पेशाब का रंग हल्का लाल होने का मतलब क्या होता है?

पेशाब का रंग कभी-कभार हल्का पीला नजर आता है। लेकिन, कुछ लोगों के यूरिन का रंग हल्का गुलाबी या लाल भी दिखता है। जानते हैं इसके पीछे का कारण क्या है।
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-02-06, 00:20 IST
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पेशाब करना शरीर का एक महत्वपूर्ण प्रोसेस है। दरअसल, आपके शरीर में जितने भी विषाक्त पदार्थ होते हैं उन्हें आपके गुर्दे फिल्टर करके पेशाब के जरिए निकाल देते हैं। यह शरीर की सफाई के लिए बेहद जरूरी है। पेशाब की फ्रीक्वेंसी और रंग हमारे सेहतमंद होने का सबूत देती है। कई बार आपने नोटिस किया होगा कि जब आप कई तरह की दवाईयां लेते हैं, पानी कम पीते हैं या कोई बीमारी होती है तो पेशाब का रंग थोड़ा बदल जाता है। आम तौर पर यह पीला रंग का नजर आता है। वहीं कुछ लोगों के यूरिन का कलर हल्का लाल या गुलाबी भी दिखता है,जो कि एक चिंता का विषय हो सकता है। आइए जानते हैं पेशाब का रंग गुलाबी या हल्का लाल क्यों होता है। जानेंगे इस आर्टिकल में dr soubeer ghosh,consultant nephrologist PSRI hospital इस बारे में जानकारी दे रहे हैं।

पेशाब का रंग हल्का लाल होने का मतलब क्या होता है?

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एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर पेशाब का रंग गुलाबी या हल्का लाल नजर आता है तो यह हेमाट्यूरिया की तरफ इशारा करता है, जो की एक मेडिकल कंडीशन है। इसमें पेशाब में खून आता है। लेकिन, खून का स्तर इतना काम होता है कि इसे आंखों से नहीं देखा जा सकता है। जब टेस्ट होता है, तो इसका पता चलता है। इसके कई कारण हो सकते हैं

जैसे, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, यह संक्रमण मूत्राशय या गुर्दे में हो सकता है। इस स्थिति में पेशाब के दौरान जलन भी महसूस हो सकती है।

एक्सपर्ट के मुताबिक गुर्दे की पथरी भी हेमाट्यूरिया का कारण बन सकती है। पथरी मूत्र मार्ग में घर्षण पैदा करती है, जिससे खून निकल सकता है।

इसके अलावा गुर्दे या मूत्राशय का कैंसर भी हेमाट्यूरिया का कारण बन सकता है। यह स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है,इसलिए तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

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वहीं, कई बार ऐसा होता है कि कुछ खाद्य पदार्थ हम ऐसा खा लेते हैं, जैसे, चुकंदर, ब्लैकबेरी। इन खाद्य पदार्थ खाने से पेशाब का रंग गुलाबी या लाल हो सकता है।

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अगर आप कभी इस तरह का अनुभव करते हैं, तो आपको बिना देर किए ही डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि सही समय पर सही निदान और उपचार किया जा सके।

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Image Credit- freepik

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