आज के समय में किसी भी फील्ड में भारतीय महिलाएं पुरुष के बराबर खड़ी हैं। सिर्फ शिक्षा या रोजगार में ही नहीं बल्कि खेल के माध्यम से भी कई भारतीय महिला खिलाडियों ने परचम बुलंद किया है। इस बुलंदी का उदाहरण है टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का भाग लेना। आपको बता दें कि टोक्यो ओलंपिक गेम्स आगामी 23 जुलाई से शुरुआत होने वाली हैं, जहां भारतीय महिला हॉकी टीम भी पहुंची है।
आंखों में गोल्ड मेडल का सपना लिए लगभग 56 महिलाएं इस वक्त अपने बारी का इंतजार कर रही है। इस महा खेल और भारतीय महिला खिलाडियों के बारे में करीब से बताने के लिए हरज़िन्दगी हर रोज किसी न किसी महिला खिलाडी से रूबरू करवाने जा रही है। आज के आर्टिकल में हम आपको हॉकी खिलाड़ी शर्मिला देवी के बारे में बताने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
शर्मिला देवी का प्रारंभिक जीवन
शर्मिला देवी का हरियाणा के हिसार गांव में एक मध्यम परिवार में जन्म हुआ था। पिता एक किसान हैं और माता एक गृहणी हैं। शर्मिला देवी ने प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय शहर में ही लिया है। जब वो चौथी क्लास में थी तब से उन्हें हॉकी खेलना शुरु किया। उस समय उनके खेल को देखकर डीपी प्रवीण सिहाग में उन्हें हॉकी खेलने के लिए प्रेरित किया और धीरे-धीरे उनकी रुचि बढ़ती गई। साल 2009 से लेकर 2011 तक शर्मिला अपने गांव में ही हॉकी खेलती रही है।
चंडीगढ़ हॉकी एकेडमी में चयन
गांव में खेलते-खेलते शर्मिला देवी की खेल में बेहद ही निखार आई। साल 2012 में हिसार से निकलकर चंडीगढ़ पहुंची और उनका चंडीगढ़ हॉकी एकेडमी से चयन हो गया। 2012 से लेकर साल 2016 तक शर्मीला ने चंडीगढ़ हॉकी एकेडमी के लिए खेलती रही लेकिन, उनका चयन किसी भी टीम में नहीं हुआ। 2016 में वो फिर से हिसार आई और पूर्व भारतीय कप्तान और कोच प्रीतम और उनके पति कुलदीप सिवाच की देखरेख में खेल को निखारने लगीं। साल 2018 के शुरुआत तक उनका चयन नहीं हुआ था।(डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर के बारे में जानें)
जूनियर हॉकी टीम में चयन
वर्ष 2012 से लेकर 2018 तक शर्मिला ने कई बार हरियाणा की जूनियर हॉकी टीम में चयन होने के लिए प्रयास करती रही लेकिन, बार-बार निराशा ही हाथ लगती थी। लेकिन, 2018 के अंत होते-होते उनका चयन जूनियर हिमाचल हॉकी टीम में हुआ। हिमाचल हॉकी टीम में चयन के बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और हमेशा आगे ही बड़ती रही है। इस बीच उन्होंने कई उपलब्धियों को अपने नाम किया। 2018 के बाद 2019 में उनका चयन नेशनल सीनियर टीम में कर लिया गया। आज भारतीय हॉकी टीम में शर्मिला देवी एक जानी-पहचानी खिलाडी बन चुकी हैं। आपको बता दें कि वो हॉकी टीम की फारवर्ड खिलाड़ी हैं।
शर्मीला देवी की उपलब्धियां
शर्मिला ने दिल्ली, हिमाचल और हरियाणा से खेलकर स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक अपने नाम कर चुकी हैं। आयरलैंड व सोवियत संघ की प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा ले चुकी हैं।
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टोक्यो में क्वालीफाइंग मैच कब है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय महिला टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। भारत की तरफ से एकमात्र गोल गुरजीत कौर ने दागा। आपको ये भी बता दें कि भारतीय टीम 41 साल बाद ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई हैं। समूचे भारत को उम्मीद है कि इस बार भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी देश के लिए मेडल ज़रूर नाम करेगी। (शूटिंग चैंपियन अंजुम मुदगिल के बारे में जानें)
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Image Credit:(@thestatesman.com,gumlet.assettype.com)
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