कौन बनेगा करोड़पति ( केबीसी ) की हॉट सीट पर अब तक कई ऐसे लोग आए हैं, जिन्होंने अपनी हाजिरजवाबी और इंटेलिजेंस से लोगों को प्रभावित किया है, लेकिन ऐसी महिलाएं की संख्या गिनी-चुनी है, जिन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ में मुश्किलें झेलने के बावजूद उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा और आगे बढ़ने के लिए लगातार प्रयास किए। ऐसी ही प्रतिभावान शख्सीयतों में शुमार हैं असम की बिनीता जैन।
बिनीता जैन केबीसी के सीजन 10 की करोड़पति बनने वाली पहली विनर हैं। हॉट सीट पर पूछे जाने वाले सवालों के सही जवाब देना आसान नहीं होता, लेकिन बिनीता जैन ने एक के बाद एक 14 सवालों के सही जवाब देते हुए 1 करोड़ की राशि अपने नाम कर ली। लेकिन बिनीता जैन ने पर्सनल लाइफ में जिस तरह से संघर्ष किया और लगातार कोशिशें करते हुए आज जिस मुकाम पर पहुंची हैं, वह हर महिला के लिए मिसाल है।
खुद संभाली घर की बागडोर
फरवरी 2003 में बिनीता के पति एक बिजनेस ट्रिप पर गए थे। लेकिन इस ट्रिप से वे वापस कभी नहीं लौटे। माना जाता है कि आतंकवादियों ने उन्हें किडनैप कर लिया। इस घटना के 15 साल बीत जाने के बाद भी बिनीता के पति के बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं हो सकी। अब उनके पति को कानूनी तौर पर मृत घोषित कर दिया गया है, लेकिन बिनीता और उनके बच्चों को आज भी उनका इंतजार है। पति का गुजर जाना जिंदगी की सबसे बड़ी ट्रेजेडी होती है, लेकिन अगर पति के बारे में कोई खबर ही ना हो तो उस बैचैनी को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। पति के वापस लौटने की उम्मीद और उनके ना होने का गम महिला को अंदर तक तोड़कर रख देता है। ऐसी स्थितियों में अक्सर महिलाएं डिप्रेशन में चली जाती हैं या फिर सुसाइड करने की सोचने लगती हैं। लेकिन बिनीता ने अपनी इसी दुख को अपनी ताकत बना लिया।
जिंदगी आगे बढ़ने का नाम है
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बिनीता ने पति की तलाश के लिए अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ी, लेकिन इसमें वह सफल नहीं हो पाईं। जब 18 महीने तक पति की तलाश और उनका इंतजार करने के बावजूद उनके बारे में कोई सूचना नहीं मिली, तो बिनीता ने फैसला किया कि वह घर का खर्च चलाने के लिए कोचिंग सेंटर में पढ़ाएंगी। उनका एक बेटा और एक बेटी है। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और बेहतर परवरिश देने के लिए बिनीता ने अपने दुख पर दुखी होने के बजाय आगे बढ़ने की ठानी। जब उन्होंने कोचिंग में पढ़ाना शुरू किया तब उनके पास महज सात बच्चे आते थे, लेकिन आज वह 125 बच्चों को इंग्लिश और सोशल स्टडीज पढ़ाती हैं।
बिनीता की हिम्मत और हौसले को सलाम करते हुए शो के होस्ट अमिताभ बच्चन ने भी कहा, 'आप जैसे लोग ही हैं, जो मुझे हर दिन आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।' जाहिर है बिनीता जैसी महिला हर इंसान को जीवन में पॉजिटिव एटीट्यूड रखने की प्रेरणा देती हैं।
हर महिला को लेनी चाहिए सीख
हमारे देश में लड़की का रिश्ता तय किया जाता है तो उस वक्त लड़के की नौकरी, उसका फैमिली स्टेटस, कुल-गोत्र, धर्म जैसी चीजें देखी जाती हैं। लेकिन किसी आपात परिस्थिति के मद्देनजर महिला को इतना सक्षम बनाया जाए कि वह अपनी गृहस्थी खुद चला सके, इसके लिए तैयार करने के बारे में मां-बाप उतना ध्यान नहीं देते। अगर आप भी अपने और अपने परिवार की जिम्मेदारियों को लेकर संजीदा हैं तो आज से ही खुद को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास कीजिए। जरा सोचकर देखिए, अगर बिनीता ने पति के लापता होने के बाद आगे बढ़कर जिंदगी की बागडोर अपने हाथ में नहीं ली होती, तो क्या वह आज इस मुकाम तक पहुंच सकती थीं। बिनीता की तरह हर महिला को आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ मुश्किल स्थितियों से लड़ने का जज्बा अपने भीतर पैदा करना चाहिए।
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