सोते वक्त रुकने लगती है सांस? कहीं आपको ये गंभीर बीमारी तो नहीं

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया एक स्लीपिंग डिसऑर्डर है। इस समस्या में सोते हुए व्यक्ति की सांसे रुक जाती है। एक्सपर्ट से जानिए इस बीमारी के होने की वजह क्या है।

  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2023-10-18, 18:15 IST
sleep apnea cause

Sleep Apnea Disorder: क्या आप भी नींद में तेज तेज खर्राटे लेते हैं ? क्या सोते वक्त आपकी भी सांस रुकने लगती है ? तो ये एक तरह के स्लीप डिसऑर्डर की निशानी है। इसे मेडिकल भाषा में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के नाम से जानते हैं। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति सोते वक्त सामान्य रूप से सांस नहीं ले पाता है। ये सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है।आइए इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। इस बारे में जानकारी दे रही हैं। Dr Neetu Jain,Senior consultant pulmonology critical care and sleep medicine, PSRI hospital

स्लीप एपनिया के बारे में जानें सबकुछ (Sleep apnea disorder)

leep apnea disorder symptoms

एक्सपर्ट कहती हैं कि पहले के वक्त लोग खर्राटे लेना क्वालिटी नींद की निशानी समझते थे लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। रात में जिनको ज्यादा खर्राटे आते हैं उनका सांस बार-बार रुकता रहता है। कई बार झटके से सांस आती है और नींद टूट जाती है। इस वजह से नींद के दौरान ऑक्सीजन का स्तर भी कम हो जाता है। कई बार तो मरीज को इस समस्या का पता भी ही रहता है। एक्सपर्ट कहती हैं कि ये समस्या उन लोगों को होती है जिनका वजन ज्यादा होता है,जिनके पेट पर ज्यादा चर्बी होती है या जो लोग गतिहीन जीवन जीते हैं। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ये समस्या ज्यादा देखी जाती है।

स्लीप एपनिया के लक्षण

  • नींद टूटने पर गला सूखना
  • नींद बार-बार टूटना
  • सोते वक्त बैचैन रहना
  • सोते समय खर्राटेलेना
  • सोते समय दम घुटना या हांफना
  • दिन में नींद आना और थकान महसूस होना
  • मूड स्विंग होना

स्लीप एपनिया के कारण होने वाली दिक्कत

  • खून में ऑक्सीजन की कमी के कारण हाई बीपी की समस्या हो सकती है
  • बीपी बढ़ने से हार्ट की समस्या और स्ट्रोकका खतरा बढ़ सकता है।
  • ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो सकती है।
  • डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।

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कैसे करें स्लीप एपनिया से बचाव?

Can sleep apnea be cured

एक्सपर्ट कहती हैं कि लाइफस्टाइल में बदलाव जैसे वजन कम करने करना , नियमित रूप से एक्सरसाइज करने सहित स्लीप स्टडी टेस्ट के जरिए इसका इलाज किया जाता है।एक्सपर्ट कहती हैं कि आप या आपके घर में किसी को भी स्नोरिंग की दिक्कत है उन्हें स्लीप स्टडी टेस्ट करना बहुत जरूरी है।

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Image Credit: Freepik

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