टीवी का सबसे फेमस शो 'कौन बनेगा करोड़पति' शुरू हो चुका है। और लोगों का मनोरंजन करने, उनका ज्ञान बढ़ाने और सवाल पूछकर भारी-भरकम इनामी राशि देने के लिए अमिताभ बच्चन अपने अनूठे अंदाज से सुर्खियां बटोर रहे हैं। इस गेम शो में शामिल होने के लिए देशभर से करोड़ों की संख्या में लोग अप्लाई करते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को ही अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठने का मिलता है। इस साल शो के दौरान हमें महिलाओं की अद्भुत कहानियां देखने को मिलेगी। जी हां इस शो के दौरान ऐसे मेहमान भी आते हैं, जिन्होंने अपने काम से लोगों को इंस्पायर किया है। ऐसी ही लिस्ट में कौन बनेगा करोड़पति में हॉट सीट पर उन्नाव की नूपुर हॉट सीट पर अमिताभ के सामने बैठी। और इस हफ्ते जो मेहमान आने वाली हैं, वो देश भर में अपने नेक कामों के लिए पहचानी जाती हैं। अमिताभ बच्चन ने उनका सम्मान करते हुए शो पर पैर छूकर उनका स्वागत किया। आइए आज हम इंस्पायर करने वाली ऐसी ही महिलाओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।
इसे जरूर पढ़ें: Kaun Banega Crorepati Season 11: अमिताभ बच्चन ने कंटेस्टेंट सरोज सिसोदिया की किस बात के लिए तारीफ की, जानिए
सिंधुताई की कहानी
इस हफ्ते जो मेहमान आने वाला है वह महाराष्ट्र की वरिष्ठ समाजसेवी सिंधुताई सपकाल है। सिंधुताई केबीसी के पहले 'कर्मवीर स्पेशल एपिसोड' में शामिल होंगी। केबीसी 11 एपिसोड को लेकर सोनी टीवी के ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर है। इस वीडियो में केबीसी में सिंधुताई की एंट्री की एक झलक शेयर की है। वीडियो में सिंधुताई का अमिताभ बच्चन पैर छूकर स्वागत करते नजर आ रहे हैं। सिंधुताई शो में सवालों का जवाब देने के साथ-साथ, अपनी लाइफ की पूरी कहानी भी बताएंगी।
सिंधुताई पूरे भारत भर में 1200 बच्चों को गोद ले चुकी हैं। सिंधुताई को 'अनाथों की मां' और 'महाराष्ट्र की मदर टेरेसा' माना जाता है। वह अपने 1200 बच्चों का पूरी तरह ध्यान रखती हैं। सिंधुताई कहती हैं कि 'जिसकी कोई मां नहीं है उनकी मैं मां हूं'। महाराष्ट्र के वर्धा जिले में एक सामान्य परिवार से आने वाली सिंधुताई सपकाल को आज देशभर में लोग जानते हैं। वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समेत करीब 500 अवॉर्ड ले चुकीं हैं। इसके अलावा सिंधुताई की लाइफ पर फिल्में भी बन चुकी हैं। वीडियो में उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने जिंदगी में इतना काला देखा है कि वह अब अपनी लाइफ को गुलाबी रखना चाहती हैं। इसके अलावा हॉट सीट पर अमिताभ के सामने नूपुर भी बैठी थी।
नूपुर की कहानी
दिव्यांग होने के बाद भी नूपुर के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। वह जज्बे के साथ अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाती रहीं और अमिताभ हर जवाब पर ताली बजा कर जवाब देती रहीं। नूपुर उन्नाव के बीघापुर क्षेत्र के कपूरपुर गांव की रहने वाली हैं। जन्म के 5 महीने बाद ही जब उनके पेरेंट्स को उसकी विकलांगता का पता चला तो इलाज कराने के लिए उन्होंने काफी दौड़-भाग की। लेकिन बहुत इलाज के बावजूद भी वह ठीक नहीं हो पाई। केबीसी में आने के लिए उन्होंने बहुत कोशिश की थीं। हॉट सीट पर अमिताभ के सामने बैठकर नूपुर ने बताया कि कैसे झांसी की रानी की तरह उनका जीवन संघर्षों से भरा है। इसलिए महिलाओं को ऐसा काम करना चाहिए जो लोगों के लिए मिसाल बने। अपने पैरों पर खड़ी होकर महिलाएं बड़ा मुकाम हासिल कर सकती हैं।
इसे जरूर पढ़ें: केबीसी सीजन 10 की पहली करोड़पति बिनीता जैन हैं रियल लाइफ विनर
अपनी कहानी बताते हुए नूपुर की आंखे नम हो गई। नूपुर ने यह भी बताया कि पैदा होने के बाद नर्स ने उसे डस्टबिन में फेंक दिया था। रिश्तेदार के पैसा देने के बाद नर्स ने उसे डस्टबिन से निकालकर साफ किया। सही इलाज न मिलने के कारण आज उसका यह हाल है। नूपुर ग्रेजुएट होने के बाद इंटरमीडिएट तक के बच्चों को ट्यूशन देती थी। नूपुर का कहना है कि कुछ भी हो पर कभी किसी का सहारा नहीं बनना चाहिए।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों