीज, व्रत के बाद क्या खाएं सोचना नहीं पड़ेगा
- दूध को लगातार हिलाते रहें ताकि दूध पतीले के तले या किनारों पर न लगे। अब दूध में चावल डालें और धीमी आंच पर तब तक पकाते रहें जब तक कि चावल पूरी तरह से पक न जाए।
- आंच को धीमा ही रखें और चवाल को लगातार चलाते रहें, ताकि चावल जले नहीं। 10 मिनट पकाने के बाद, चावल को चेक करके देख लें। चावल एकदम नरम होना चाहिए।
- जब पायेश गाढ़ा हो जाए, तो उसमें गुड़, नमक, किशमिश और काजू डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। गुड़ पिघलने लगेगा और इसकी मिठास से पायेश मीठा होगा। ध्यान रखें कि गुड़ को बंद आंच में ही पायेश में मिलाना है।
- आपका गुड़ पायेश तैयार है। इसे गर्म या ठंडा जैसा मन करे वैसे माता ब्रह्मचारिणी को भोग लगाएं और फिर प्रसाद बांटें।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों