महिला अधिकारियों को सेना में स्थायी कमीशन देने का विवाद, जो पिछले कई सालों से सरकार और कोर्ट के बीच चल रही थी, अब वो खत्म हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले कई वर्षों से चली आ रही महिला स्थायी कमीशन को मंजूरी दे दी है, जिससे महिला सशक्तीकरण की मुहिम को बढ़ावा मिलेगा। अब महिला सैनिक अधिकारियों को युद्ध क्षेत्र छोड़कर बाकी सभी सैनिक पदों पर तैनाती मिलने का अवसर खुल गया है। आज हम आपको ऐसी सैन्य महिला अफसरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी सेवाएं देते हुए हिम्मत और बहादुरी की अद्भुत मिसाल कायम की है। तो चलिए जानते हैं इन महिलाओं के बारे में-
गुंजन सक्सेना
ज्यादातर महिलाएं इस नाम से ज़रूर परिचित होंगी। अगर आप इनके बारे में नहीं जानते, तो आपको बता दे कि फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान चीता हेलीकॉप्टर उड़ाया था। गुंजन सक्सेना इंडियन एयरफोर्स में महिला पायलट ऑफिसर भी रह चुकी हैं। उनकी इंस्पिरेशनल लाइफ पर फिल्म भी बन रही हैं। फिल्म निर्देशक शरण शर्मा गुंजन सक्सेना पर फिल्म बना रहे हैं, जिसका नाम हैं ''गुंजन सक्सेना-द कारगिल गर्ल'। यह फिल्म मार्च 2020 में बनकर तैयार हो जाएगी। इस फिल्म में गुंजन सक्सेना का रोल एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर निभा रही हैं। गुंजन सक्सेना दिल्ली विश्वविद्यालय की हंसराज कॉलेज से पढ़ी हुई हैं।
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अवनी चतुर्वेदी
अवनी चतुर्वेदी भारत की पहली महिला ऑफिसर हैं, जिन्होंने फाइटर जेट उड़ाने का कीर्तिमान बनाकर इतिहास रच दिया। अवनी चतुर्वेदी ने गुजरात के जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी और पहली बार में ही सफल रहीं। उन्होंने अकेले मिग-21 बाइसन विमान उड़ा कर दिखा दिया कि महिलाओं के लिए बड़े से बड़ा लक्ष्य पाना नामुमकिन नहीं है। राजस्थान वनस्थली यूनिवर्सिटी से बीटेक करने वाली अवनी ने 6 महीने जॉब करने के बाद सेना में जाने का निर्णय लिया और उसमें सफल रही। आज अवनी चतुर्वेदी पर हर भारतीय को गर्व है।
पुनीता अरोड़ा
भारतीय सेना का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता हैं भारतीय सशस्त्र बल। इस फील्ड में महिलाओं का आना भी बड़ी हिम्मत का काम माना जाता है। इसमें भी लेफ़्टिनेंट जनरल के पद पर पंहुचना बहुत मुश्किल माना जाता है। पुनीता अरोड़ा ऐसी महिला ऑफिसर हैं, जो अपनी काबिलियत के बल पर भारतीय सशस्त्र बल में लेफ़्टिनेंट जनरल बनीं। इससे पहले वह नौसेना की पहली महिला वाइस एडमिरल भी रह चुकी हैं।
सोफिया कुरैशी
सेना में ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि किसी महिला अधिकारी को आर्मी ट्रेनिंग एक्सरसाइज का जिम्मा मिला हो। लेकिन, सोफिया कुरैशी 'एक्सरसाइज फोर्स 18' का नेतृत्व करने वाली पहली महिला ऑफिसर हैं। सोफिया कुरैशी के पति भी सेना में ऑफिसर हैं।
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तानिया शेरगिल
15 जनवरी को तानिया शेरगिल ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो अभी तक किसी भी महिला ऑफिसर ने नहीं किया है। उन्होंने भारतीय इतिहास में 15 जनवरी को पहली बार आर्मी डे परेड में पुरुष सेना दल को लीड किया। इंडियन आर्मी कैप्टन तानिया शेरगिल ने इसके बाद गणतंत्र दिवस की परेड में भी पुरुष सेना दल को लीड किया। इलेक्ट्रानिक्स में बीटेक करने के बाद तानिया ने सेना में जाने का निर्णय लिया था। आज देश की सभी महिलाओं के लिए तानिया शेरगिल एक बड़ी इंस्पिरेशन हैं।
अंजना भदौरिया, दीपिका मिश्रा, तनुश्री पारीक, किरन बेदी, गनीव लालजी, शांति टिग्गा और हरिता कौर देओल ऐसी महिला ऑफिसर रही हैं, जिन्होंने देश की महिलाओं को आगे बढ़ने और कामयाबी हासिल करने के लिए प्रेरित किया। इन्होनें अपनी कड़ी मेहनत और लगन से दर्शाया कि अगर आप कुछ करने की ठान लें तो आपको कोई भी नहीं रोक सकता।
Image Credit: Wikibio,Twitter
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