आपके डाइजेशन पर विपरीत प्रभाव डाल सकते हैं ये फूड्स

अगर आप अपने पाचन तंत्र का बेहतर तरीके से ख्याल रखना चाहती हैं तो आपको कुछ फूड आइटम्स को अपनी डाइट से बाहर रखना चाहिए।

unhealthy food for digestion

हम जो कुछ भी खाते हैं, उसका व्यापक प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है, फिर चाहे बात पाचन तंत्र की ही क्यों ना हो। वैसे भी हमारा पेट हमारे स्वास्थ्य का प्रमुख इंडिकेटर है। जब हम अपने खान-पान या फूड च्वॉइसेस में गलती करते हैं तो ना केवल पाचन तंत्र के लिए इन्हें पचाना मुश्किल होता है, बल्कि पाचन तंत्र से जुड़ी कुछ समस्याएं जैसे कब्ज, डायरिया, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स (जीईआरडी) आदि हो सकती हैं। आहार ऐसा होना चाहिए, जिससे शरीर को कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, पानी, नमक, विटामिन, और घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का सही मिश्रण मिले।

अब सवाल यह उठता है कि ऐसे कौन-कौन से फूड्स हैं, जो पाचन तंत्र के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं। तो इनकी लिस्ट लंबी है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जो पाचन तंत्र के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं-

फ्राइड फूड्स

fried foods

अगर आप अपने पाचन तंत्र का ख्याल रखना चाहते हैं तो ऐसे में फ्राइड फूड्स को डाइट से बाहर रखना चाहिए। यह ना केवल फैट्स में उच्च होते हैं, बल्कि इनसे दस्त की समस्या भी हो सकती है। साथ ही, फ्राइड फूड्स को बनाते समय एक ही तेल को बार-बार इस्तेमाल किया जाता है और यह भी पाचन तंत्र(पाचन तंत्र को बनाएं हेल्‍दी) के लिए समस्या की वजह बन सकता है। इसलिए, आप फ्राइड फूड की जगह बेक्ड या रोस्टेड फूड आइटम के सेवन को प्राथमिकता दें।

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प्रोसेस्ड फूड्स

प्रोसेस्ड फूड्स ना केवल पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि यह ओवर ऑल हेल्थ पर अपना विपरीत असर छोड़ते हैं। इनमें फाइबर सहित अन्य पोषक तत्वों की भी कमी होती है। उनमें से कुछ में लैक्टोज भी हो सकता है जो आपकी पाचन समस्याओं को बढ़ा सकता है। प्रोसेस्ड फूड के सेवन का एक नुकसान यह भी होता है कि यह मोटाप, टाइप 2 मधुमेह और हृदय की समस्याओं के जोखिम को बढ़ाते हैं।

साथ ही इनसे गैस, सूजन और ऐंठन की समस्या भी हो सकती है। इसलिए, जहां तक संभव हो सके, प्रोसेस्ड फूड से बचने की कोशिश करें। अगर आप इनसे पूरी तरह से परहेज नहीं कर सकते हैं, तो उन्हें लीन मीट या फिर ऐसे किसी अन्य खाद्य पदार्थ के साथ जोड़ दें जो उनके पोषण मूल्य को बढ़ाने और पेट की परेशानियों को कम करने के लिए धीरे-धीरे पचता है।

आर्टिफिशियल स्वीटनर

आर्टिफिशियल स्वीटनर विशेष रूप से सोर्बिटोल पाचन तंत्र पर विपरीत असर डालता है। इससे व्यक्ति को पेट में जलन का अहसास होता है। च्युइंग गम और डाइट फूड में शामिल आर्टिफिशियल स्वीटनर सोर्बिटोल गैस, सूजन और दस्त का कारण बनता है। कृत्रिम मिठास शरीर में सूजन को बढ़ाती है और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। वे कुछ लोगों में पेट की चर्बी बढ़ाने के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। इसलिए अपनी डाइट में नेचुरल शुगर एड करने का प्रयास करें।

स्पाइसी फूड

spicy food item

अमूमन लोग अपने टेस्ट बड को शांत करने के लिए भोजन में तरह-तरह के मसालों को शामिल करते हैं। लेकिन आवश्यकता से अधिक मसाले व्यक्ति पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। बहुत से लोग अधिक मसाले के सेवन से गैस, सूजन, नाराज़गी, एसिड रिफ्लक्स और यहां तक कि पेट में दर्द का अनुभव करते हैं। इसलिए, भोजन को बहुत अधिक स्पाइसी बनाने से बचें। साथ ही, सोने के समय मसालेदार फूड आइटम्स से विशेष रूप से बचना चाहिए।

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तो अब आप भी इन फूड आइटम से बचने की कोशिश करें और अपने पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली में किसी तरह की बाधा पैदा ना होने दें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

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Image Credit- freepik

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