Madhabi Puri Buch Education and Career: भारतीय वित्तीय बाजार के इतिहास में माधबी पुरी बुच का नाम एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दर्ज है। वह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की पहली महिला अध्यक्ष बनने वाली पहली शख्सियत हैं। उनका सफर शिक्षा से लेकर करियर तक बेहद प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने DU से ग्रेजुएशन और IIM से MBA पूरा करने के बाद SEBI के शीर्ष पद तक का सफर तय किया। उनकी सफलता यह दिखाती है कि अगर सही दिशा में मेहनत की जाए, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। आइए, माधबी के यहां तक पहुंचने की स्टोरी जान लेते हैं।
माधबी पुरी बुच का करियर और प्रारंभिक शिक्षा
माधबी पुरी का जन्म 1965 में मुंबई में हुआ था। उनके पिता एक बिजनेसमैन थे और उनकी मां राजनीति विज्ञान में डॉक्टरेट थीं। बात अगर माधबी की शुरुआती पढ़ाई की करें तो यह सब उन्होंने फोर्ट कॉन्वेंट स्कूल, मुंबई से ही की थी। इसके बाद उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हुआ। इसके बाद, माधबी ने अपनी आगे की पढ़ाई कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी, दिल्ली से पूरी की। उनकी शिक्षा बेहद प्रतिष्ठित संस्थानों से हुई है। स्कूल के बाद, उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की। ग्रेजुएशन के बाद माधबी ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM), अहमदाबाद से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) की डिग्री हासिल की। IIM से MBA करने के बाद उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वित्तीय क्षेत्र में की और धीरे-धीरे ऊंचाइयों तक पहुंचीं।
करियर की शुरुआत और उपलब्धियां
Madhabi Puri Buch ने अपने करियर की शुरुआत प्राइवेट सेक्टर से की और कई बड़ी वित्तीय कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्होंने ICICI बैंक में वरिष्ठ पदों पर काम किया और यहां उनकी नेतृत्व क्षमता उभरकर सामने आई। ICICI सिक्योरिटीज में मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO के रूप में कार्य किया। उन्होंने नए फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स और डिजिटल इनोवेशन पर विशेष ध्यान दिया। माधबी पुरी बुच ने आईसीआईसीआई के अलावा ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल, सिंगापुर की भी बागडोर संभाली है। उन्होंने, ब्रिक्स समूह द्वारा स्थापित न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB), शंघाई में सलाहकार के रूप में भी काम किया।
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माधबी पुरी कैसे बनीं SEBI की पहली महिला चेयरपर्सन?
SEBI की अध्यक्ष बनने से पहले, माधबी पुरी बुच 5 अप्रैल 2017 से 4 अक्टूबर 2021 तक SEBI की होल टाइम मेंबर थीं। उन्होंने SEBI में रहते हुए फिनटेक, साइबर सिक्योरिटी, म्यूचुअल फंड्स, ब्रोकिंग सर्विसेज और डिजिटल ट्रांजैक्शन जैसे क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढ़ाया। SEBI में उनकी कार्यशैली और नवाचारों ने उन्हें एक मजबूत लीडर के रूप में स्थापित किया। इसी वजह से साल 2022 में माधबी SEBI की पहली महिला चेयरपर्सन बन गई। जानकारी के लिए बता दें कि 28 फरवरी 2022 को भारत सरकार ने Madhabi Puri Buch को SEBI का चेयरपर्सन नियुक्त किया गया। वह इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला और पहली गैर-IAS अधिकारी हैं। उन्होंने अजय त्यागी की जगह ली और उनका कार्यकाल तीन वर्षों के लिए तय किया गया। माधबी पुरी बुच अगोरा एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड की इनक्यूबेशन फर्म की संस्थापक-निदेशक भी हैं। हालांकि, अब उन पर हुई एफआईआर के बाद से वह काफी चर्चा में हैं।
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