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जानें कौन हैं सायशा शिंदे, मिस यूनिवर्स हरनाज संधू का विनिंग गाउन डिजाइन कर आईं लाइमलाइट में

फैशन डिजाइनर सायशा शिंदे ने मिस यूनिवर्स हरनाज संधू का वो गाउन तैयार किया था, जिसमें वह जीती थीं। इसके अलावा भी इनकी शख्सियत खास है, आइए जानें।
Editorial
Updated:- 2022-01-26, 15:00 IST

सन 2000 में लारा दत्ता के मिस यूनिवर्स बनने के बाद, जब साल 2021 में वो घड़ी आई, तो हमारी खुशी का ठिकाना नहीं था। 21 वर्षीय हरनाज संधू देश का नाम गर्व से रौशन कर चुकी थीं। इस दौरान हरनाज संधू के गाउन ने सबका ध्यान आकर्षित किया। यह शिमरी गाउन बेहद सुंदर और खास था और अब यह एक विनिंग गाउन कहलाया जाता है।

इसे डिजाइन करने वाली सायशा शिंदे भी अपने आप में एक खास शख्सियत हैं। आपको बता दें कि सायशा एक ट्रांस वुमन हैं और वह पहले स्वपनिल शिंदे के नाम से फैशन के दुनिया में लोकप्रिय हुए। अपने करियर में उन्होंने दीपिका पादुकोण, करीना कपूर, तापसी पन्नू, श्रद्धा कपूर, प्रियंका चोपड़ा आदि कई अभिनेत्रियों के साथ काम किया है।

उन्होंने साल 2021 में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर बताया था कि वह समलैंगिक नहीं, बल्कि ट्रांसवुमन हैं। अपनी जर्नी के बारे में उन्होंने पोस्ट में काफी कुछ साक्षा किया था। विनिंग गाउन बनाने वाली सायशा के बारे में आइए हम विस्तार से जानें।

हरनाज संधू का विनिंग गाउन डिजाइन कर लाइमलाइट में आईं

saisha shinde designed miss universe gown

21 वर्षीय मिस यूनिवर्स हरनाज संधू का फिनाले गाउन बेहद शानदार था, जिसे बीडेड एम्बेलिशमेंट और प्लंजिंग नेकलाइन के साथ बनाया गया था। जब हरनाज मिस यूनिवर्स का खिताब जीती थीं, तो सायशा ने अपने इंस्टाग्राम पर गाउन बनने और तैयार होने तक की एक तस्वीर साझा कर हरनाज को बधाई दी थी। इसके साथ ही उन्होंने गाउन बनने के प्रोसेस को फैंस के साथ शेयर किया था।

जाना-माना नाम है सायशा शिंदे

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सायशा शिंदे फैशन उद्योग में एक जाना-माना नाम है। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी से ग्रेजुएशन किया और मिलान, इटली से फैशन स्टाइल में डिप्लोमा किया। 2006 में उन्होंने जिन शुरुआती फिल्मों में काम किया, उनमें से एक 'फैशन' थी, जहां उन्होंने प्रियंका चोपड़ा के आउटफिट डिजाइन किए थे। उन्हें पहली बार सफलता तब मिली थी, जब वह एक टीवी रियलिटी शो 'लैक्मे फैशन हाउस' में फर्स्ट रनर-अप रही थीं। इसके साथ ही उन्होंने फैशन की दुनिया में कदम रखा। उसने वर्साचे हाउस में छह महीने की इंटर्नशिप जीती, और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा।

स्वप्निल शिंदे से यू बनीं सायशा शिंदे

wapnil shinde came out as saisha shinde

सायशा शिंदे को हमेशा से पता था कि वह क्या हैं, लेकिन वह कभी खुद को स्वीकार नहीं कर पाईं। उन्होंने सालों तक स्वप्निल शिंदे बनकर अपना जीवन गुजारा। साल 2021 की शुरुआत में उन्होंने यह फैसला लिया और एक ट्रांसवुमन के रूप में लोगों के सामने आईं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी ट्रांजिशन जर्नी शेयर करते हुए एक भावुक पोस्ट लिखा था।

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ऐसा था पिता का रिएक्शन

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दादर की हिंदू कॉलोनी में जन्मी और पली-बढ़ी सायशा 24 साल की उम्र में वडाला में अपने स्वतंत्र फ्लैट में चली गई थीं। उनके पिता एक आंत्रेप्रेन्योर और मां आर्टिस्ट और होममेकर हैं। सायशा के फैसलों और चॉइसेस पर कभी उनके घरवालों, खासकर उनके पिता ने सवाल नहीं किए। वह लिबरल माइंडेड हैं और जब सायशा ने उनके आगे अपने ट्रांजिशन की बात की तो उन्होंने इस बात को भी समझा।

मिडडे को दिए एक इंटरव्यू में सायशा ने बताया था, 'मेरे पिता हमेशा मेरे लिए खड़े रहे हैं, गुड़िया खरीदने से लेकर फैशन में मेरे करियर का समर्थन करने तक और जब मैंने लिंग परिवर्तन पर फैसला किया, तब भी मेरे साथ खड़े रहे। मेरी मां के लिए यह थोड़ा कठिन जरूर था। जब मैं पहली बार एक महिला की तरह कपड़े पहनकर उनके आगे गई तो वह मुझे पहचान ही नहीं पाईं। हालांकि वह बाद में समझी और मुझे एक नया नाम चुनने में मेरी हेल्प की।'

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अपनी भावुक पोस्ट में सायशा ने अपने सफर के बारे में बताया था और साथ ही यह भी बताया था कि कैसे उन्होंने खुद को स्वीकार किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा था, 'आपकी उत्पत्ति के बावजूद, हमेशा कुछ ऐसा होगा जो आपको आपके बचपन की याद दिलाएगा। मेरे लिए, यह मुझे उस अकेलेपन की ओर ले जाता है जो दर्द देता है, दबावों ने मुझे एकांत में धकेल दिया और भ्रम की अराजकता जो हर पल बढ़ती गई। स्कूल और कॉलेज के दौरान लड़के मुझे बाहर से सताते थे, क्योंकि में अलग थी, लेकिन अंदर की पीड़ा इससे कहीं बदतर थी।'

'मैं एक वास्तविकता को जीने में घुटन महसूस कर रही थी जो मुझे पता था कि मेरी नहीं थी, फिर भी मुझे सामाजिक अपेक्षाओं और मानदंडों के कारण हर रोज जीनी पड़ रही थी। निफ्ट में मेरे शुरुआती 20 के दशक में ही मुझे अपनी सच्चाई को स्वीकार करने का साहस मिला था और मैं सचमुच खिल गई थी। मैंने अगले कुछ सालों तक यही माना है मैं पुरुषों की तरफ इसलिए आकर्षित होता हूं क्योंकि मैं गे हूं लेकिन 6 साल पहले मैंने खुद को स्वीकारा और आज मैं आज आपके आगे भी स्वीकार करती हूं। मैं एक गे मैन नहीं हूं। मैं एक ट्रांसवुमन हूं।

दूसरे आपको स्वीकार करें या नहीं उससे ज्यादा अहम में आप खुद को स्वीकार करें और यही सायशा शिंदे ने कर दिखाया। भले ही मिस यूनिवर्स हरनाज संधू के विनिंग गाउन को लेकर मगर आज उनकी काबिलियत को पूरी दुनिया जान गई। आपको यह लेख कैसा लगा हमें जरूर बताएं और ऐसे इंस्पायरिंग स्टोरीज पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

Image Credit : instagram@officialsaishashinde

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