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जानें कौन हैं अनीता गुप्ता जिन्होंने अब तक 20 हजार महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर

<span style="color: #222222; font-family: Arial, Helvetica, sans-serif;">क्या आप बिहार की रहने वाली होनहार महिला के बारे में जानती हैं जिन्होंने 20 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है।</span>
Editorial
Updated:- 2022-11-29, 17:04 IST

एक समय ऐसा था जब महिलाओं को घर में ही रखा जाता है। आज महिलाएं इस मुकाम तक पहुंच गई है कि उन्हें किसी और की जरुरत नहीं हैं। वैसे ही बिहार के एक छोटे से गांव में रहने वाली अनीता गुप्ता ने इस बात को साबित कर दिया है कि महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। आज के इस आर्टिकल में हम 45 साल की अनिता गुप्ता जो बिहार के आरा जिले में रहने वाली हैं उनकी बहादुरी का किस्सा बताने वाले हैं। चलिए जानते हैं उनसे जुड़े कुछ बातें।

20 हजारमहिलाओंको बनाया आत्मनिर्भर

anita gupta of bihar has made  women self reliant

अनीता गुप्ता ने अब तक 20 हजार से ज्यादा महिलाओं को आत्मनिर्भर बना चुकी हैं। बता दे कि उन्होनें अब तक 300 स्वयं सहायता समूहों का गठन करा चुकीं हैं और 20 हजार महिलाओं को रोजगार से जोड़ा है। उनकी यह बात जानकर सभी लोग हैरान है। सब जानना चाहते हैं कि एक छोटे से गांव में रहने वाली महिला ने ऐसा कैसे कर दिया, चलिए जानते हैं।

बचपन में ही हुआ था पिता का निर्धन

बचपन उनका काफी मुश्किल भड़ा था। उन्होनें अपनी गरीबी को ही अपनी ताकत बनाई और वह मेहनत करते गई। जब अनिता छोटी थी तो उनके पिता का निर्धन हो गया। जिसके बाद उन्हें और उनकी मां को करीब 6 भाई-बहनों का ख्याल रखना था। वह अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी थी। ऐसे में उन्हें बेहद कम उम्र में ही जिम्मेदारी मिल गई थी।

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दो लड़कियों के साथ शुरु किया था

1993 में अनीता ने मात्र दो लड़कियों के साथ ही सिलाई-कटाई सीखाना शुरू किया था। उनके चाचा और परिवार वाले यह नहीं चाहते थे कि वह काम करें। चाचा केवल सब की शादी करवा देना चाहते थे। वर्ष 2000 में उन्होंने भोजपुर महिला कला केंद्र का रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद वह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज और डीसी हस्तशिल्प, भारत सरकार के साथ सूचीबद्ध किया गया था।

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20 हजार महिलाओं को दिया रोजगार

वहीं कुछ महीने बाद ही उन्हें काम मिलना शुरू हो गया। बता दे कि यहां महिलाएं सिलाई, कढ़ाई, ज्वैलरी मेकिंग इत्यादि जैसे काम किया करती थी। 45 वर्षीय अनीता ने बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल की लगभग 20 हजार महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, ज्वैलरी मेकिंग जैसे काम सिखाया है और उन्हें काम पर रख रखा है। उन्हें कई पुरस्कार के साथ नवाजा भी गया है।अनीता गुप्ता को प्रतिष्ठित 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।

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Image Credit: Freepik








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