इन कारणों से हो सकती है विटामिन D की कमी

विटामिन-डी की कमी के कई कारण हो सकते हैं। पर आपके शरीर में ये क्यों कम है इससे जुड़ा कारण शायद इस स्टोरी में छुपा हो। जानिए विटामिन-डी की कमी के बारे में। 

How to deal with vitamin d deficiency

अगर बात विटामिन-डी की करें तो ये शायद यही वो विटामिन है जिसकी कमी सबसे ज्यादा होती है। असल मायने में ये किसी हार्मोन की तरह हमारे शरीर में रिएक्ट करता है क्योंकि इसका उतार-चढ़ाव बहुत जल्दी होता है। विटामिन-डी की कमी के कारण लोगों को कई तरह की समस्याएं होती हैं, लेकिन असल मायने में ये सिर्फ हड्डियों की बीमारी के लिए ही नहीं बल्कि और भी कई चीजों के लिए जरूरी होता है। ये शरीर के कई सारे जरूरी फंक्शन्स को पूरा करता है। इसकी कमी के कारण अन्य बहुत सारी बीमारियां होने का खतरा होता है।

विटामिन-डी की कमी को लेकर लोग बहुत ही ज्यादा कैजुअल व्यवहार रखते हैं, लेकिन असल मायने में ऐसा होना नहीं चाहिए। विटामिन-डी की कमी अगर लंबे समय तक बनी रहती है तो ये शरीर को अंदर से कमजोर कर देती है।

न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर विटामिन-डी की कमी को लेकर जानकारी शेयर की है। उन्होंने अपने पोस्ट में ये बताया है कि किन कारणों से विटामिन-डी की कमी ज्यादा बढ़ती है। शरीर में अगर ऐसी चीजें हो रही हैं तो विटामिन-डी हमेशा ही कम रहेगा।

1. अगर आप बहुत ज्यादा ओवर वेट हैं

अगर आप बहुत ज्यादा ओवर वेट हैं तो विटामिन-डी की कमी होने की गुंजाइश काफी ज्यादा होती है। इसका कारण ये है कि ओवर वेट होने पर आपके शरीर में अब्जॉर्प्शन का रेट बहुत ऊपर-नीचे हो जाता है और यही कारण है कि विटामिन-डी ठीक तरह से एब्जॉर्ब नहीं हो पाता है।

2. अगर आपकी स्किन काफी डार्क है

जितनी ज्यादा डार्क स्किन होती है उतना ही ज्यादा स्किन में मेलानिन होता है और विटामिन-डी का सिंथेसिस कम हो जाता है। ऐसे में आप ये पाएंगे कि डार्क स्किन वाले लोगों को अधिकतर विटामिन-डी की कमी महसूस होती है। ऐसे समय में शरीर में सिंथेसिस की समस्या हो जाती है।

3. लिपिड को कम करने वाले ड्रग्स ले रहे हैं तो

अगर आपकी लिपिड प्रोफाइल ज्यादा है और डॉक्टर ने कोलेस्ट्रॉल आदि को कम करने के लिए कुछ दवाएं दी हैं तो आपको विटामिन-डी की कमी महसूस होगी। इसलिए अगर आप कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए दवाएं ले रही हैं तो हमेशा विटामिन-डी की कमी के आसार रहेंगे।

vitamin d suppliments

4. अगर डाइजेस्टिव इशूज हैं तो?

अगर आपको डाइजेस्टिव इशूज हैं तो आपको फ्लोटिंग स्टूल्स (पॉटी) होती है ये बताता है कि शरीर में आपको किसी तरह के डाइजेस्टिव इशूज हैं। IBS और SIBO जैसी समस्याओं में विटामिन-डी की कमी हो सकती है। इसके कारण भी शरीर में फैट का अब्जॉर्प्शन सही से नहीं होता है। विटामिन-डी इसलिए सही से शरीर में एब्जॉर्ब नहीं हो पाता है।

vitamin D ki kami ke karan

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5. अगर आपकी बेरिएट्रिक सर्जरी हुई है

अगर आपकी बेरिएट्रिक सर्जरी हुई है जिसमें तरह-तरह के ड्रग्स इस्तेमाल हुए हैं तो शरीर में फैट का एब्जॉर्पशन सही नहीं होगा। गैस्ट्रिक बायपॉस या ऐसा कोई भी मेडिकल प्रोसीजर शरीर में फैट के एब्जॉर्पशन को कम कर देता है और क्योंकि विटामिन-डी एक फैट सॉल्यूबल विटामिन है इसलिए ऐसे समय में इसकी कमी होने की गुंजाइश है।

इनमें से किसी भी कैटेगरी में अगर आप आती हैं तो ये मुमकिन है कि आपको विटामिन-डी से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होने लगें। ऐसे समय में आपको विटामिन-डी का सही तरह से टेस्ट करवाना चाहिए और साथ ही साथ डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-डी सप्लीमेंट्स को लेने के बारे में भी सोचना चाहिए। विटामिन-डी से भरपूर फूड्स को भी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए जिससे शरीर में होने वाली विटामिन-डी की कमी ठीक हो जाए।

क्या आपको भी विटामिन-डी की कमी महसूस होती है? अगर हां तो इससे जुड़े सवाल हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में पूछिए और हम आपकी स्टोरीज के जरिए उनका हल आप तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

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