ऐसा कहा जाता है कि हर व्यक्ति को पढ़ने की आदत होनी चाहिए। यहां तक कि पैरेंट्स बच्चों को बचपन से ही कहानियां पढ़कर सुनाते हैं और उनकी किताबों से दोस्ती करवाते हैं। लेकिन पढ़ना सिर्फ बच्चों को ही नहीं, बल्कि बड़ों को भी लाभ पहुंचाता है। यह तो हम सभी जानते हैं कि किताबें पढ़ने की आदत से व्यक्ति का ज्ञान बढ़ता है। साथ ही साथ, यह व्यक्ति की मेंटल हेल्थ के लिए बेहद लाभदायी है।
चाहे आप तनाव में हों या फिर खुद को अधिक आशावादी बनाना चाहती हों, आपको पढ़ने की आदत को अपनाना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि पढ़ने से आपके मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ता है-
तनाव होता है छूमंतर
जो लोग नियमित रूप से पढ़ते हैं, उनमें अपेक्षाकृत तनाव का स्तर काफी होता है। दरअसल, जब आप किसी किताब या कहानी को पढ़ते हैं। तो आप उसी कहानी में खो जाते हैं और कहीं ना कहीं खुद को भी उस कहानी से जुड़ा हुआ पाते हैं। जिसके कारण कुछ वक्त के लिए आप अपनी परेशानियों व समस्याओं को भूल जाते हैं। ऐसे में आपका तनाव कम होता है। इतना ही नहीं, पढ़ने के बाद व्यक्ति अपनी कल्पनाओं में उस कहानी या कथा में कहीं ना कहीं विचरता है, जिससे उसका स्ट्रेस लेवल काफी कम हो जाता है।(टेंशन फ्री रहना चाहती हैं तो करें ये 4 योग)
जीवन को देखने का बदलता है नजरिया
पढ़ने की आदत का एक सबसे अच्छा फायदा यह है कि यह आपके जीवन के देखने के नजरिए को बदलता है और इससे आपकी मेंटल हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ता है। अधिकतर लोगों के दुख व तनाव का मुख्य कारण उनकी सोच ही होती है। जो लोग हमेशा अपने जीवन में नेगेटिविटी देखते हैं, वे मानसिक तौर पर काफी परेशान रहते हैं। लेकिन वहीं अगर आप इंस्पिरेशनल स्टोरीज पढ़ते हैं तो आपको यह समझ में आता है कि हर अंधकार के बाद एक उजाला अवश्य होता है। इस तरह पढ़ने की आदत से व्यक्ति का दृष्टिकोण अधिक आशावादी बनता है, जिसके कारण उसकी मेंटल हेल्थ पर सकारात्मक असर पड़ता है।(आपकी मेंटल हेल्थ के लिए अच्छे नहीं हैं ये फूड आइटम्स)
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सोच का बढ़ता है दायरा
पढ़ने की आदत आपकी सोच का भी दायरा बढ़ाती है। अमूमन लोग अपने जीवन में किसी परिस्थिति या परेशानी के आने पर विचलित हो जाते हैं और मानसिक रूप से परेशान रहने लगते हैं। लेकिन जिन लोगों को पढ़ने की आदत होती है, वे मानसिक रूप से अधिक स्टेबल होते हैं। दरअसल, पढ़ने के कारण उनका ज्ञान काफी अधिक होता है। ऐसे में वह परिस्थिति का आंकलन अधिक बेहतर तरीके से कर पाते हैं, क्योंकि रीडिंग हैबिट के कारण उनकी सोच का दायरा बढ़ जाता है। उनकी सिचुएशन से मिलती-जुलती सिचुएशन और उससे निकलने के हल के बारे में उन्होंने कहीं ना कहीं पढ़ा होता है। जिससे वह तनावग्रस्त होने के स्थान पर मेंटली रिलैक्स हो जाते हैं।
बेहतर रिलैक्सिंग तकनीक
बेहतर मेंटल हेल्थ के लिए प्रतिदिन कुछ समय रिलैक्स करना आवश्यक होता है। अक्सर लोग मोबाइल या टीवी को रिलैक्सिंग तकनीक के रूप में अपनाते हैं, लेकिन अतिरिक्त स्क्रीन टाइम आपकी आंखों व मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं, अगर आप हर दिन पढ़ने की आदत को डेवलप करते हैं तो यह यकीनन एक बेहतरीन रिलैक्सिंग तकनीक साबित हो सकती है। यह देखा जाता है कि अपनी मनपसंद किताब पढ़ते समय व्यक्ति काफी अच्छा व रिलैक्सिंग फील करता है।
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नींद पर पड़ता है सकारात्मक असर
पढ़ने की आदत का यह भी एक लाभ है। ऐसा कहा जाता है कि व्यक्ति को सोने से पहले कुछ ना कुछ अवश्य पढ़ना चाहिए। दरअसल, ऐसा करने से व्यक्ति को काफी अच्छी और गहरी नींद आती हैं। बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद लेना बेहद आवश्यक है।(यह संकेत बताते हैं कि आपको अब अधिक नींद लेने की है जरूरत)
तो अब आप भी हर दिन थोड़ा वक्त पढ़ने के लिए निकालें और अपनी मेंटल हेल्थ को और भी बेहतर बनाएं। साथ ही, इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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Image Credit- freepik
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