हार्ट रेट और पल्स रेट के बीच क्या अंतर होता है? जानें हेल्दी व्यक्ति के लिए क्या होनी चाहिए नॉर्मल रेंज

हार्ट रेट और पल्स रेट को अक्सर हम एक ही समझ लेते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इन दोनों के बीच अंतर होता है, जिसे समझने की जरूरत है। एक हेल्दी व्यक्ति के लिए, नॉर्मल हार्ट रेट क्या होना चाहिए, चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं।
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Difference Between Heart Rate And Pulse Rate: सेहतमंद रहने के लिए, दिल की सेहत का ख्याल रखना जरूरी होता है। हेल्दी हार्ट के लिए, सही डाइट और लाइफस्टाइल को अपनाना बहुत जरूरी है। हेल्दी हार्ट के लिए, हार्ट रेट का सही होना जरूरी है। अगर दिल की धड़कन अनियमित होती है, तो यह कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। अक्सर लोगों को लगता है कि हार्ट रेट या पल्स सेट दोनों का एक ही मतलब होता है। लेकिन, ऐसा नहीं है। इन दोनों के बीच क्या अंतर होता है और इसकी नॉर्मल रेंज क्या होती है, चलिए एक्सपर्ट से समझते हैं। यह जानकारी डॉक्टर श्रेय श्रीवास्तव दे रहे हैं। वह शारदा हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन विभाग में सीनियर कंसल्टेंट हैं।

हार्ट रेट और पल्स रेट के बीच में क्या अंतर होता है? (What is the difference between heart rate and pulse rate?)

what is heart rate

  • नाड़ी गति(पल्स रेट) और हृदय गति(हार्ट रेट) को अक्सर एक ही समझा जाता है। लेकिन, उनमें कुछ अंतर होता है। हार्ट रेट प्रति मिनट दिल की धड़कन( बीपीएम) को बताता है। इसे इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) या हृदय गति मॉनिटर का इस्तेमाल करके मापा जाता है।
  • पल्स रेट, हार्ट के पंपिंग प्रोसेस के कारण, प्रति मिनट धमनियों के फैलने और सिकुड़ने की गिनती को बताता है। इसे कलाई, गर्दन या कमर जैसे नाड़ी बिंदुओं पर मापा जाता है।
  • हार्ट रेट, इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को मापती है। जबकि, नाड़ी दर धमनी विस्तार को मापती है।
  • ज्यादातर मामलों में ये दोनों एक जैसी होती है। लेकिन, एरिथमिया जैसे हार्ट रिदम से जुड़ी कोई दिक्कत होने पर पल्स रेट कम हो सकती है।

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difference between heart rate and pulse rate

  • पल्स रेट को बाहर से महसूस किया जा सकता है। लेकिन, हार्ट रेट को किसी डिवाइस की मदद से मापा जाता है।
  • एक हेल्दी एडल्ट में विश्राम हृदय गति 60-100 बीपीएम के बीच होती है। वहीं, एथलीट्स के लिए यह 40-60 बीपीएम के बीच हो सकती है। उम्र के आधार पर, बच्चों के लिए, यह 70-120 बीपीएम के बीच हो सकती है।
  • नॉर्मल हार्ट रेट को मेंटेन करने के लिए, एक्सरसाइज, बैलेंस डाइट और स्ट्रेस का मैनेज होना जरूरी है।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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